आखिर 1 दिन में कितने घंटे पढ़ाई करनी चाहिए?

कुछ एक्सपर्ट्स मानते हैं की दिन में रोजाना 6 घंटे पढ़ाई करनी चाहिए तो वहीँ कुछ Toppers कहते हैं की 1 घंटे की पढ़ाई काफी है, ऐसे में स्टूडेंट इस बात को लेकर उलझन में रहते हैं की आखिर 1 दिन में कितने घंटे पढ़ाई करनी चाहिए?

1 दिन में कितने घंटे पढ़ाई करनी चाहिए

तो इसी प्रश्न का जवाब आपको यहाँ logic के साथ मिलेगा। यकीन मानिये अगर आप इस पोस्ट में बताई गई बातों को ध्यानपूर्वक फॉलो करते हैं तो आपकी इस समस्या का समाधान आपको यहाँ मिल जायेगा।

देखिये हर साल भारत में लाखों छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं, उनमें से कुछ ही सफल हो पाते हैं। ऐसे में जब उन सफल आवेदकों से उनकी पढ़ाई का सीक्रेट पूछा जाता है तो सभी की इस बारे में अलग अलग राय होती है।

और हो भी क्यों न कोई छात्र प्रतिभा का धनी होता है तो किसी को मेहनत करके ही सफलता हासिल होती है। इसलिए सभी छात्रों के लिए पढ़ाई का सेड्युल भी अलग अलग होता है।

जिसे समझते हुए आज हम आपको कुछ ऐसे सीक्रेट टिप्स बतायेंगे जिनसे आपको पढ़ाई के लिए टाइम मैनेज करने में आसानी होगी। तो आइये शुरू करते हैं

1 दिन में कितने घंटे पढ़ाई करनी चाहिए?

यूँ तो बतौर छात्र दिन के 24 घंटों में से जितना संभव हो सके अधिकतम घंटे आपको पढ़ाई में लगाने चाहिए। क्योंकि इस उम्र में आपका मकसद किताबों से ज्ञान हासिल कर इस संसार में मौजूद विभिन्न चीजों के बारे में समझना होना चाहिए।

पर फिर भी आप पढ़ाई करने का एक परफेक्ट टाइम जानना चाहते हैं तो फिर नीचे दिए गए बिन्दुओं को ध्यान से पढने के बाद आप खुद ही अपना study टाइम कैलकुलेट कर पायेंगे।

  1. टाइम टेबल बनाने से पहले उद्देश्य जानें।

नयी कक्षा में आते ही बहुत से छात्रों की तरह मैं स्वयं मन में यह ठान लिया करता था की इस साल मन लगाकर पढ़ाई करूँगा और क्लास में टॉप करूँगा। और इस काम में सफलता पाने के लिए मैं पढाई का टाइम टेबल भी बना लिया करता ताकि हर सब्जेक्ट को मैं बारीकी से समझ सकूं।

लेकिन जैसे जैसे दिन बीतते जाते मैं अपना वादा भूलता जाता। और खेल कूद में ही सारा ध्यान लगाया करता। पर उम्र के साथ अब मुझे यह अहसास होता है की मात्र टाइम टेबल बना लेने से पढ़ाई नहीं हो पाती। पढ़ाई तभी हो पाती है जब हमें अपना उद्देश्य मालूम हो और हम उसके प्रति ईमानदार हो।

दुर्भाग्य से अधिकांश छात्रों को ये पता ही नहीं होता पढना क्यों है? वे पढ़ते हैं पास होने के लिए या फिर अच्छे मार्क्स के लिए। और फिर उनका पूरा फोकस अंकों की तरफ रहता है जिसके लिए वे नकल करने से भी नहीं कतराते।

पर यदि स्टूडेंट यह जान ले की पढ़ाई मुझे इसलिए नहीं करनी है ताकि मुझे नम्बर मिलेंगे। मुझे बस चीजों को जानना है, समझना है, मुझे जानना है लॉ ऑफ़ अट्रेक्शन कैसे काम करता है? शेक्सपियर ने ऐसा क्या किया? वो फेमस हो गए।

जब इस तरह छात्र के मन में नम्बरों का खौफ होने की बजाय पढ़ाई के प्रति जिज्ञासा होगी निश्चित ही वह अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे।

  1. जबरदस्ती टाइम सेट न करें।

एक फ़ॉर्मूले के अनुसार कई सारे छात्र पढने का एक फिक्स टाइम सेट कर लेते हैं और फिर उस पर अमल करने का प्रयास करते हैं। उदाहरण के लिए यदि मैंने रोज शाम को 4 से 7 पढने का फैसला लिया है।

तो अब मैं पढ़ाई करने बैठूँगा तो मेरा ध्यान किताब में कम और घडी की सुईयों पर ज्यादा होगा। ठीक उसी तरह जैसे स्कूल में हमारा ध्यान लंच में और छुट्टी की घंटी पर होता था। ताकि हम जल्दी से घर जा सकें।

यही वजह है की पढ़ाई के लिए फिक्स टाइमिंग सेट करना होशियारी की बात साबित नहीं होती। आप पढ़ाई का यह नियम कठोर अनुशासन से लागू भी कर देते हैं तो आप पाएंगे मन आपका कुछ दिनों में विरोध करने लगा है।

इससे बेहतर यह है की आप अपनी सुविधा के अनुरूप पढ़ाई शुरू करने का टाइम बना लीजिये। और पढ़ाई पर फोकस कीजिये, यदि आप ध्यान मग्न होकर पढ़ाई करेंगे तो आप सम्भव है कई घंटे बिना टाइम पर नजर बनाये पढ़ाई कर पाएंगे।

  1. पढ़ाई की आदत डालें।

अगर पढ़ाई करके किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल करनी है तो Marks और आपकी प्रतिभा से ज्यादा आपकी मेहनत और जूनून आपके लिए मददगार साबित होगा।

तो भले आप माइंड से गॉड गिफ्टेड न हो और पढने में आपकी खास दिलचस्पी न हो, यदि आपने रोजाना पढाई करने की आदत डाल ली तो फिर निश्चित ही आप जो करना चाहते हैं उसमें सफलता प्राप्त कर लेंगे।

  1. सही माहौल चुनें।

पढ़ाई करने के लिए ध्यान केन्द्रित करना बहुत जरूरी होता है और उस ध्यान में बाधा डालने के लिए अनेक तत्व मौजूद होते हैं। कभी आसपास का शोर शराबा तो कभी घर में टीवी, मोबाइल इत्यादि उपकरण हमारा ध्यान भटकाने के लिए उत्तरदाई होते हैं।

इसलिए अगर वाकई पढ़ाई के प्रति अपनी इच्छाशक्ति को मजबूत बनाना है तो आपको पढ़ाई के लिए शांत समय चुनना चाहिए। रात के समय में दिन की अपेक्षा शोर कम होता है, इसलिए आप रात में देरी तक पढ़ाई करनी की आदत डाल सकते हैं।

वहीँ अगर आप सुबह जल्दी उठकर ठंडे वातावरण में पढना पंसद करते हैं तो आप इस समय का भी उपयोग कर सकते हैं।

10th क्लास में कितने घंटे पढ़ना चाहिए?

पढ़ाई का समय आपके उद्देश्य, आपकी लगन और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। यदि आपको देर तक पढने की आदत है तो आप रोजाना 5 घंटे पढ़ाई कर सकते हैं। दूसरी ओर किताबों के प्रति आपकी रूचि नहीं है तो ऐसी स्तिथि में आपको रोजाना कुछ घंटे अवश्य पढने की आदत डालनी चाहिए।

साथ ही आपकी पढ़ाई का शेड्यूल आपके लक्ष्य पर भी निर्भर करता है। यदि आप दसवीं में स्कूल टॉप करना चाहते हैं या आप राज्य स्तर पर टॉपर बनना चाहते हैं तो जाहिर है आप दिन हो या रात दोनों समय मन लगाकर पढ़ाई करेंगे।

लेकिन इसके विपरीत आप पढ़ाई सिर्फ इसलिए कर रहे हैं ताकि किताबों से कुछ सीख और जान सके तो आपके पढने की निर्धारित समयसीमा अलग होगी।

सरकारी नौकरी पाने के लिए कितने घंटे पढ़ना चाहिए?

पैसे और सुरक्षा की दृष्टि से सरकारी नौकरी पाना हर कोई चाहता है, ऐसे में प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल करने के लिए निश्चित रूप से जी तोड़ मेहनत करनी पड़ेगी। हालाँकि हर छात्र की प्रतिभा और मेहनत के आधार पर उसकी पढ़ाई का शेड्यूल और सिलेबस अलग होगा अतः पढ़ाई करने की समय सीमा भी अलग होगी।

लेकिन फिर भी यदि आप मन लगाकर दिन के 3 से 4 घंटे पढ़ाई करते हैं और साथ में अपनी गलतियों से सीख लेते हैं तो जिस क्षेत्र में आप सरकारी नौकरी पाना चाहते हैं उसमे सफलता पाने की सम्भावना बढ़ जाती है।

टॉपर बनने के लिए कितने घंटे पढ़ना चाहिए

देखिये किसी भी कक्षा या परीक्षा में टॉप करने के लिए पढ़ाई में रुचि होना अत्यंत आवश्यक है। और पढ़ाई के प्रति इंटरेस्ट पैदा करने के लिए आपको आवश्यकता और परिणाम पता होने चहिये एक बार आप जान गए आपको क्यों टॉप करना है? तो आप अपने लक्ष्य को पाने की राह में निकल पड़ोगे।

टॉप करने के लिए पढ़ाई की कोई निश्चित समय सीमा नहीं है। आपका परीक्षा में टॉप करना कई कारकों पर निर्भर करता है। परीक्षा में प्रतियोगिता कितनी है, आपकी पहले से तयारी कितनी है? और साथ में आप स्कूल में टॉप करना चाहते हैं या किसी नौकरी में। इन चीजों के आधार पर हर छात्र के लिए पढ़ाई की समय सीमा अलग अलग होगी।

FAQ

Q: रात में कितने घंटे पढना चाहिए?

Ans: रात में माहौल शांत होता है जो की पढाई के लिए बेहद अनुकूल होता है अतः आप रात को 2 से लेकर 4 घंटे अवश्य पढ़ सकते हैं!

Q: 24 घंटे में कितने घंटे पढ़ना चाहिए?

Ans: दिन में आपको अधिकतम प्रयास पढाई करने का करना चाहिए! क्योंकि विद्यार्थी जीवन में छात्र का कर्तव्य पढ़ाई करना होता है अतः आप रोजाना 2 से 5 घंटे खुद से जरुर पढ़ें!

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अंतिम शब्द

तो साथियों इस पोस्ट को पढने 1 दिन में कितने घंटे पढ़ाई करनी चाहिए? अब आप भली भाँती जान चुके होंगे। उम्मीद करते हैं यह पोस्ट पढ़ाई के प्रति आपके भीतर मजबूरी का भाव खत्म कर आपके मन में उत्सुकता जगाने में मददगार साबित होगी। यदि इस पोस्ट आपके लिए फायदेमंद साबित हुआ है तो इसे शेयर भी कर दें।

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