नमस्कार पाठकों। आज हम आपके साथ वेदांत मर्मज्ञ, पर्यावरण प्रेमी, पूर्व सिविल ऑफिसर आचार्य प्रशांत के विचार, Acharaya prashant Quotes in Hindi साँझा करेंगे जिन्हें आप मोबाइल में सेव करने के साथ साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर कर सकते हैं।
जी हाँ, कोई उन्हें बेजुबान जानवरों का मसीहा बताता है तो कोई उन्हें धर्म के नाम पर हो रहे पाखंड और अन्धविश्वास को रोकने वाला सच्चा आध्यात्मिक गुरु कहता है।
अगर आप youtube पर लाइफ, एजुकेशन, मोटिवेशन इत्यादि जैसे विषयों को सर्च करते हैं तो यकीनन आपने आचार्य प्रशांत youtube चैनल का Ad देखा होगा। वर्तमान में उनके चैनल पर 6 मिलियन से अधिक subscribers हैं जहाँ वे समाज के सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए विभिन्न मुद्दों पर वीडियोस बनाते हैं।
मुक्ति, प्रेम, सत्य जैसे विषयों पर बेबाक अंदाज में अपनी बात कहने वाले आचार्य प्रशांत की शिक्षाओं का फायदा आज लाखों लोग ले रहे हैं। हर माह अपने शिविरों के माध्यम से वे लोगों को उनकी समस्याओं से मुक्त करने की राह दिखलाकर सही जिन्दगी जीने के लिए प्रेरित करते हैं।
धर्म के नाम पर हो रहे पाखंड और झूठ को त्यागकर लोगों को विशुद्ध धर्म की तरफ ले जाने के उनके प्रयास को धीरे धीरे समझने लगे हैं। अगर आप भी उनके बारे में करीब से जानने चाहते हैं तो आपको आचार्य प्रशांत Biography जरुर पढनी चाहिए।
Acharaya prashant Quotes in Hindi
साल 2006 में प्रशांत अद्वैत एजुकेशन की स्थापना की गई, और तभी से उनके द्वारा सेल्फ एजुकेशन (आत्मज्ञान) की शिक्षा को पहुँचाने का कार्य शुरू कर दिया।
स्कूल, कॉलेज में छात्रों को संबोधित करने से शुरू हुआ उनका सफ़र आज तकरीबन 17 वर्षों बाद इस मुकाम पर आया है की वो बच्चे,युवा,नौजवान, नारी, पुरुष अर्थात सभी वर्ग के लोगों के जीवन में ज्ञान का प्रकाश फ़ैलाने में सक्षम हुए हैं।
अधिकांश जिन विषयों पर वह बोला करते हैं वो लोगों के लिए एकदम नया, अनूठा लेकिन प्रसंगिक होता है। मुक्ति, सत्य, प्रेम के विषय पर जिस तरह वह गम्भीरता से बात करते हैं और लोगों को जब अहसास होता है की जो जीवन में सबसे जरूरी है हम उसे ही दरकिनार कर रहे हैं तो वे एक दम से चौकन्ने हो जाते हैं।
आचार्य प्रशांत के शब्दों में यह जीवन दुःख है और उस दुःख से मुक्ति ही इंसान का लक्ष्य होता है। और उनकी बातें इसलिए भी खास हो जाती है क्योंकि जीवन और आत्मज्ञान की जो शिक्षा हम तक पहुँच रही है वो आज तक किसी स्कूल, कॉलेज या शिक्षण संस्थान के माध्यम से कभी पहुंची ही नहीं।
प्रेम के विषय पर जिस तरह वह समझाते हैं और लोगों को प्रेम के नाम पर हो रही बेवकूफियों से अवगत कराते हैं इससे लोगों का भ्रम और शक दूर हो जाता है और उन्हें सच्चे प्रेम का अर्थ मालूम होता है।
इसी तरह जीवन की कोई भी समस्या हो आचार्य जी गहराई से बात की जड़ तक पहुंचने का प्रयास करते हैं।
ताकि प्रश्नकर्ता परेशानी का मूल स्त्रोत समझकर उसे ही समाप्त कर दे। तो चाहे इन्सान जीवन के किसी भी समस्या का समाधान चाहता हो, Youtube पर मौजूद 7 हजार से अधिक मुफ्त वीडियोस का लाभ ले सकता है।
यही नहीं हाल ही में अद्वैत फाउंडेशन के IT विभाग ने लोगों को आचार्य जी की शिक्षाओं के करीब लाने के लिए आचार्य प्रशांत लाइब्रेरी गिफ्ट की है। जहाँ हर उम्र के पाठकों को 3 हजार से भी अधिक लेख मुफ्त में पढने को मिलते हैं।
जी हाँ यदि आपने अभी तक चेक नही की है तो https://library.acharyaprashant.org/ पर जाकर आप बिना किसी सब्सक्रिप्शन सेवा के आचार्य जी की शिक्षाओं का लाभ ले सकते हैं। आपको निम्नलिखित विषयों पर आचार्य जी के लेख पढने को मिलते हैं
- धर्म और दर्शन
- वेदांत
- भक्ति
- संत और दार्शनिक
- विविध
- जीवन प्रश्न
- शुद्ध शाकाहार और जलवायु परिवर्तन
- प्रेरक व्यक्तित्व
- संबंध
- युवा
- ध्यान और आध्यात्मिकता
- शिक्षा और व्यवसाय
- मन और विचार
- लोग और समाज
- नारी मुक्ति
- कलम से
- कवितायें
- लेख
- हिन्दी
चलिए अब हम आपके साथ उनके द्वारा कहे गए कुछ चुनिन्दा और बेहद उपयोगी quotes सांझा करते हैं।
किसी ग्रन्थ के पास कुछ नहीं आपको बताने को, वो तो बस आपको ये बताता है की आप बेईमान है।
वो हमारी आतंरिक माया को चुनौती देते हैं, वो हमसे बड़े निर्मम सवाल करते हैं।
ताकि हम यह दावा न कर पायें की देखो हमारे साथ तो जो हो रहा है, अनजाने में हो रहा है।जवान होना बच्चों का खेल नहीं है, जवानी अपना रास्ता खुद बनाती है, वो आलसी नहीं होती पहाड़ काट डालती है।
#2. विज्ञापन से बचो। विज्ञापन मनोरंजन नहीं, तुम्हारे मन पर आक्रमण हैं। विज्ञापन बुद्धि के साथ धोखा और कामना के साथ न्योता है।
#3. आत्मा गुरु है और मन चेला। इनके अलावा न कभी कोई गुरु हुआ है न कोई चेला।
#4. इतना आग्रह हम सत्य की तरफ रखते ही नहीं हैं की सत्य के लिए झूठी ख़ुशी को ना कह दें।
#5. जो समझता है वो सबकुछ समझेगा अन्यथा कुछ नहीं।
#6. अहम् क्या है? एक भ्रम। जो है नहीं लेकिन उसे लगता है की वो है।
#7. काम ऐसा चुनो जिसमें तुम्हें एकाग्रता की जरूरत ही न पड़े।
#8. शब्द वही सुनने लायक है जो तुम्हें मौन में ले जाए।
#9. मुक्ति की प्राप्ति नहीं होती, प्राप्ति से मुक्ति हो जाती है।
#10. पीड़ा, पैगाम है परम का।
#11. जो तुम्हें अशांत करे, सो गलत।
#12. गुरु उत्तर नहीं देता, समाधान देता है।
#13. वो जान का वरण करे, मुक्ति की अपेक्षा- वही है जानवर।
#14. गुरु सत्य और संसार के बीच की सीढ़ी है।
#14. जो कभी खुद को ही न जान पाया, तुमने ऐसे को अपनी जान क्यों बनाया?
#15. औकात राख की, बात लाख की, ये है अफसाना-ए-जिस्म
#16. अगर परेशान रहते हो तो पक्का है की जीवन जीने के तरीके में कोई भूल है।
#17. तुम्हारा हर काम कैसा होता है? जैसे तुम होते हो।
#18. ज्ञान बहुतों को मिलता है, काम किसी-किसी के आता है।
#19. काम ध्यान से चुनो और ये हिम्मत रखो की जो काम चुनने लायक नहीं है, उसे ठुकरा दो।
#20. प्रेम में डूबते हैं अंजाम का अनुमान नहीं लगाते।
#21. दोस्ती का मतलब है, गहराई से एक दूसरे को समझना।
#22. इतनी मेहनत से लड़ो इतनी मेहनत से खेलो की नतीजे से फर्क ही न पड़े।
#23. जिसने आफतों में मजा लेना सीख लिया है वही इस जीवन का आनदं उठा पाता है।
#24. जितना आज है उतना इन्सान ने मानसिक, भौतिक, शारीरिक पतन कभी नहीं सहा; क्योंकि अधर्म जितना आज है, उतने जोर पर कभी नहीं रहा।
#25. जो पाने पर जितना खुश होता है वो छिनने पर उतना दुखी होगा।
#26. सत्य छुरी की धार जैसा है। ये सुनकर जो डर गया, समझो उसको छुरी लग गई।
#27. हारोगे तुम बार बार, बस कोई हार आखिरी न हो।
#28. किसको तुम न कहते हो, किसको तुम हां कहते हो, इसी से तुम्हारी जिन्दगी तय होती है।
#29. आदमी एक चिंतित जानवर है।
#30. प्रेम ये नहीं है की मुझे कोई और मिल गया। प्रेम है की मैंने खुद को पा लिया।
#31. इज्जत की तलाश में आदमी निकलता ही तभी है जब प्रेम न हो जीवन में। जिसके पास पेम है, वो इज्जत लेकर क्या करेगा?
#32. चाहा उसको जो चाहने लायक था, अब कौन परवाह करे की मिला या नहीं मिला।
#33. जब निगाह में मंजिल बसी हो, तुम रास्ते की मुश्किलों का भी, तुम सही उपयोग कर ही लेते हो।
#34. जिन्दगी से चीजें कम हो जाएँ कोई फर्क नहीं पड़ता। पर जिन्दगी से जिन्दगी कम नहीं होनी चाहिए।
#35. जानवर तुमसे अलग हैं तुमसे नीचे नहीं है।
#36. जिसकी सत्ता है, वही वर्तमान है। वर्तमान सत्य है, वर्तमान पूर्ण है।
#37. सच से क्या मिलेगा, पर दिल आ गया है।
#38. जिसने वापस लौटने का रास्ता खुला रखा वो मंजिल तक नहीं पहुंचेगा।
#39. कुछ नया जाना है, तो कुछ नया करो न।
#40. दिमाग पर तो तुम्हारे सौ पहरे हैं, तुम दिल क्या होगे।
#41. प्रेम का नियम है- चाहे मिला हो, न मिला हो, बाँटना पड़ेगा।
#42. मन से मुक्त होने को ही अमरता कहते हैं।
#43. अगर तन संक्रमित भी हो जाये, तो मन को संक्रमित न होने दें।
#44. देह की यही बात, जीवन भर जलती है। दूसरों की जलाती है, और अंत में जल जाती है।
#45. इससे पहले की मौत आ जाए, जी उठो। जी उठना अनिवार्य नहीं है, पर मौत पक्की है।
#46. बोलने लायक हो कुछ, तो ही बोलो नहीं तो मौन बहुत सुन्दर है।
#47. तुम्हारी चालाकी ही तुम्हारा बंधन है जो सरल है वह स्वतंत्र है।
#48. तुम्हें आलस सिर्फ वहां आता है जहाँ तुम्हारे पास कोई स्वार्थ नहीं है।
#49. सीधे रहो, सरल रहो यही आध्यात्मिकता है यही परमात्मा है।
#50. अहंकार की प्रवृति होती है संचय करने की।
Top 10 Acharya Prashant Quotes on Love in hindi
- प्रेम दिया जा सकता है, लिया नहीं जा सकता, और माँगा तो बिलकुल नहीं जा सकता।
- अपने स्वयं के जीवन का निरिक्षण करें फिर आप सत्य को पहचान पाएंगे।
- प्रेम का अर्थ ये नहीं होता की मेरे तुम्हारे विचार मिलते हैं, प्रेम का अर्थ होता है की मैं तुम्हारे हित के लिए उत्सुक हूँ।
- जहाँ प्रेम है वहां डर नहीं होता।
- लगाव प्रेम नहीं है।
- सही काम चुनिए, और डूब के करिए।
- प्रेम की यदि वजह बता पा रहे हो तो वजह के हटते ही, प्रेम भी हट जायेगा। जो कुछ कीमती है वो अकारण है।
- पिजड़े में कैद पक्षी ही आजादी समझ सकता है।
- इससे पहले की मौत आ जाए, जी उठो। जी उठना अनिवार्य नहीं है, पर मौत पक्की है।
- जब आँखें धोखा देने लगें तब जानो की देखा
Acharya Prashant Quotes for Holi in hindi
- इस बार जब होली खेलें तो बाहर के रंगों के साथ भीतर उसको भी याद रखें जिसका कोई रंग नहीं।
- होली अवसर है अपनी चालाकियों को पीछे छोड़ने का।
- बहुत सारी बातों से डरते हो लेकिन जीवन के बेकार चले जाने से क्यों नहीं डरते हो।
- तुम्हारी अपनी चतुराई तुम्हें आग तक ले जाएगी।
- होली का त्यौहार भीतर के प्रहलाद को जगाने का मौका है।
Acharaya Prashant Quotes on students in Hindi
- गुरु के लिए जरूरी है की वो देह धरे, और शिष्य के लिए जरूरी है की वो गुरु को देह न समझे।
- सत्य की कृपा से झूठ का अनुभव हो जाता है, पर सत्य का अपना कोई अनुभव नहीं होता।
- माया का अर्थ वो इच्छाएं जो ये भ्रम देती हैं की वो पूरी हो सकती हैं।
- समय तुम्हारा सबसे कीमती संसाधन है, मुक्ति सस्ती चीज़ नहीं है वो तुमसे सबसे कीमती वस्तु मांगती है, समय।
- जहाँ मजबूरी होगी वहां आलस होगा।
अंतिम शब्द
तो साथियों इस पोस्ट में आचार्य प्रशांत के सुविचार Acharaya prashant Quotes in Hindi पढने के बाद आपको जीवन में कुछ स्पस्टता मिली होगी। अगर आप आचार्य प्रशांत की शिक्षाओं के करीब आना चाहते हैं तो आप उनके Youtube चैनल पर उपलब्ध वीडियोस देख सकते हैं। अगर यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित हुआ है तो इसे शेयर भी कर दें।