आचार्य प्रशांत की Top 10 किताबें | Best Life Books

आचार्य प्रशांत की Top 10 किताबें

कहते हैं संगती ही आपका जीवन बनाती है या बिगडती है, इसलिए श्रेष्ट/ऊँचे लोगों की संगती करने का बेहतरीन जरिया है किताबें, लोगों को सत्य, वेदांत से परिचित करवाने वाले आचार्य प्रशांत जी की Top 10 किताबें (Acharya Prashant Books in Hindi) इस लेख में दी गई हैं। जीवन में आनंद मात्र बोध में हैं, … Read more

Acharya Prashant Full Biography| Networth, Wife, Age& More

Acharya Prashant Biography

अगर आप अक्सर Youtube पर मोटिवेशनल, लाइफ चेंजिंग वीडियोस खोजते हैं तो आपने जरुर आचार्य प्रशांत Youtube चैनल देखा होगा। उनके चैनल पर मौजूद हजारों नि:शुल्क वीडियोस के माध्यम से आज लाखों लोगों को जीवन जीने की राह मिली है। आज हम इस लेख में आपके साथ Acharya Prashant Biography सांझा करेंगे। उनके अनुयाई और … Read more

दूसरों से प्रभावित क्यों हो जाता हूँ? अध्याय 19 सम्बन्ध पुस्तक सारांश

दूसरों से प्रभावित क्यों हो जाता हूँ

अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा हम महज इस बात पर गवा देते हैं की हमारे ऐसा करने पर लोग क्या कहेंगे? या हमारे दोस्त, परिवार या समाज हमारे बारे में क्या सोचेगा? वास्तव में हम दूसरों का ये बोझ अपने सर पर लेकर जी रहे होते हैं, इसका उपाय तुम्हें इस संसार में कहीं … Read more

दूसरों को सिद्ध करने की जरूरत क्यों? Chapter 17 Summary | सम्बन्ध पुस्तक

दूसरों को सिद्ध करने की जरूरत क्यों

कई बार हम सही होते हैं पर चूँकि हमें कोई झूठा साबित करने की कोशिश करता है तो हम अपना कीमती समय स्वयं को सही साबित करने में बर्बाद कर देते हैं। इसी को लेकर प्रश्नकर्ता ने आचार्य जी से प्रश्न किया है जिसमें आचार्य जी ने बताया है की दूसरों को सिद्ध करने की … Read more

माँ का अर्थ जानो और स्वयं को जन्म दो | Chapter 16 Summary

माँ का अर्थ जानो और स्वयं को जन्म दो

आचार्य जी ममता और लगाव दोनों को हितकारी नहीं मानते, मोह भय में मरता है परन्तु प्रेम को फ़िक्र नहीं होती परन्तु एक प्रश्नकर्ता ने मोह और आसक्ति के विषय पर एक बेहद महत्वपूर्ण प्रश्न किया है। (माँ का अर्थ जानो और स्वयं को जन्म दो Chapter 16 Summary) इस अध्याय में आचार्य जी हमें … Read more

ममता स्वार्थ है, मातृभाव प्रेम है | Chapter 15 Full Summary in Hindi

ममता स्वार्थ है, मातृभाव प्रेम है

एक बच्चे के प्रति माँ की ममता होना स्वाभाविक है। लेकिन एक उम्र सीमा के बाद माँ की ममता ही उसके बच्चे के विकास में बाधा डालती है। ( ममता स्वार्थ है, मातृभाव प्रेम है Chapter 15 Summary)66 इसलिए आचार्य जी इस लेख में हमें समझा रहे हैं की परवाह करने और ममता पर्दर्शित करने … Read more

बिना उम्मीद, बिना मतलब | Chapter 14 Full Summary in Hindi

बिना उम्मीद, बिना मतलब

समाज का डर या कहें की भीड़ का डर हममें इस कदर हावी रहता है की कई बार जो बात कहने लायक है वो भी हम भीड़ के डर से नहीं कह पाते। ( बिना उम्मीद, बिना मतलब Chapter 14 ) या हम अपनी बात रखते भी हैं तो यह सोचकर की कहीं हमारी बात … Read more

हम पशुओं को क्यों मारते हैं? सम्बन्ध पुस्तक अध्याय 13

हम पशुओं को क्यों मारते हैं

पशुओं के प्रति हमारी क्रूरता छुपी नहीं है, रोजाना असंख्य जानवरों को हमारे स्वाद के लिए अपनी जान देनी पड़ती है इसके अलावा जंगलों को काटने से जो जानवरों की प्रजातियाँ विलुप्त हो गई हैं उनके बारे में तो सोच ही नही पाते हम। इसलिए प्रश्नकर्ता ने जानवरों के प्रति होने वाले इस भीषण संहार … Read more

न सामजिक न पशु | अध्याय 12 सम्बन्ध पुस्तक सारांश

न सामजिक न पशु

हम, हमारे परिवारों से मिलकर बनता है एक समाज, और इसी समाज के बीच रहकर हमारा बचपन शुरू होकर बुढ़ापे तक गुजरता है, इसलिए हम अक्सर कहा करते हैं मनुष्य एक सामाजिक पशु है? (न सामजिक न पशु ~ अध्याय 12) क्या वाकई इस बात में सच्चाई है इस बात को हम तभी समझेंगे जब … Read more

प्रेम क्या है और क्या नहीं? अध्याय 11| Sambandh Book Summary

प्रेम क्या है और क्या नहीं

चूँकि बिना प्रेम को समझे अच्छे सम्बन्ध बनाना बहुत मुश्किल है, और हम प्रेम के नाम पर कई ऐसी हरकतें करते हैं जो समाज को लगता ये तो प्रेम है, और इसी गलत फहमी के कारण हर उम्र के व्यक्ति को लगता है प्रेम के बारे में तो वो सब जानता है। (प्रेम क्या है … Read more