जीवन में सफलता की चाहत हर इन्सान में होती है, अफ़सोस हर किसी को वह सफलता नहीं मिलती। यदि आप सफल व्यक्ति की दिनचर्या जानकर सफल लोगों के जीवन का सीक्रेट पाना चाहते हैं तो आपको यह पोस्ट जरुर पढनी चाहिए।
गूगल और Youtube पर इस सवाल का जवाब खोजने पर आपको कुछ कार्यों और आदतों की एक लम्बी सूची देखने को मिलेगी, उस सूची में आप पाएंगे एक सफल व्यक्ति का सुबह समय पर उठना, किताबें पढना, समय पर अपने काम पर जाना, अपने लक्ष्य के पीछे मेहनत करना जैसी बातें शामिल होंगी।
तो मित्र यदि आप भी सोचते हैं की सफल व्यक्ति के कुछ ख़ास लक्षण होते हैं, और हम भी आपको कुछ ऐसी ही अच्छी अच्छी आदतों के बारे में बताने वाले हैं तो ऐसा नहीं है। वास्तव में कोई इंसान सफल इस बात से नहीं होता की वो 5 बजे उठता है की नहीं उसकी सफलता को परखना हो तो बस इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
सफल व्यक्ति की दिनचर्या का सच जानें
किसी महान इंसान ने कहा था की मोमबत्ती बुझी हुई है, यह जानने भर से वह जल नहीं उठेगी। ठीक उसी प्रकार यदि आप देख पा रहे हैं की जीवन आपका बदलाव मांग रहा है तो जब तक आप कोई कदम नहीं उठाएंगे आपके जीवन का दिया कभी जलेगा नहीं।
पर इससे पहले की आप ये फैसला लें की खुद को कैसे बदलें? सवाल आता है आपको कैसा बदलाव चाहिये? क्या आप जानते हैं भली भाँती की जीवन में आपके क्या है, जो बदलने योग्य है?
अगर नहीं, और उसे जाने बिना आप किसी भी सफल इंसान की सुबह शाम की जिन्दगी को देखकर उसी को फॉलो करने लगते हैं तो ये अंधे का अनुकरण करने जैसा है।
उदाहरण के लिए आप पढ़ाई में टॉप करके सफल होना चाहते हैं पर बॉलीवुड का कोई अभिनेता जो आज सफल है उसकी आप दिनचर्या को फॉलो कर रहे हैं तो क्या आपको कभी सफलता मिलेगी।
ठीक इसी प्रकार जिस भी इंसान को आप जिन्दगी में फॉलो करना चाहते हैं, खुद से एक सवाल कीजिये? उसके जैसा करके मुझे मिलेगा क्या?
क्या जीवन में जो मेरी तकलीफें हैं, समस्याएं हैं वो खत्म हो जाएँगी। यदि नहीं तो मैं ऐसा क्यों करूँ। उदाहरण के लिए मुझे किसी नौकरी से तकलीफ है जिसे करने के बाद शाम को मेरा मूड ऑफ़ हो जाता है और मेरे भीतर तनाव और टेंशन बढ़ जाती है।
पर बजाय इस नौकरी की समस्या को सुलझाने के मैं कहता हूँ नहीं मुझे जेम्स बोंड का डेली शेड्यूल देखना है, क्या ऐसा करने से मेरी मूल समस्या सुलझ जाएगी? नहीं न।
ठीक इसी तरह आप जिस भी व्यक्ति की लाइफ को फॉलो करना चाहते हैं, वैसा करने से पहले नीचे बताई गई कुछ ख़ास बातों का ध्यान रखिये।
अन्यथा ठीक वैसे जैसे हमें बता दिया गया था की जिन्दगी में पढ़ लिखकर नौकरी करने से लाइफ सेट हो जाती है, पर उस भ्रम की हकीकत आज हमें मालूम हो रही है। ठीक वैसे आगे भी कोई आपको भ्रम में डाल सकता है।
अतः मेरा आपसे निवेदन है किसी के भी डेली शेड्यूल को फॉलो करने से पहले आपको ये बातें खुद से जरुर पूछनी चाहिए?
सफल व्यक्ति की दिनचर्या समझें और जीवन बदल जायेगा!
#1. लक्ष्य के पीछे का इरादा या नियत को देखें।
हम अक्सर किसी इंसान के कर्मों को देखकर उसे जज करने लगते हैं, हमारे दिमाग में सफल व्यक्तित्व की एक छवि बनी हुई है, यदि कोई इंसान कुछ ख़ास तरह के काम रोजाना करता है तो हम उसे सफल घोषित कर देते हैं।
उदाहरण के लिए कोई जल्दी उठकर कसरत करे, किताब पढ़े और छुट्टी लिए बिना रोजाना अपने काम की शुरुवात करे। तो हम कहेंगे ये सफलता के लक्षण हैं और साथ ही जैसे नशा करने, अधिक सोने इत्यादि से वह दूर रहे तो हम उसे सफल घोषित कर लेंगे।
पर वास्तव में सफलता का निर्धारण इन्सान के कर्मों से नहीं उसकी नियत से होना चाहिए। क्योंकि अगर नियत ठीक नहीं है, तो फिर काम कोई भी हो वो ठीक कैसे हो सकता है?
उदाहरण के लिए मैं एक डरपोक इंसान हूँ और मैं चाहता हूँ जिस तरह मैं आज डर रहा हूँ उसी तरह मैं बाकी लोगों को भी अपनी पॉवर से नीचे झुकाऊं।
तो अपनी इस सोच को हकीकत में बदलने के लिए अब मैं रोजाना शरीर को मजबूत कर रहा हूँ, पैसे कमाने के लिए रोजाना काम कर रहा हूँ, ज्ञान बढाने के लिए किताबें पढ़ रहा हूँ, कुछ अच्छे काम कर रहा हूँ। बाहर बाहर से अब मुझे कोई देखेगा तो उसे लगेगा मैं अब सफलता की तरफ बढ़ रहा हूँ।
पर भीतर से तो मैं जानता हूँ न की मेरे भीतर परिश्रम और इतना अनुशासन इसीलिए है न क्योंकी मैं लोगों का शोषण कर सकूं।
तो काम तो मेरे अच्छे हैं लेकिन पर मेरी नियत क्या कोई जान पायेगा? नहीं न इसलिए कोई इंसान बहुत मेहनत करे, समय पर उठे, समय पर काम करे तो जल्दी से ये मत कह देना की वो सफलता की तरफ बढ़ रहा है।
नहीं, सफल है या नहीं उसकी नियत, उसका इरादा बता देगा। रावण के पास बहुत ज्ञान था, शक्ति थी पर नियत ठीक नहीं थी, राम के पास रावण की तुलना में कुछ नहीं था पर फिर भी सही नियत की वजह से वो हमारे दिल में आज भी पूजनीय हैं।
#2. सच्चाई से प्रेम होना।
जहाँ एक आम इंसान काम इसलिए करता है ताकि वह अपने सपनों को, अपनी जरूरतों को पूरा कर सके। इसके विपरीत जो इन्सान सफल होता है उसके दिल में सच्चाई के प्रति हमेशा प्रेम रहता है। वो कहता है सच्चाई से बड़ी खूबसूरत कोई चीज़ नहीं है।
इसलिए उसे जहाँ कहीं भी, जब कभी भी सच दिखाई देता है तो वो उसे स्वीकार करता है। और एक बार उसे सच पता चल गया तो फिर वह उस सच्चाई के रास्ते पर आगे बढ़ता है। उदाहरण के लिए मैं बहुत आलसी हूँ, कामचोर हूँ ये बात किसी ने मुझे बता दी।
तो यदि मुझे सच्चाई से प्रेम होगा तो मैं जरा सोचूंगा और देखूंगा इस बात में कितनी हकीकत है। यदि बात में दम है तो मैं उस इंसान को प्रणाम करूंगा। और फिर देखूंगा कैसे मैं अपने आलस को हटाकर जिन्दगी में कोई ढंग का काम कर सकता हूँ। ताकि मैं अपनी समस्या से जीत सकूँ।
#3. अपनी कमजोरियों को तोडना।
देखिये कोई इन्सान जो भीतर से ईमानदार है, जिसे सच्चाई से प्रेम है, जो जीवन में सही लक्ष्य के खातिर जी रहा है, उसके जीवन में भी तकलीफें तो आएँगी ही ठीक वैसे जैसे एक झूठे और अपनी इच्छाओं को पूरा करने वाले इंसान के जीवन में आती हैं।
तो मित्र सफलता इस बात में नहीं है की बाहर से आपने कितना कुछ पाया? कितनी इज्जत और कितनी शोहरत पाई। बल्कि वास्तविक सफलता तो खुद से लड़ाई है, भीतर की जो भी कमजोरियां थी उससे आपने लड़ाई लड़ी और जीत हासिल की तो समझिएगा आप एक सफल इंसान हैं, अन्यथा नहीं।
सही काम को करने में जो भीतर डर आता था, मन में लालच उठता था उसे हराया की नहीं, यदि नहीं तो बाहर से कितना भी कुछ कर लो अगर भीतर एक निडरता,सच्चाई, प्रेम नहीं है तो जीना मुश्किल हो जायेगा।
#4. जीवन में उचित लक्ष्य होना।
एक सफल व्यक्ति की सफलता रूपये पैसे, इज्जत से नहीं नापी जा सकती। वास्तव में जो इन्सान सही नियत के साथ जीवन में कोई ढंग का काम कर रहा हो। कोई ऐसा काम कर रहा हो जिसे करने में ही समाज की या प्रकृति की भलाई हो तो समझ लीजियेगा वो इन्सान सफल है।
और मजे की बात यह है की जब आप इतना बड़ा काम करने की जिम्मेदारी लेते हो तो वो कब पूरा होगा आपको ही नहीं मालूम होता। तो फिर सफलता इस बात में नहीं की आपने वो काम खत्म किया की नहीं, बल्कि आप वो काम जीते जी कर रहे हैं इसी में आपकी सफलता है।
#5. अपने कार्य के प्रति सीखने का जुनून
अभी तक हमने जाना की सफलता सही नियत और सही काम से निर्धारित होती है। एक बार आपने कोई सही और ऊँचा काम करने की ठान ली तो निश्चित रूप से वो काम कठिन तो होगा ही। और उसे करने में बीच में कुछ तकलीफ भी आ सकती हैं।
तो अब ऐसे में आपका प्रेम ही आपको वो चीज़ सीखने पर मजबूर कर देगा जो आपको आपकी मंजिल तक पहुंचा सकता है।
#6. किताबें पढ़ना।
कई लोगों को लगता है किताबें पढना एक अच्छी आदत की तरह होती है, ठीक जैसे रोज कसरत करना अच्छा रहता है, वैसे ही किताबें पढने से हमें कुछ नया जानने को मिलता है। निश्चित रूप से देश और दुनिया का ज्ञान किताबों में छपा रहता है और किताबें पढने से हम वो कुछ जान पाते हैं जो हम दुनिया को घूमने से भी नहीं जान सकते।
पर ध्यान दें जिन किताबों का आप चयन करते हैं उसी से आपकी जिन्दगी तय हो जाती है।
क्योंकी याद रखें हर किताब सम्माननीय नहीं होती। आमतौर पर हम जैसे होते हैं वैसी ही किताबों का चयन कर लेते हैं। अगर मैं लालची हूँ तो मैं अपनी इच्छा से वही किताब पढूंगा जो मुझे अपने सपनों को पूरा करने में मदद करेगी। जो मुझे और ज्यादा पैसा कमाने में मदद करेगी।
अतः कई बार किताबें हमारे लिए फायदेमंद होने की जगह नुकसानदाई हो जाती हैं। अतः उन किताबों को पढ़ें जो आपको सच्चाई के करीब लायें, वे किताबें जो आपके जीवन की तकलीफों को दूर करके आपको शांति,सच्चाई और प्रेम तक लेकर जाएं।
पेश हैं कुछ पुस्तकें जो आपके जीवन की समस्याओं से आपको छुटकारा दिलाती हैं।
खास पुस्तकें
✔ वेदांत
#7. अनुशासन बेहद जरूरी।
जिस प्रकार एक लालची इंसान खूब मन लगाकर काम करता है उसी तरह भगवद्गीता में श्री कृष्ण कहते हैं की जो इंसान निस्वार्थ भाव से सही काम कर रहा है उसे भी घोर कर्म करना चाहिए। ठीक वैसे कोई इंसान अपने स्वार्थ के लिए खातिर 14 घंटे काम कर रहा है।
तो आप यदि सही काम कर रहे हैं तो आपको 16 घंटे काम करना चाहिए। और इस काम में निश्चित रूप से अनुशासन चाहिए होगा। देखिये जब काम से प्रेम होता है तो फिर अनुशासन भी आ ही जाता है।
यदि पूरी समझ के साथ आपने किसी ऐसे काम को करने का फैसला कर लिया है जो इस समय बेहद जरूरी है तो अब आपका प्रेम उस कार्य को करने के लिए आपको विवश कर देगा।
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अंतिम शब्द
तो साथियों इस लेख को पढने के बाद एक सफल व्यक्ति की दिनचर्या कैसी होती है? इस प्रश्न का सीधा और सटीक उत्तर आपको लेख में मिल गया होगा। किस व्यक्ति की दिनचर्या का आपको अनुसरण करना चाहिए? किसका नहीं। यह आप जान चुके होंगे। इस लेख को पढ़कर मन में कोई सवाल या सुझाव है तो कमेन्ट बॉक्स में बताएं साथ ही जानकारी को शेयर भी कर दें।