ध्यान से शक्ति कैसे प्राप्त करें? 100% सच्चाई!

रोजाना ध्यान करने से मनुष्य का मन शांत & स्थिर रहता है, एकाग्रता बढती है, पर क्या आप जानते हैं ध्यान से चमत्कारिक शक्तियाँ पाई जा सकती हैं, जी हाँ आज हम इस खास पोस्ट में ध्यान से शक्ति कैसे प्राप्त करें? जानेंगे।

ध्यान से शक्ति कैसे प्राप्त करें

प्राचीन समय से ही ध्यान मनुष्य के लिए लाभदाई रहा है, इसलिए मनुष्य की समस्याओं को मुक्ति देकर उसे आनंदित करने के लिये ध्यान की अनेक विधियाँ ईजाद की गई।

और पिछले कुछ समय से न सिर्फ ध्यान के फायदों को भारत में बढ़ावा मिला है, बल्कि पश्चिमी देशों ने भागदौड़ भरी इस जिन्दगी में तनाव से मुक्ति पाने, अपने काम में फोकस करने हेतु ध्यान को बेहद सहायकमंद माना है।

पर आज तक हम जिस ध्यान को महज एक क्रिया मानकर उसे जरूरी मानते थे, यदि मैं कहूँ यह इतना शक्तिशाली है की अगर जिस इन्सान ने ध्यान को समझते हुए इसका सही उपयोग कर लिया उसको कुछ ऐसी विशेष शक्तियाँ मिल जाती हैं।

जिससे वो आम से ख़ास इन्सान बन जाता है, जी हाँ हम ऐसा क्यों कह रहे हैं ये आप तभी जानेंगे जब आप इस पोस्ट में बताई गई हर बात को ध्यान से समझेंगे। तो चलिए पहले जानते हैं

ध्यान क्या है | what is Meditation in Hindi

होश में, समझदारी में जीवन जीना ही ध्यान है। ईमानदारी से अपने विचारों का, कर्मों का और मन में चल रही हलचल को गौर से देखते रहना (अवलोकन करना) ही ध्यान है।

जीवन में हर पल, हर समय ध्यान में रहकर जिया जा सकता है। ध्यान कोई क्रिया नहीं है जिसके लिए आपको आंख बंद कर किसी एक विशेष मुद्रा में घंटों बैठना पड़े।

ठीक उसी तरह जैसे संसार में कुछ भी देखने के लिए आँखों को बस खुला रखना पड़ता है। उसी प्रकार ध्यान में जीने के लिए आपको एक नजर भीतर खुली रखनी होती है, देखना होता है मन में क्या चल रहा है?

बस इमानदारी से जिसने मन को समझ लिया वह बहुत सारी गलतियों को करने से बच जाता है।

ध्यान माने होश,जो प्रति पल होना चाहिए। क्योंकी होश न होने का अर्थ है इंसान बेहोशी में जी रहा है। ठीक ऐसे जैसे स्वस्थ्य न होने का अर्थ है व्यक्ति बीमार है।

अतः इस बात से ये साबित होता है की ध्यान निरंतर दिन के 24 घंटे होना चाहिए।

ध्यान से शक्ति कैसे प्राप्त करें? Heading

#1. ध्यान आपको होश में जीना सिखाएगा।

हमने जाना की ध्यान कोई क्रिया या विधि नहीं होती, अतः वे लोग जिन्हें लगता है सुबह जल्दी उठकर 2 घंटे आँख बंद करना ही ध्यान होता है। उन्हें बता दें ध्यान का सम्बन्ध आपके शरीर से नहीं अपितु मन से है, क्योंकी हम ध्यान मन को स्थिर या शांत रखने के लिए ही करते हैं।

और जब ध्यान आंतरिक चीज़ है, तो फिर यह ध्यान सिर्फ प्रातःकाल उठकर ही क्यों होना चाहिए? ध्यान तो खाते हुए, चलते हुए, पढ़ाई करते हुए, काम करते हुए, कोई भी फैसला लेते हुए हर समय होना चाहिए।

जब आप होशपूर्वक जीवन जिओगे तो पाओगे जीवन में आपके दुःख क्यों है? किस कारण आपको परेशान होना पड़ता है? कोई काम मजबूरी में क्यों करने पड़ते हैं। आपको अपने रिश्तों का, अपनी आदतों का सच मालूम होगा। संक्षेप में कहें तो आपको अपने जीवन की हकीकत दिखने लगेगी।

और यही वास्तव में ध्यान की सबसे बड़ी शक्ति है की वह आपके जीवन का सच खोलकर रख देता है।

#2. ध्यान ही दुखों से मुक्ति देगा।

एक बार जान गए की मेरे जीवन में जो तकलीफें हो रही हैं उसका मूल कारण क्या है? तो फिर उपाय भी आप खोज लेंगे। उदाहरण के लिए देख लिया है की नौकरी ऐसी है जहाँ मालिक तंग करता है, काम अच्छा नहीं है जिसकी वजह से गुस्सा, तनाव और बोरियत होती है।

तो अब आप कहेंगे की मुझे जल्द से जल्द एक ऐसी नौकरी की तलाश करनी है जहाँ पर मेरी परेशानी का अंत हो, भले मुझे 2 घंटे ज्यादा काम करने पड़े और थोड़े पैसे कम मिले लेकिन मुझे चिंता, दुःख से मुक्ति चाहिए। इसी तरह ध्यान से आप जीवन की हर एक परेशानी को ढूंढ सकते हैं और उसका समाधान कर सकते हैं।

होश में अर्थात ध्यान में रहने का यह एक विशेष लाभ इन्सान को मिल जाता है।

#3. ध्यान ही जीवन के प्रति ईमानदारी है।

जो ध्यान में नहीं जी रहा वो फिर झूठा, बेहोश, नासमझ जीवन जी रहा है। जी हाँ, क्योंकी जो इंसान अपने होश में नहीं होगा वह दूसरों को देखकर अपने जीवन के फैसले लेगा।

जब भी वह दुःख में होगा तो वह असली समस्या का कारण और समाधान ढूँढने की बजाय एक शराबी की भाँती उस दुःख का सस्ता इलाज ढूंढ लेगा।

और जो इंसान खुद के जीवन के प्रति ईमानदार नहीं है, जिसे अपना हाल नहीं मालूम वो इंसान दूसरों के लिए भी ईमानदार नहीं हो सकता। ठीक वैसे जैसे नशे से धुत इन्सान किसी दूसरे को होश में नहीं ला सकता। इसी प्रकार जिसने खुद को नहीं जाना वह दूसरे की चाहत भी नहीं समझ सकता।

#4. ध्यान आपको परम आनन्द देगा।

जो ध्यान आपको आपकी परेशानियों से मुक्त कर सकता है, वास्तव में उसी ध्यान के पास आपको असीम शान्ति देने की भी शक्ति होती है। ध्यान आपको ये बता देता है की जीवन में क्या करने लायक है, किन चीजों के पीछे भागना व्यर्थ है, क्या चीज़ कीमती है और क्या झूठ है, माया है।

और ये जानने का सबसे बड़ा लाभ यह होता है की अब आप आम सांसारिक इंसान की तरह छोटी छोटी बातों में दुखी नहीं होते, आप बेफिक्र हो जाते हैं, जीवन को देखने का नजरिया आपको बदल देता है।

आप किसी की गुलामी पसंद नहीं करते, जो सही है सिर्फ सीना तान के उस काम को करते हैं। और उसमें फिर जो आनंद की अनुभूति होती है वो किसी और काम में कैसे मिल सकता है।

#5. ध्यान ही जीवन का ध्येय है।

ध्यान का अर्थ बोध यानि समझ होता है, और इंसान मानो अपने हर कर्म और अनुभव से कुछ नया सीखने और जानने की इच्छा रखता है। इसलिए जानने वालों ने कहा की जीवन में रूपया, धन, दौलत से कहीं ज्यादा जरूरी है समझ।

संसार में इंसान कितनी ही तरक्की क्यों न कर लें। पर यदि बोध नहीं है जीवन में तो उसके हर फैसले उस अंधे की भांति होंगे जो अपने पैरों से किसी भी दिशा में चल तो सकता है पर वह कभी अपनी मंजिल तक नहीं पहुँच सकता।

पर जो व्यक्ति ध्यानी होता है वही इन्सान वास्तव में अपने मन और इस संसार का सच जान पाता है। अतः ध्यानी होना कोई विकल्प नहीं है ये अनिवार्यता है, हर उस इंसान के लिए जो पैदा हुआ है।

ध्यान कैसे करें? ध्यानी बनने की विधि

ध्यान क्या है? ध्यान की शक्तियों से परिचित होने के बाद अब सवाल आता है की क्या कोई ऐसा तरीका है जिससे आम इन्सान भी ध्यानी बन सके।

तो देखिये, ध्यान में जीने के लिए आपको अपने जीवन का अवलोकन करना होगा, देखना होगा दिन भर आप क्या करते हैं, कौन से विचार आपके मन पर हावी होते हैं? और जब भी मन किसी ऐसी चीज़ की तरफ भागता है जो ठीक नहीं है तो ऐसी स्तिथि में क्या फैसला लेते हैं ?

किन बातों से आप बहुत डरते हैं, कौन सी चीजें सही हैं पर आप करना नहीं चाहते। उन चीजों की एक सूची बनाइए और इस तरह धीरे धीरे जीवन में वो सबकुछ जो आपको लगता है ठीक नहीं है, उसको हटाने के लिए उन चीजों की लिस्ट बनाईये जो सही हैं।

और फिर लगातार उन चीजों का अभ्यास करिए जो सही हैं, इस तरह आप पाएंगे जीवन धीरे धीरे बदल रहा है, आप स्वयं अपने गुरु बनकर खुद को सही राह पर चलने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इस तरह ध्यान आपको अपने ही लालच,डर,दुःख से मुक्ति देकर आपको ईमानदार, सच्चा और आनन्द से भरा जीवन जीने की शक्ति देगा।

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अंतिम शब्द

तो साथियों इस लेख को पढकर ध्यान से शक्ति कैसे प्राप्त करें? इस विषय पर पूरी clearity (स्पष्टता) आपको इस लेख में मिल गई होगी। लेख को पढ़कर जीवन में शान्ति और स्पस्टता आई है तो अधिक से अधिक पोस्ट को शेयर करें, साथ ही लेख के प्रति कोई सवाल या सुझाव है तो आप इस whatsapp नंबर 8512820608 पर सांझा कर सकते हैं।

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