अगर आपको लगता है आपके परिवार में या किसी प्रिय व्यक्ति पर काला जादू, टोना टोटका किया हुआ है तो आज हम इस खास पोस्ट में जादू टोना करने वाले का नाम कैसे पता करें? समझेंगे।
जादू टोना भारतीय समाज में प्रचलित एक ऐसी कुप्रथा है जिसके संपर्क में जो कोई आता है, शक और डर उसके भीतर कुछ इस तरह बैठ जाता है की उस इंसान का जीवन ही बदल जाता है।
वे लोग जिनपर जादू टोना किया होता है वह इंसान दुनिया से ही कट जाता है, उसके जीवन से होश चला जाता है और कई बार स्तिथि इतनी गम्भीर हो जाती है की लोग उसे पागल भी कह देते हैं।
पर आज हम जरा इस विषय की गहराई में जानेंगे और समझेंगे इस समस्या का इलाज क्या है? ताकि जब कभी आप जीवन में अपने किसी करीबी या किसी भी इन्सान को जादू टोने की इस समस्या से घिरा पायें तो आप उसकी परेशानी का हल निकाल सकें।
तो इस आशा से की आँखें खोलने वाले इस सच को आप अंत तक ध्यान से पढेंगे तो आइये जानते हैं की
जादू टोना करने वाले का नाम कैसे पता करें?
यदि आपको शक है उस इंसान के ऊपर जिसने आपके घर में या आप पर किसी तरह का जादू टोना किया हुआ है तो इससे पहले की आप उस व्यक्ति को खोजने के लिए किसी तांत्रिक, पंडित के पास अपनी समस्या लेकर जाएँ। और वो आपको कोई उपचार बताएं।
आपको कुछ बातों पर विचार करना होगा इसके बाद आप चाहे तो आगे कोई भी कदम उठा सकते हैं।
#1. सबसे पहले पूरी समस्या और कारण पता करें।
जी हाँ, जादू टोना करने वाले का नाम जानने के लिए सबसे पहले आपकी जिम्मेदारी यह है की आप उस व्यक्ति की परेशानी अर्थात मन का हाल जानें जो व्यक्ति इस समस्या से जूझ रहा है।
आप उससे बातचीत करें या फिर उसके साथ बैठकर ध्यान से समझने का प्रयास करें की वो कौन सी हरकतें कर रहा है, किन चीजों की तरफ जाने से डर रहा है इत्यादि।
आमतौर पर जो व्यक्ति जादू टोने, तन्त्र मन्त्र से घिरा हुआ है, मानसिक रूप से उसके भीतर परेशानी बढ़ जाती है वह बेचैन रहता है, अकेले रहने लगता है, बातें करना कम कर देता है।
हालाँकि 1% अगर इस समस्या का प्रभाव उसके शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा है , और आपको शरीर में उसके कहीं समस्या दिखाई दे रही है तो आप उसका इलाज डॉक्टर के माध्यम से कर सकते हैं। अतः पहले यह जानने और समझने का प्रयास करें की समस्या की वजह क्या है?
क्योंकि जादू टोने के अधिकतर मामलों में लोगों को असली समस्या पकड में नहीं आती और वह इधर उधर उसके समाधान के लिए घूमते रहते हैं। उदाहरण के लिए किसी लड़के का लड़की से ब्रेकअप हो चुका है और इस घटना से वह काफी दुखी है और डिप्रेशन में जा चुका है।
तो सम्भव है परिवार वाले चूँकि लड़के के साथ हुई इस घटना के बारे में नहीं जानते। अतः वे जब भी लड़के को उदास, निराश-हताश देखेंगे तो एक बात निश्चित है की वो कहेंगे मेरे लड़के को किसी की नजर लग गई या किसी ने काला जादू कर दिया इत्यादि
इसलिए इससे पहले की आप पीड़ित की हालत में सुधार लाने के लिए कोई भी उपाय या विधि आजमायें, समझिये उसकी हालत का जिम्मेदार कौन है? किस बात से वह डरा हुआ है? कौन सी घटना है जिससे उसका जीवन ही बदल गया है?
जब आप यह जान लेंगे तो निश्चित रूप से आप उस दुखी इंसान की मदद भी कर पाएंगे। कई मामलो में तो डर और शर्म की वजह से लोग अपने दिल की बात कह भी नहीं पाते।
पर आपके मन में वाकई उसके भले की कामना है तो आप प्यार से उससे बात करके या अन्य लोगों की मदद लेकर किसी तरह असली वजह जानने का प्रयास करें।
#2. दूसरे पर आरोप न डालें।
देखिये दुखद है परन्तु सच है की जिस जादू टोने की समस्या की यहाँ बात हो रही है उससे आज भी रोजाना अनेकों भारतीय गुजरते हैं। हालांकि इन बातों में सच्चाई नही है लेकिन फिर भी अज्ञानता की वजह से मनुष्य के भीतर इस विषय पर बेहद डर छिपा रहता है।
तो जब भ्रम और डर के कारण जादू टोना करने वाले का नाम मालूम होता है, और उसे किसी पर यह शक होता है की उसपर किसी की बुरी नजर लगी है या किसी ने कोई टोना और टोटका किया है तो वह जल्दी से अपनी इस हालत का जिम्मेदार उस व्यक्ति को ठहरा देता है जिसके बारे में उसे किसी पंडित या ज्योतिष ने बताया है।
और जब सामने वाला व्यक्ति अपने बारे में इस तरह की बातें सुनता है तो उस व्यक्ति के साथ आपका जिस पडोसी, दोस्ती या सगे सम्बन्धी का रिश्ता था वो तो टूटता ही है, साथ में बाद में जब ऐसी समस्या ठीक हो जाती है तो आप यह सोचकर पछताते हैं की मैंने किसी के साथ ठीक नहीं किया। तो जल्दबाजी में ऐसा बिलकुल न करें।
#3. अब पीड़ित को समझाने का प्रयास करें।
देखिये ये बात तो तय है की जिस व्यक्ति पर जादू टोने का प्रभाव पड़ता है उसका व्यवहार पहले जैसा नही रहता, वो इन्सान कब क्रोधित हो जाये और कब दुखी हो जाए। यह कोई नहीं कह सकता। एक तरह की उसकी स्तिथि पागलों जैसी होती है।
तो ऐसे में अब आपको यह देखना होगा की मुझे कैसे पीड़ित इन्सान से बात करनी है, ताकि उसके मन से थोडा डर और भ्रम कम हो और वह सच जानने का प्रयास करें। उदाहरण के लिए मैं इस बात से डरा हुआ हूँ की गाँव के किसी पेड़ में रहने वाली भूतनी मेरे ऊपर चढ़ गई है।
अब ये बात झूठ है, आप जानते हैं की ऐसा हो नहीं सकता। पर ये बात झूठी होने के बावजूद मैंने मन में पकड ली है तो अब आप बताइए कौन सी ऐसी विधि निकालेंगे जिससे की मेरे भीतर से भूतों का डर निकल जाये। थोड़ी देर के लिए ही सही मैं आपकी बात सुनूँ?
इसी प्रकार अब ये आपको देखना पड़ेगा की किस तरह आप उस व्यक्ति के साथ डील कर सकते हैं।
#4. तांत्रिकों, ज्योतिषियों की सच्चाई समझें और बताएं।
जब परिवार के किसी सदस्य पर जादू टोना और टोटके की समस्या आती है तो परिवार में भी माहौल खराब रहता है, एक व्यक्ति की वजह से बाकी लोग भी डरे, सहमे और परेशान होने लगते हैं जो की कुछ हद तक लाजिमी भी है।
पर ऐसी स्तिथि में आपका यह फर्ज बनता है की आप दूसरों तक सच पहुचाएं। आप बताएं की इस समस्या का समाधान कोई तांत्रिक ज्योतिषी नहीं है। क्योंकि उसके पास जाने पर वह कोई विधि बतायेगा। उदाहरण के लिए वह कह देगा इसमें फलाने देवता आये हैं या फिर कोई भूत प्रेत आया है।
और यह तभी जायेगा जब आप इस दिन, इस समय फलानी विधि का उपयोग करेंगे। यह सुनकर आप घर आकर इस विधि को आजमाएंगे तो पहली बात तो निश्चित नहीं है की इस परेशानी से कितनी देर राहत मिलेगी, दूसरा फिर से ये समस्या कब आ जाएगी कोई पता नहीं है।
और सम्भव है एक बार आप कीसी पंडित या ज्योतिष के पास चले गए तो वो आपको अपने फायदे के लिए कई और विधियाँ आजमाने के लिए कह सकता है जिसमें आपका उर्जा,समय, धन बर्बाद होगा। इसलिए कई लोग इन चीजों पर विश्वास रखते हैं और घोर अन्धविश्वासी भी हो जाते हैं।
#5. मन के डर को दूर करने की विधि निकालिए।
देखिये जादू टोटके के अधिकाँश मामलों में व्यक्ति का डर ही उससे वह सारे व्यर्थ के काम करवाता है जो वह होश में रहते हुए कभी नहीं कर सकता था। उदाहरण के लिए मेरे भीतर ये डर आ चुका है की मेरे भीतर भूत है और वह भूत मुझे कहता है की दिन में 10 बार नहाकर ही मैं जिन्दा बचूंगा।
तो अब मैं इस डर के मारे दिन में 10 बार नहाऊंगा, और यह तो सिर्फ उदाहरण है लोगों के भीतर यह डर इतना हावी रहता है की वह कई अजीब अजीब सी हरकतें करते हैं। अतः जब भी आप देखें कोई व्यक्ति असमान्य हरकतों को करता पाया जाता है तो समझ लीजियेगा व्यक्ति भीतर से डरा हुआ है।
आप प्रेम से उसके पास जाएँ, बातचीत करें उसके साथ समय गुजारें और उसे धीरे धीरे सच्चाई बताना शुरू कीजिये।
#6. केवल आत्मज्ञान में है उपाय।
देखिये हमारे देश और समाज के पिछड़ेपन की इस समस्या की असली वजह अज्ञानता है। बाहरी शिक्षाभले हमें स्कूल, कॉलेज और विश्व विद्यालय से प्राप्त हो रही है। लेकिन आत्मज्ञान की शिक्षा से हम आज भी वंचित हैं।
आत्मज्ञान माने आंतरिक ज्ञान, भीतर हमारे मन है और यही मन है जो लालच, डर, और आलस्य से घिरा हुआ रहता है और सभी काम करवाता है। इसलिए जो व्यक्ति वाकई जादू टोन और संसार की सभी फ़ालतू की बातों को छोड़कर सच्ची, आनन्दमई जिन्दगी जीना चाहता है उसे आत्मज्ञान होना बहुत जरूरी है।
आत्मज्ञान नहीं होगा तो आप कभी जादू टोटके पर तो कभी किसी की झूठी बातों पर तो कभी संसार की लुभावनी चीजों से धोखा खाकर परेशान तो रहेंगे।
इसलिए ये मन क्या है? ये क्या चाहता है? मन दुखी क्यों होता है? ये संसार क्या होता है? और आत्मा क्या है? जब तक आप नहीं समझते तब तक आपके लिए किसी की भी कही बातों पर विश्वास करके खुद को धोखे में रखना आसान हो जायेगा।
#7. किसी ज्ञानी व्यक्ति से बात करें।
सब प्रयासों के बावजूद अगर जादू टोने से पीड़ित इन्सान की दिमागी हालत में सुधार नहीं हो रहा है। वो आपकी बातें नहीं सुन रहा है।
तो फिर आप उसे किसी ऐसे समझदार इंसान के पास लेकर जाएँ जो आत्मज्ञानी है, शिक्षित है अर्थात जो सच जानता है। और आपको लगता है की इस इन्सान के पास यदि मैं जादू टोने से ग्रसित व्यक्ति को लेकर जाऊं तो वह इसकी बात मान सकता है।
तो बिलकुल आप ऐसे इंसान को फोन पर या हो सके तो आमने सामने मिलवाइए। उससे कहिये तेरी सारी तकलीफें वो बाबा या वो इन्सान ठीक कर देगा। तुझे बस उसके सामने अपने दिल का हाल बताना है। और जो भी उपाय बताएं उसका पालन करना है।
इस तरह आप एक योजना बनाकर पीड़ित की समस्या को ठीक करने का उपाय बना सकते हैं। देखिये अगर वाकई पीड़ित व्यक्ति के प्रति आपके मन में प्रेम है तो आपको हर वो विधि आजमानी चाहिए जिससे वो सच्चाई को जानें और उसके जीवन के दुःख कम हों।
Note: कृपया ध्यान दें ज्ञानी व्यक्ति से आशय समाज में प्रचलित किसी बाबा, पंडित, ज्योतिष से बिलकुल नहीं है। कोई भी इंसान जो समझदार है, शिक्षित है आप उसके पास जा सकते हैं। इस समबन्ध में हमसे बातचीत के लिए आप 8512820608 नम्बर पर सम्पर्क करें।
#8. मन का भ्रम है।
जितने भी ऋषि और ज्ञानी भारत की भूमि में पैदा हुए, जिन्होंने भी जीवन को समझा उन्होंने एक ही बात कही की एकमात्र सत्य है और बाकी सब कुछ झूठा है। एक ही है जो कभी नहीं मिटेगा बाकी सब मिथ्या है, झूठ है भ्रम है।
इसलिए अगर जादू टोने में, अदृश्य शक्तियों के होने का कोई सबूत नहीं है, इनमें कोई सच्चाई नहीं है तो भला इनको ठीक करने का भी कोई उपाय कैसे हो सकता है। पर चूँकि हम अज्ञानी होते हैं हमें शास्त्रों में लिखी सच्चाई को जानने में परेशानी होती है लेकिन हम अपने समाज और रिश्तेदारों की बातों को मान लेते हैं।
परिणाम यह होता है की जो बात है ही नहीं, उसे सुनके हमें लगता है ये बात तो सच्ची होगी। क्यों? क्योंकी सब कह रहे हैं। जी नहीं ठीक वैसे भूत होते हैं न? क्यों क्योंकि सब बोलते हैं। जी नहीं ये मन का भ्रम है इसमें सच्चाई नहीं है।
#9. शास्त्र/बोध साहित्य में इनका कोई स्थान नहीं।
देखिये जादू टोने, भूत प्रेत, इत्यादि जितनी भी चीजों के नाम पर हमें डराया जाता है, यदि वाकई उनमे दम होता तो हमारे पूजनीय ग्रन्थ जैसे श्रीमदभगवदगीता, उपनिषदों में ये बात तो कही लिखी होती न। ऋषि उपनिषदों में कहीं तो ये बात कहते या फिर कृष्ण जब अर्जुन को पूरा जीवन शास्त्र समझाते हैं तो कही तो कहते की उपरी साए से ऐसे बचो या कुछ भी।
यही नहीं जिन महात्माओं को आज हम पूजते हैं फिर चाहे वो स्वामी विवेकान्द हो, कबीर साहब हो, महात्मा बुद्ध हो उन्होंने तो कभी इन विषयों पर बात की होती। नहीं की, क्योंकी किसी विषय पर बात की जाये इसके लिए उसका होना जरूरी है न।
पर सिर्फ ये बातें झूठ हैं, भ्रम हैं यह जानते हुए उन्होंने इन बातों पर बोलना समय की बर्बादी समझा।
#10. माया ही टोना टोटका है।
जो सच लगती है पर होती नहीं है, उसे माया कहते हैं। और माया का यही जादू है बचपन से आज तक माया के इस जादू ने हमें नचाया ही है। जब छोटे थे तो लगता था की बड़े हो जायेंगे, नौकरी मिल जाएगी, जो चाहे वो करेंगे तो मौज आएगी पर आज वो सब मिल चुका है अब लगता है पहले ही ठीक थी।
इसी तरह संसार में हर वो चीज़ जो अभी हमारे पास नहीं है, माया हमारे कान में ये कहती है की उसे पाओ तो मौज मिलेगी। पर जैसे ही उसे पाते हैं तो माया फिर खेल का विषय बदल देती है। जो ज्ञानी और थोडा समझदार इंसान होगा वो जानेगा की माया के कहने पर जीवन जीना ही टोना टोटका है।
माया के चलाये चलना और अंत में मर जाना ही टोटका है। और कुछ भी टोटका या जादू नहीं होता। इसलिए फिर जानने वाले कह गए की माया बड़ी पापिनी है। माया से बचो।
जादू टोने से बाहर निकलने की सच्ची कहानी।
देखिये जो उपाय जादू टोने की समस्या को लेकर मैंने आपके साथ सांझा किये हैं, उन उपायों को यूँ ही नहीं लिखा गया है, दरअसल मैं अपनी जिन्दगी में पहले उस स्तिथि से गुजर चुका हूँ चलिए अब आपके साथ अब वो घटना भी सांझा करते हैं।
बात उन दिनों की है जब मैं नौवी कक्षा में पढता था, सामान्य जिन्दगी चल रही थी पर किसी वजह से मेरे भीतर अपने माता पिता को खो देने का डर हावी हो गया, और धीरे धीरे यह डर इतना हावी हो गया की यह मुझे ऐसे किसी कृत्य करने को मजबूर कर रहा था जो होश में रहते हुए मैं कभी नहीं कर सकता था।
मैं अजीब अजीब सी हरकतें करता, लोगों को लगता इसपर भूत प्रेम का कोई साया है। पर चूँकि मन की स्तिथि ही ऐसी थी की ये बात मैं खुलके किसी को बता भी नही सकता था मुझे लगता था अगर मैं साफ़ साफ अपनी बात कहूँगा और बताऊंगा की मैं ये हरकतें क्यों करता हूँ।
तो मेरे माता पिता के साथ कुछ अनहोनी घट जाएगी। बस फिर क्या दिन निकलते गये, तमाम पंडितों, ज्योतिषियों के पास मुझे ले जाया गया। मंदिर में पुजारी से लेकर दरगाह में चादर चढाने की वे सभी कोशिशें की गई। जिससे की मेरी समस्या को ठीक किया जाता।
पर अफ़सोस 2 साल तक ये समस्या चलती रही, जहाँ कहीं भी मुझे ले जाया जाता उनकी बताई विधियों का पालन किया जाता वे सब विधियाँ थोड़ी देर के लिए तो राहत देती। लेकिन कुछ समय बाद फिर मन कहता की ये हरकतें अगर नहीं की तो देख लेना अंजाम ठीक नहीं होगा।
मानो भीतर कोई राक्षस बैठा हुआ था जो लगातार मुझे गुलाम बना रहा था जिसके कहने पर मैं चलता, जिसके कहने पर मैं रुक जाता, जिसके कहने पर मैं खाता जिसके कहने पर मैं सोता।
जी हाँ, जब मैं इस स्तिथि से गुजर रहा था जब मेरी आयु 15 वर्ष की थी। एक एक दिन मानो ऐसा लगता जैसे जीवन मुझे कठोर सजा दे रहा हो।
मेरी इन हरकतों को देखते हुए आज लगता है माता पिता की भी उम्मीदें टूट ही रही थी, जितने तरीकों से सम्भव था वो मेरी हालत को सुधारने के प्रयास कर चुके थे।
पर एक दिन अचानक जब मैं इन अजीब सी हरकतों को अंजाम दे रहा था, माँ मेरे करीब बैठे देख रही थी। मैं जरा रुका और मां के पास गया और कहा की मैं ये हरकतें इसीलिए करता हूँ क्योंकी मेरे भीतर ये डर है की ऐसा न करने पर आपके ऊपर कोई संकट आ जायेगा।
पर माँ ने कहा तू ये सब करना छोड़ दे, हमें कुछ नहीं होगा।
बस अंततः मार्च 2015 को मेरी अजीब सी ये पागलों वाली हरकतें थम गई, पूरी तरह नहीं लेकिन हाँ 90% तक हरकतें अब होना बंद हो गई।
और ये वो समय था जब मेरी लम्बाई बढ़ नहीं रही थी तो एक डर कम हुआ तो भीतर दूसरा ये डर बढ़ने लगा की मेरी लम्बाई नहीं बढ़ी तो मैं बौना हो जाऊँगा और लोग मेरी मजाक करेंगे।
और एक साल और लगा मुझे इस डर से गुजरने में अंततः साल 2016 में जब बारहवीं कक्षा में पढ़ाई कर रहा था तो मुझे फिर एक ज्योतिष के पास ले जाया गया।
उन्होंने कुछ विधियाँ बताई और अंततः मुझे विश्वास दिलाया की अब जो कुछ भूत प्रेत था वो सब हट गया है और अब तेरी लम्बाई बढ़ जाएगी।
यकीन मानिये उनके द्वारा लम्बाई बढ़ने को लेकर दिए गए इस आश्वासन से मैं इतना खुश था की मुझे मेरी लम्बाई बढ़ने पर यकीन होने लगा। अब मैं वापस घर गया और इस आशा के साथ की अब मेरी लम्बाई पक्का पढ़ जाएगी मैंने सुबह शाम स्ट्रेचिंग करना शुरू किया।
और यकीन मानिए अगले 6 महीनों मैं औसतन मेरी लम्बाई इतनी बढ़ गई थी की अब मुझे कोई बौना नहीं कह सकता था।
अब उस समय को आज जब मैं याद करता हूँ तो सोचता हूँ उस पंडित की भांति आश्वासन देने वाला कोई इंसान अगर मेरी जिन्दगी में होता तो शायद वो लम्बाई जिसके लिए मैंने वर्षों से ख्वाब देखे थे वो आसानी से बढ़ जाती।
और जो बात मैं 2 वर्षों तक अपनी मां से कह नहीं पाया वो असली और मूल बात मैंने काश पहले कह दी होती तो मैं उस दुःख से नहीं गुजरता।
तो साथियों यह थी मेरी सच्ची कहानी जो बताती है की हमारी लड़ाई दुनिया से नहीं है, बल्कि भीतर बैठे मन से है यही मन है जो हमें बेवकूफ़ बनाकर पूरी जिन्दगी ठगता है और यही मन है जो हमें शिखर तक पहुंचा सकता है।
तो ये मन हमें डरा न सके और हमे दुखी न कर सके हम सभी चाहते हैं इसलिए हमें मन को हमेशा सही संगती देनी चाहिए। अच्छी किताबें पढ़ें, अच्छे लोगों की संगती में रहें जीवन निश्चित रूप से अच्छा ही होगा।
सम्बन्धित पोस्ट पढ़ें:-
✔ जादू टोना सच है क्या? जानें या सिर्फ एक झूठा भ्रम
✔ काली शक्ति से बचने के 10 अचूक उपाय | 100% समाधान
अंतिम शब्द
तो साथियों जादू टोना करने वाले का नाम कैसे पता करें? इस प्रश्न का स्पष्ट जवाब आपको इस लेख में मिल गया होगा, लेख को पढने के बाद मन में किसी तरह के प्रश्न हैं सुझाव या राय है तो आप बेझिझक अपने विचार 8512820608 पर सांझा कर सकते हैं।