झूठा प्यार क्या होता है? 13 निशानियां झूठे प्रेम की

सच्चे प्यार को लेकर हमने अनेकों बार चर्चा की है लेकिन आज हम समझेंगे झूठा प्यार क्या होता है? झूठे प्यार के क्या लक्षण, निशानियाँ हैं। ताकि आप एक सही इंसान के साथ प्रेम का रिश्ता बना सके।

झूठा प्यार क्या होता है

हमने देखा है कई प्रेमी जोड़े आपस में बिछड़ने के बाद दुखी रहते हैं एक दूसरी की शिकायत करते हैं। और अपने प्यार करने पर पछतावा करते हैं, प्रेमी के दूर होने पर जो दर्द दिल को होता है उसकी कल्पना मात्र एक प्रेमी ही कर सकता है।

पर यह जरूरी नहीं की प्यार में ऐसी स्तिथि से खुद को बचाया न जा सके। अगर आप होश में रहकर प्रेम करते हैं और किसी गलत इंसान के नापाक इरादों को समझ जाते हैं तो आप खुद को उस दुखभरी हालत से बचा सकते हैं।

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झूठा प्यार क्या होता है? Definition of False Love in Hindi

किसी से कुछ पाने की इच्छा या उम्मीद रखना ही प्रेम करना या झूठा प्यार कहलाता है। झूठा प्रेम सिर्फ यही नहीं की आप किसी को उसके बुरे हाल पर छोड़ कर चले जाये बल्कि किसी से कुछ पाने की लालसा या आशा रखना भी झूठा प्रेम है।

आप पाएंगे प्यार में दिल टूटने वाले आशिक कहते हैं उसने मेरे साथ सिर्फ टाइमपास किया, उसे मुझे कभी प्रेम था ही नहीं उसे मेरे पैसों से प्यार था, या मेरे शरीर से प्यार था इत्यादि।

लेकिन वजह कुछ भी हो आप देखेंगे इन प्रेमियों के बीच एक बात सांझा होती है “उम्मीद” और जब प्रेमियों की एक दूसरे से की गई उम्मीदें पूरी नहीं हो पाती है तो फिर उनके बीच दरार आती है वो झगड़ते हैं लड़ते हैं।

झूठे प्रेम की खासियत होती है की वहां पर इंसान सिर्फ अपना हित या भला देखता है, वो देखता है किसी तरह से मुझे अपने प्रेमी से कोई फायदा मिल जाये या किसी तरह का सुख मिल जाये, ये लाभ का रिश्ता कभी भी सच्चा प्रेम नहीं हो सकता।

ऐसे प्यार में व्यक्ति को कोई फर्क नहीं पड़ता की दूसरा इंसान कैसा है? दूसरे की हालत कितनी कमजोर है? वो सिर्फ अपने बारे में सोचता है, ऐसे प्यार में अगर आपको दिखे भी की सामने वाले की भलाई कर रहा है या उसके लिए कुछ बेहतर कर रहा है तो वो भी इसलिए ताकि ऐसा करके बाद में खुद को फायदा मिले।

उदाहरण के लिए एक प्रेमी अपनी प्रेमिका को खूब सारी शॉपिंग करवाता है उसे उसका मनपसन्द गिफ्ट देता है और बाद में उसे किसी कमरे में ले जाकर उसकी ख़ुशी से शारीरिक समबन्ध स्थापित करता है तो ये भी एक झूठा प्रेम ही है, जिसमें लगता तो है की बाहर से प्रेमी बड़ा अच्छा है लेकिन उसके मंसूबे कुछ और ही होते हैं।

झूठे प्यार की 13 निशानियाँ? सावधान हो जाइए!

अगली बार आप किसी से प्रेम का रिश्ता बनाएं, तो आपको सतर्क रहना होगा आपका प्रेमी आपसे सच्चा प्रेम करता है अथवा नहीं। साथ ही इन लक्षणों को जानकार आप खुद को भी टेस्ट कर देख सकते हैं कहीं आप उन्हें झूठा प्रेम तो नहीं करते।

#1. सिर्फ शरीर को ही महत्व देना।

अगर आपका प्रेमी आपके चेहरे या शरीर की तारीफ़ अक्सर करता है, जैसे तुम आज हॉट लग रही हो या तुम बहुत फिट लग रहे हो इत्यादि तो समझ जाइये इस इंसान को आपसे नहीं बल्कि आपके शरीर से बहुत मतलब है।

 आपका मन भले ही परेशान हो, दुखी हो उस इन्सान को उससे कोई फर्क नहीं पड़ता वो सिर्फ बात करेगा जो आपके शरीर के इर्द गिर्द हो।

और जब ऐसा इंसान जिन्दगी में आ जाये जो आपके रूप को देखकर आपसे प्यार करे। तो समझ लीजियेगा आपके शरीर के आलावा उसे कुछ चाहिए भी नहीं।

#2.  आपकी कमियों के बारे में बात करें।

एक झूठा प्रेमी आप में आंतरिक रूप से सुधार लाने की बात कभी नहीं करेगा, ये जानकर की आपके अन्दर कई तरह की कमियां है जैसे आपको लोगों से बात करने में डर लगता हो।

आपको रोजगार करना न आता हो या आपको अन्य किसी तरह की परेशानी है वो जानते हुए भी आपको कभी उन कमियों को सुधारने के लिए तैयार करना तो छोड़ो  उनपर बात करना भी पसंद नहीं करेगा। वो बस आपको और खुद को सुख देने के लिए काम करेगा।

#3. आपको खुश करने के लिए कार्य करना।

आजकल तो ये बड़ा ट्रेंड है की मै तुम्हारी ख़ुशी के लिए किसी से भी लड़ सकता हूँ। घर परिवार छोड़ सकता हूँ इत्यादि। और वाकई कई प्रेमी इस हद तक गुजरते भी हैं पर मैं कहता हूँ एक सच्चा प्रेमी आपकी ख़ुशी नहीं बल्कि भलाई देखेगा।

खुश रखना और किसी का भला चाहने में बड़ा अंतर होता है। आप चाहते हैं अपनी प्रेमिका के साथ आज सेक्स करें तो आप उसके लिए खोबसूरत ड्रेस या गिफ्ट रख देंगे और फिर खुश करके उसकी बाहें पकड़ लेंगे। लेकिन अगर आप भलाई चाहते हैं तो आप उसके लिए वो करूगे जिसकी जरूरत है वाकई उसे। भले वो खुश हो या आपसे नाराज हो जाये कोई फर्क नहीं पड़ता।

#4.  आपको कुछ बेहतर करने के लिए प्रेरित करना

क्या अपने कभी देखा है दो प्रेमी आपस में रोजगार की, निडरता की, आत्मनिर्भरता की बात करते हैं? नहीं न उनकी बातों को सुनकर आपको कहीं से यह नहीं लगेगा की ये दोनों एक दुसरे की तरक्की चाहते हैं भला चाहते है।

बल्कि उनके बीच बात होती है कहा घूमें क्या खाएं क्या पहनें इत्यादि। और अगर आपका प्रेमी भी ऐसी ही फिजूल की बातें करता है उसको सिर्फ आपके शरीर से चेहरे से या पैसों से मतलब है तो समझ जाइए आप गलत व्यक्ति के साथ प्रेम का रिश्ता बना रही है।

#5. आपके साथ रहने का वादा करना।

देखिये एक प्रेमी अगर आपके साथ जीने मरने की कसमें खाता है, हमेशा रहने का वादा करता है तो सावधान हो जाइए। क्योंकि प्रक्रति में यही निश्चित नहीं है कल क्या होगा? तो कैसे आप इतनी बड़ी उम्मीद किसी से रख सकते हैं। लेकिन ऐसा खूब होता है और फिर अगर कोई प्रेमी बिछुड़ जाता है तो दुसरे के बारे में सोचकर एक व्यक्ति बहुत परेशान होता है।

 पर अगर आप ऐसी स्तिथि से बचना चाहते हैं तो ये याद रखें प्रेम वर्तमान में जीता है उसे भविष्य की चिंता नही होती। अतः अभी आप इस पल में जिससे भी प्रेम करते हैं उसकी भलाई के बारे में सोचिये उसे भविष्य का दिलासा न दें। ये एक झूठे प्रेम की निशानी होती है।

#6. आपको शादी के लिए दबाव देना।

कई प्रेमी या प्रेमिका आपस में कुछ समय बाद शादी करने के लिए कहते हैं, और कई बार तो इसके लिए दबाव बनाया जाता है, लेकिन अगर आपके रिश्ते में भी ऐसा ही है आपको किसी मजबूरी या कारण से शादी करने के लिए दबाव दिया जा रहा है।

तो जिन्दगी भर आप एक गलत व्यक्ति के साथ रिश्ता बनाने जा रहे हैं। सच्चा प्रेम आपको मुक्त रखता है वहीँ झूठा प्रेम आपको बाँधने की कोशिश करता है और शादी का नाम ही बंधन होता है।

#7. आपकी तरक्की में बाधा बनना

चाहे लड़का हो या लड़की हर किसी को जीवन में अगर वास्तविक आजादी चाहिए तो उनमें आत्मनिर्भरता का गुण होना ही चाहिए। इसलिए आजकल लड़कियों को भी शिक्षित किया जाता है ताकि पढ़ लिखकर वह लड़कों की भाँती रोजगार/ नौकरी/बिजनेस कर सके।

पर अगर आपको अभी भी पैसों के लिए पापा, भाई इत्यादी किसी शख्स पर निर्भर रहना पड़ता है तो यकीन मानिये आप गलती कर रहे हैं। एक सच्चा प्रेमी आपको आत्मनिर्भर बनने, आपके डर को दूर करने तथा गलत आदतों को दूर करने में मदद करेगा।

लेकिन इसके बजाय आपकी तरक्की में साथ देने के वो आपको आपनी हालत में ही पड़े रहेने के लिए मजबूर करता है या स्वीकार कर लेता है तो समझ लेना ये एक झूठा प्रेम था।

#8. रूमानी बातें करना।

फिल्मों में रूमानी बातें खूब चलती हैं, जहाँ पर नायक नायिका से कहता है तुम कहो तो मैं चाँद तारे भी तोड़ कर ले आऊंगा। या तुम मेरी बन गई तो तुम्हें दुनिया घुमाऊंगा। इस तरह अगर कोई इंसान प्यार के नाम पर आपको किसी तरह का लालच या आश्वासन दे रहा है तो समझ लीजिये वो सच्चा प्रेमी नहीं है।

अगर उसे वाकई आपसे प्रेम होगा तो वो इस पल जो आपके लिए ठीक है, जो आपकी तकलीफें हैं उन्हें ठीक करने में मदद करेगा। इसके विपरित अगर वो इन्सान भविष्य के सपने दिखाकर आपसे बहकी बातें कर रहा है तो समझ लीजिये उसके इरादे ठीक नहीं हैं।

#9. पैसों की तरफ आकर्षित होना।

अधिकांश लोग जो कहते हैं मुझे किसी से प्रेम है, यहाँ तक की शादी भी करते हैं उसके पीछे कोई वजह जरुर होती है। कई बार वह वजह किसी का आकर्षक शरीर हो सकता है, उसका पद हो सकता है। या फिर एक सामान्य सा कारण उसका पैसा हो सकता है।

अक्सर इस तरह की खबरें आती रहती हैं जहाँ प्रेमिका ने पैसों के लिए प्रेमी की हत्या भी कर दी। या फिर सालों का रिश्ता पैसों की वजह से टूट गया इत्यादि। ये सब खबरें  इस बात को प्रमाणित करती हैं की पैसा एक बड़े से बड़ा कारण है जिसको पाने के लिए प्यार का झूठा खेल खेलते हैं।

#10. प्रेम की खातिर शर्तों में बाँधना।

चूँकि दुनिया में झूठा प्रेम जैसा कुछ होता ही नहीं, सिर्फ प्रेम होता है। और अगर किसी इन्सान के मन में भलाई की कामना नहीं है उसके मन में कुछ पाने का स्वार्थ है तो प्रेम तो वहां बचा ही नहीं।

तो जब मन में इच्छा अपनी प्रेमिका या प्रेमी से कुछ फायदा उठाने की है तो फिर इन्सान सोचता है हर वो तरीका आजमाओं जिससे की मैं अपना स्वार्थ पूरा कर सकूं। और उस मतलब को पूरा करने में यदि उसे दूसरे को तकलीफ भी देनी पड़े तो वह देने को तैयार रहता है।

उदाहरण के लिए एक लड़का लड़की से आकर्षित हो जाता है, और उसके रंग रूप को देखकर वह उसके साथ सम्भोग करना चाहता है। तो अब अपनी कामवासना की पूर्ती के लिए उस लड़की को काबू में करने की कोशिश करेगा।

वो लड़की से कह सकता है की वो मेरे अलावा किसी से बात न करे या फिर वो अकेले बाजार न जाए। इत्यादि तो इस तरह प्रेमी या प्रेमिका डर की वजह से झूठे प्यार में एक दूसरे पर शर्तें थोप सकते हैं।

#11. दिखलावटी पन अधिक होता है।

झूठे प्यार में कुछ भी रियल, असली, खरा नही होता है। झूठे प्रेम में दो लोगों के बीच बातचीत से लेकर उनके पहनावा नकली होता है। आलम यह होता है की दोनों एक दूसरे के सामने अपनी सच्चाई लाने से डरते हैं।

उदाहरण के लिए प्रेमिका जानती है की उसका रंग गोरा नहीं है, पर जब भी वो प्रेमिका के सामने आएगी तो ऐसे दिखेगी जैसे मानो वो बहुत आकर्षक है। इसी तरह प्रेमी जानता है की वो उस लड़की से पहले 10 और लड़कियों को आई लव यु कह चुका है। लेकिन अपनी प्रेमिका से वो यही कहेगी की मुझे तुमसे पहली बार प्यार हुआ है।

तो इस तरह दोनों के बीच हर चीज़ नकली  रहता है और ऐसा रिश्ता 2 महीने, 6 महीने तक भी चलना मुश्किल हो जाता है।

#12. बात बात पर शक करता है।

जब इंसान प्रेम शब्द को नहीं समझ पाता तो भला वो किसी को प्यार करने के काबिल हो सकता है क्या? नहीं, अधिकांश लोगों को लगता है प्यार का मतलब एक दूसरे का ख्याल रखना, एक दूसरे के साथ रहना, शादी करना इत्यादि।

पर मित्र। प्यार का सीधा अर्थ है अपने मन से किसी के प्रति भलाई चाहना। पर जब हमें यही छोटी सी बात समझ नहीं आती तो हम प्यार के नाम पर कई ऐसी हरकतें करते हैं जो बेवकूफी के सिवा कुछ नहीं होती।

इन्सान जिसे अपना प्रेमी मानता है उसे काबू में करने की कोशिश करता है, इसलिए छोटी छोटी बातों में वह उसपर शक करके उसकी भावनाओं को ठेस पहुंचाता है। इस तरह ये रिश्ता कभी भी मजबूत नहीं होने पाता।

#13. झूठा प्यार आपसे उम्मीदें रखता है।

झूठे प्यार में दोनों पार्टनर एक दूसरे से उम्मीदें लगाये रहते हैं। एक प्रेमी की अपनी प्रेमिका से ये आशा रहती है की वो उसका ख्याल रखे, उससे बातें करें, उसके साथ घूमें इत्यादि और साथ ही वो उसके अलावा किसी और मर्द के साथ बात न करें।

और ठीक इसी तरह की कुछ उम्मीदें एक प्रेमिका को अपने प्रेमी से होती है। पर आप ये जानकर हैरान हो जायेंगे की इसे प्यार नहीं कहा जाता।

प्यार तो वास्तव में आजादी देता है, वो निडर, बेफिक्र होता है उसको ये चिंता नहीं होती की मेरा प्यार कहीं मुझे छोड़कर तो नहीं चला जायेगा। सच्चे प्रेमी का मन हमेशा अपने प्रेमी का भला चाहता है, उसका मन सौ फ़ालतू की चीजों के बारे में नहीं सोचता।

लेकिन जो लोग प्यार के नाम पर दूसरे का इस्तेमाल करना जानते हैं वे डरे हुए रहते हैं, उन्हें लगता है मेरी प्रेमिका कहीं मुझसे रूठ न जाए। अतः उनके प्यार में आजादी से ज्यादा बंदिशें होती हैं।

झूठे प्यार से कैसे बचें?

झूठे प्यार को समझने का एकमात्र तरीका है होश में रहकर जीवन जीना, अगर उपरोक्त लक्षणों को पढ़ कर आप समझ चुके हैं की झूठा प्यार क्या होता तो अब समय है ये जानने का की झूठा प्यार क्या होता है? अगर आप सच्चे और झूठे प्रेम दोनों को समझ लेते हैं।

और फिर आप आँखें खोलकर देखते हैं की आपकी जिन्दगी में आपका प्रेमी या प्रेमिका कैसा रिश्ता आपसे रखता है। तो आप समझ जायेंगे मेरा प्यार सच्चा है सिर्फ झूठा है टाइमपास है। अतः होश में रहने के लिए पहले आपको अपने अंदर वो बोध समझ लाना होगी की रिश्ता आपको कैसा रखना है एक इन्सान के साथ।

पर चूँकि ज्यादातर लोग इस बात की परवाह ही नहीं करते, उन्हें सिर्फ एक दुसरे का शरीर देखकर आकर्षण होता है और उसी को वो प्यार समझ बैठते हैं, वो ये जानने के भी कोशिश नहीं करते जिस इंसान के साथ मैं रिश्ता बना रहा हूँ।

वो क्या वाकई मेरी भलाई चाहता है या बस मेरा फायदा निकालकर मेरा शोषण करना चाहता है।

सच्चा प्यार और झूठे प्यार में क्या अंतर है?

सच्चे प्रेम और झूठे प्रेम में सबसे बड़ा अंतर है इच्छा का, सच्चा प्यार हमेशा अपने प्रेमी की भलाई देखता है, चाहे इसके लिए भले उसे खुद का नुकसान ही क्यों न करना पड़े। वो इस बात को सह लेता है ताकि प्रेमी की भलाई हो सके।

दूसरी तरफ झूठे प्यार का आधार “शोषण करना” होता है, ऐसे रिश्ते में एक दुसरे से लाभ की इच्छा रहती है, झूठे प्यार में प्रेमी हमेशा चाहेगा।

वो किसी भी तरह से ज्यादा से ज्यादा सुख अपनी प्रेमिका से ले, वहीँ दूसरी तरफ प्रेमिका भी चाहेगी किस तरह वो ज्यादा से ज्यादा फायदा प्रेमी से हासिल करें।

सच्चे प्रेम का एकमात्र उद्देश्य दुसरे की भलाई होती है, जबकि झूठा प्रेम सिर्फ एक दूसरे का इस्तेमाल करने के लिए होता है।

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अंतिम शब्द

तो साथियों इस लेख को पढने के पश्चात झूठा प्यार क्या होता है? आप समझ ही गए होंगे इस लेख को पढने के बाद आपके क्या विचार हैं कमेन्ट में बताइए और अगर इस लेख में दी गई जानकारी से संतुष्ट हैं तो इसे शेयर भी कर दें।

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