क्या भूत होते हैं | सबूत के साथ जान लो!

क्या भूत होते हैं? क्या सच में भूत प्रेत दिखाई देते हैं? भूत पकड में क्यों नहीं आते?  इन्टरनेट पर सबसे ज्यादा सर्च करने वाले इस रोचक सवाल की सच्चाई क्या है? आइये जरा इसे विस्तार से समझते हैं।

क्या भूत होते हैं'

हम अक्सर अपने पाठकों के साथ रहस्यमई विषयों का सच लाने का प्रयास करते हैं, ताकि वह झूठ से बच सके, इससे पहले हमने ज्योतिष शास्त्र की और कुंडलिनी शक्ति पर भी विस्तार से चर्चा की थी।

और आज का विषय कुछ ऐसा है जिसपर विभिन्न लोगों की अलग-अलग राय है, कोई कहता है भूत प्रेम महज इंसान के मन की कल्पना है तो वहीँ कुछ कहते हैं की भूत सच में होते हैं और हमने जीवन में उनका अनुभव भी किया है।

अब कोई इन बातों को अन्धविश्वास मानता है तो किसी के लिये यह बातें इतनी डरावनी हैं की कोई इस विषय पर खुलकर बात भी नहीं करना चाहता। बहरहाल आज हम जरा इस खुफिया राज से पर्दा उठाएंगे और पाठकों के सामने पूरा सच लेकर आयेंगे।

क्या भूत होते हैं| भूत प्रेतों का सच 

इस जगत में भूत प्रेतों के अस्तित्व को लेकर सारी कहानियां मनगढंत हैं, भूत मनुष्य के मन का एक काल्पनिक चित्र है, इसमें कोई सच्चाई नहीं होती।

और वे लोग जो इस बात के विरुद्ध तर्क देकर कहते हैं की भूतों के होने का अनुभव उसे ही हो सकता है जिसे दिखे हो। आपने कभी देखा नही होगा तो आपको नहीं दिखे होंगे।

तो इस तरह के कुतर्कों में कितना दम है इसे एक उदाहरण की साहयता से समझते हैं मान लीजिये कोई कहे मैं 5 मिनट तक सांस लिए बिना जीवित रह सकता हूँ, यह मेरा व्यक्तिगत अनुभव है।

मेरे पास इतनी सहनशक्ति है की मैं बिना नाक से सांस लिए बगैर भी जीवित रह सकता हूँ।

तो आप उसकी बातों पर यकीन करेंगे? नहीं न आप कहेंगे भले मुझे ऐसा अनुभव न हो हुआ हो पर मैं जानता हूँ ये शरीर क्या है, ऑक्सीजन क्या है? और शरीर के लिए कितनी जरूरी है।

अगर वायुमंड से 1 मिनट के लिए भी ऑक्सीजन नामक यह गैस खत्म हो जाए तो लाखों, करोड़ों लोग मर जायेंगे।

तो यह बिलकुल जरूरी नहीं की कोई चीज़ सच है या झूठ हम तभी मानें जब हमें उस बात का अनुभव हो।

पर हजारों की भीड़ में आपको 2 लोग ऐसे जरुर मिल जायेंगे जो कहेंगे भूत सच में होता है, और कहते हैं हमारे वहां आइये तब मालूम होगा।

क्या बरगद के पेड़ में भूत होते हैं?

जी नहीं बरगद का पेड़ अपने विशाल आकार और कई तरह के औषधीय गुणों को लेकर जाना जाता है, गर्मियों में इसकी शीतलता से सभी को लाभ होता है।

बरगद के पेड़ में भूत

परन्तु जो बरगद दिन में लोगों के लिए देवता समान होता है, कहा जाता है रात के समय यह इतना ही खुफिया और डरावना हो जाता है।

जी हाँ, परन्तु सच्चाई यह है की बरगद के पेड़ में किसी तरह का कोई भूत प्रेत निवास नही करता, अगर आपको लगता है की सुनसान रास्ते में रात के समय निकलते हुए बरगद के पेड़ से किसी तरह की आवाज आती है।

और कुछ अलग अनुभव होता है तो इसके लिए आपको वातावरण को और अपने मन को समझना जरूरी है।

कल्पना करें रात का समय है और आप अकेले किसी पहाड़ी क्षेत्र से गुजर रहे हैं, आपके पास कोई टॉर्च इत्यादि साधन भी नहीं है आप चाँद की रोशनी में चले जा रहे हैं।

पर आप जितना आगे बढ़ते हैं इस सुनसान जगह में आपको उतना डर लगने लगता है।

क्योंकि आपके मन में भूतों की छवि पहले से ही बनी हुई है तो रास्ते में सामने दिखने वाले हर पेड़ और उसकी टहनी को देखकर आपको ऐसे लगता है मानो कोई भूत आपका ही इन्तेजार कर रहा हो।

पर जैसे ही रात बीतती है तो सुबह सूरज की रोशनी की किरण से आपका सारा खौफ गायब हो जाता है।

उसी प्रकार हमारे भीतर का अज्ञान और हमारी नासमझी उस घने अँधेरे की तरह है जो हमें डराती है पर जैसे ही उस अंधरे में टॉर्च जलाकर कोई हमें सच्चाई से रूबरू करवाता है तो हमारा डर गायब होने लग जाता है।

भूत कैसे पहचाने? शरीर में भूत होने के लक्षण

भूत को पहचानने और उसे भगाने का एकमात्र उपाय है “ज्ञान” जिसे हम प्रायः समझ भी कहते हैं। ऐसी समझ या नियत जो सच को सच और झूठ को झूठ मान सके।

अब यदि आपमें जरा भी विज्ञान की समझ हो और आपको पता हो ये मन क्या है? ये संसार क्या चीज़ है तो आप पाएंगे की हम जो कुछ भी इस संसार में देख सकते हैं, सुन सकते हैं, जिसकी कल्पना कर सकते हैं सब भौतिक है।

और चूँकि भौतिक है तो उस चीज़ के बारे में पढ़ा जा सकता है, महसूस किया जा सकता है और जाना जा सकता है। अब ऐसे में कोई कहे की हमें भूतों के होने का अहसास होता है जिसकी वजह से भीतर से डर उठता है।

तो अगर ऐसा इन्सान यदि समझने की नियत रखे तो उसे बताया जा सकता है की ये गुस्सा ये बेचैनी ये भूतों की कल्पना सब आपके भीतर बैठा मन कर रहा है।

इसी मन को अगर आप सही काम, सही संगती, और सबसे बड़ी बात सच्चाई की शरण में ले जाएँ अर्थात साफ़ साफ़ खुद को ये बताएं की क्या सच है? और क्या काल्पनिक है तो आप इन बातों पर धीरे धीरे भरोसा करना छोड़ देंगे।

भूत कौन सी चीज से डरता है?

भूत कोई भौतिक पदार्थ नहीं है जिसे किसी बंदूक या हथियार या किसी भी अन्य भौतिक वस्तु से डराया जा सके, भूत हमारे ही मन द्वारा बनाई गई एक काल्पनिक छवि है।

भूत किस बात से डरता है

यदि आपको उस छवि से ही डर लगता है जो वास्तव में है ही नहीं तो फिर बताइए कोई डॉक्टर या किसी इन्सान द्वारा बताई गई कोई विधि या टोटका काम आ सकता है?

नहीं न, ठीक वैसे जैसे कोई आपको कहें भूत को भगाना है तो घर के बाहर नमक रख दें। भूत आने बंद हो जायेंगे।

और आप पाएंगे जिस रात आपने ये विधि अपनाई थी उस दिन आपको भूतों के होने का अहसास ही न हो अब आप कहेंगे ये लीजिये नामक ने भूत को भगा दिया।

पर अगर आप सच्चाई समझने की नियत रखते हैं तो आप पाएंगे की भूतों का अहसास किसे होता था?

मन को, तो सारा खेल बाहर हो रहा था या मन में, आप कहेंगे मन में तो अगर इसी मन को आपने ये दिलासा दे दी थी की घर के बाहर नमक रखने से भूत नहीं आयेंगे।

तो क्या ऐसा नही हो सकता आप इसी मन को साफ़ साफ़ यह बता दें की भूत कुछ होता ही नहीं, पर नहीं हम समझते हैं भूत है और ये तभी परेशान नहीं करेगा।

जब तक नमक न रख दें। पर अगर आप जरा भी होश में जीवन जियें तो आप पाएंगे भूत के आने और इसके डराने का सारा खेल अन्दर चल रहा है। बाहर कुछ भी ऐसा नही है।

भूत पकड में क्यों नहीं आते?

भूत कोई भौतिक पदार्थ नहीं हैं अतः उसे पकड़ा नही जा सकता। इंसान मात्र भौतिक चीजों को देख सकते हैं और उन्हें पकड सकते हैं फिर चाहे वह भौतिक पदार्थ ठोस, तरल, गैस की भी अवस्था में क्यों न हो।

अतः अगर भूत ठोस होता तो उसे गोली मारकर या हथियार से उसकी गर्दन पर वार किया जा सकता था।

अगर वह गैसीय अवस्था में होता तो उसपर एक्सपेरिमेंट करना संभव होता, और यदि वह तरल अवस्था में होता तो उसी के अनुरूप उसे काबू में करने की कोशिश की जाती।

पर चूँकि वह पदार्थ की तीनों अवस्थाओं में से किसी में नहीं होता। अतः आप निष्कर्ष निकाल सकते हैं की भूत हमारे द्वारा रचित काल्पनिक शब्द और कहानी है।

उदाहरण के लिए मैं आपको कहूँ अल्ब्सको को पकड के दिखाओ अब आप किसको पकड़ेंगे जो चीज़ है ही नहीं उसे कहाँ से काबू में करेंगे।

भूत कितने बजे आते हैं?

रात्री का समय भूतों के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है, आखिर क्यों? क्योंकी यही वह समय है जब सूर्य अस्त हो जाता है और पूरी दुनिया सो जाती है।

यही वह समय होता है जब इंसान पारलौकिक कहानियों को गढ़ सकता है। कुछ अच्छे बुरे अनुभव कर सकता है।

जी हाँ, बिना कुछ किये भी अनुभव होता है इस बात का प्रमाण यह है की आपको रात में सपने आते हैं, कभी यह अच्छे तो कभी डरावने होते हैं, जिस रात आपको खौफनाक सपने आते हैं अगले दिन आप कहते हैं न कल रात का डरावना अनुभव था।

तो रात के समय आपका मन कल्पना करने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र हो जाता है कभी यह आसमान में उड़ता है तो कभी इसे कुछ खौफनाक अहसास होता है।

पर एक बात समझिएगा कोई बात सच्ची हो या न हो पर मन को हर अच्छी बुरी बात का अनुभव होता है।

तो हम कह सकते हैं की अगर भीतर बैठा अनुभव करने वाला मन ही न हो तो भूत भी नही होंगे।

और मन तो है लेकिन ये सच तो बताता नहीं है बस यह अच्छा या बुरा अहसास करवाता है, इसलिए मन कभी आपको नही बता सकता की वास्तव में भूत होते हैं की नहीं।

अगर सच जानना है तो मन के साथ नहीं जाना, जो चीज़ सच और झूठ साबित करती है उसके पास जाना जरूरी होता है।

क्या वास्तव में भूत-प्रेत और आत्माएं होती हैं?

मरने के बाद इंसानों के भूत बनने से जुडी कहानियां हम सभी ने सुनी हैं पर बहुत कम लोग उन बातों के पीछे की सच्चाई समझने का प्रयास करते हैं।

बुरी आत्मा का सच

अगर आप वाकई भूत प्रेतों से जुडी कहानियों के पीछे मौजूद सच को जानना चाहते हैं तो आपको कुछ बातें ध्यान से समझनी होगी।

पहली बात शरीर के बारे में जानें। क्योंकि वे लोग जिन्होंने विज्ञान में बायोलॉजी नहीं पढ़ी होती जो नहीं जानते की किस तरह कोशिकाओं की मदद से शरीर का निर्माण होता है? ये शरीर कैसे काम करता है?

अक्सर ऐसे लोग नासमझी के कारण शरीर के मरने के बाद तमाम तरह की कहानियां बनाते हैं। तो ऐसे लोगों को हम कहेंगे जरा विज्ञान का अध्ययन कीजिये आपको शरीर के निर्माण से लेकर इसके नष्ट होने का ज्ञान मिल जाएगा।

दूसरी बात, वे लोग जिन्हें लगता है आत्मा शरीर के अन्दर होती है, और वे लोग जो समझते हैं की मरने के बाद आत्मा इधर उधर भटकती है।

ऐसे लोगों को उपनिषद या भगवदगीता पढनी चाहिए जहाँ से उन्हें मालूम होगा की असल में ये आत्मा क्या है?

उन्हें मालूम होगा की आत्मा कोई पदार्थ नहीं है जो यहाँ से वहां हिलने लगे, कोई हवा नहीं है। सच्चाई का ही दूसरा नाम आत्मा है।

पर चूँकि न तो हम आत्मा को जानते और न ही हम शरीर को समझते तो भूत प्रेत और आत्मा के नाम पर कई तरह की कहानियां बड़े शौक से बनाते हैं।

क्या धर्म भूत-प्रेत को मानता है?

सच्चाई ही धर्म है, तो जब धर्म का इतना छोटा और संक्षिप्त अर्थ है। तो बताइए धर्म आपको क्यों कहेगा की भूत होते हैं या नहीं।

क्या धर्म भत प्रेत को मानता है

साफ समझिये धर्म की स्थापना, धर्म की आवश्यकता इसलिए पड़ती है ताकि मनुष्य की दुःख, परेशानी कम हो और वह शान्ति और प्रेम में जिए।

पर चूँकि हम देखते हैं समाज में अधिकांश लोग जो भूतों की बातें कहते हुए पाए जाते हैं वो धार्मिक होते हैं। वो स्वयं को भगवान का बड़ा भक्त कहते हैं।

अतः फिर लोगों को लगता है धर्म ही लोगों को भूत प्रेतों को मानने की बात कहता होगा जी नहीं, अगर आप समझेंगे वाकई धर्म क्या है? तो आपको समझ में आएगा धर्म तो जीते जी मनुष्य को एक श्रेष्ट जीवन जीने में मदद करता है।

धर्म की जरूरत मृत्यु के बाद नहीं है, बल्कि जीते जी हम सही जीवन जी सके इसलिए धर्म जरूरी है।

किन लोगों पर पड़ता है बुरी आत्माओं का साया

उपनिषदों को पढ़ें तो आपको साफ़ साफ पता चलेगा की आत्मा और कुछ नहीं सत्य है, यानी जहाँ कहीं भी आपको सच्चाई दिखे जान लेना वहां आत्मा है।बुरी आत्मा का साया

चूँकि सत्य अटल है, अविचल है इसलिए उसी सत्य को ऋषियों ने आत्मा, ब्रह्म नाम दे दिया।

तो बताओ कभी हम ये कहते हैं की बुरा सत्य होता है? नहीं न, क्योंकि सच्चाई तो सच्चाई है वो बुरी या अच्छी नहीं हो सकती। और न ही सच्चाई कभी यहाँ वहां भटकती है तो फिर क्या भला ये सम्भव है बुरी या अच्छी आत्मा हो सकती है?

नहीं न, एक बात समझ लीजिये आत्मा माने सत्य और सत्य का कोई बुरा साया नही हो सकता।

FAQ~ भूत से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

किन्हें कहा जाता है बुरी आत्माएं, जानिए क्या कहते हैं शास्त्र?

संसार में बुरी आत्मा जैसा कुछ नहीं है, आत्मा का वास्तविक अर्थ जो जान लेता है उसे फिर बुरी आत्माओं के पीछे की मनगढ़ंत कहानियों का सच मालूम हो जाता है। शास्त्रों में भली भाँती बताया गया है सत्य ही आत्मा है अतः अच्छी, बुरी आत्मा कुछ नहीं होती।

बुरी आत्माओं पर क्या कहते हैं वैज्ञानिक?

सभी वैज्ञानिकों की राय इस विषय पर अलग अलग है, परन्तु ये बात सच है की आज तक वैज्ञानिकों ने कोई ऐसी बात स्वीकार नहीं की है जिससे ये स्पष्ट हो सके की बुरी आत्मा होती है।

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अंतिम शब्द

तो साथियों हमने इस लेख में क्या भूत होते हैं? इस विषय पर भरसक प्रयत्न किया आप तक सच पहुंचाने का, आपका इस विषय के प्रति मन में कोई भी प्रश्न हो तो आप कमेन्ट बॉक्स में बता सकते हैं। हम आपके सभी प्रश्नों का उत्तर जल्द देंगे। यदि लेख आपके लिए उपयोगी साबित हुआ है तो इसे शेयर भी कर दें।

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