मांगलिक दोष के कारण विवाह, घर ग्रहस्थी बसाने में आने वाली अडचनों को दूर करने के लिए यदि आप मांगलिक दोष की काट यानी इससे मुक्ति का रास्ता खोज रहे हैं तो खास लेख आपके लिए है।
लड़के या लड़की का मांगलिक होना आज भी हमारे समाज में खतरे की सूचना के तौर पर देखा जाता है, मान्यता है की वर या वधु जब किसी गैर मांगलिक से शादी करते हैं तो विवाह के बाद ढेरों परेशानियाँ उनके जीवन में दस्तक देती हैं।
अतः घर में होने वाले अशांति और उपद्रवों से बचने के लिए ज्योतिष मांगलिक जातक को पहले से ही चेतावनी देते हैं की वो सिर्फ मांगलिक साथी के साथ ही विवाह करे। अतः इस तरह अगर आप भी अपने निजी जीवन में मांगलिक दोष के कारण तमाम मुश्किलों को झेल रहे हैं।
तो घबराइये नहीं। इस लेख में हम आपको मांगलिक दोष की काट बताने जा रहे हैं, निश्चित रूप से आपके लिए लाभदाई साबित होगा।
मांगलिक दोष की काट के 9 अचूक उपाय
कई सारे ज्योतिष जातक मांगलिक दोष के कारण अपने वैवाहिक जीवन को बर्बाद होने से बचाने के लिये भिन्न भिन्न उपाय बताते हैं, जैसे मेहमानों को मिठाई खिलाना, मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा पाठ करना, आँखों में सुरमा लगाना इत्यादि कई तरह के उपाय बताये जाते हैं।
इनमें से कई उपायों को सुनकर जातक हैरान भी हो जाता है उसे लगता है भला इन उपायों से मांगलिक दोष कैसे ठीक होंगे पर फिर भी इस उम्मीद में की मांगलिक दोष कभी ठीक होंगे वो उन उपायों को सरलतापूर्वक अपना लेता है।
हमारा दावा है इस लेख को पढ़कर मांगलिक दोष से जुडी सभी तरह की समस्याओं का समाधान आपको मिल जायेगा। इसके बावजूद आपके मन में कोई प्रश्न रह जाये तो आप अपनी समस्या 8512820608 पर सांझ कर सकते हैं।
#1. मांगलिक होने का डर निकाल दें।
सबसे पहले ये ख्याल दिल और दिमाग से निकाल दें की मांगलिक होने के कारण जीवन में कुछ अशुभ हो जाएगा, कुछ नहीं होगा और ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि हमारे पास अपने कथन का पुख्ता सबूत है।
तो एक मिनट के लिए समाज, दुनिया, पंडित, ज्योतिषियों ने आपके मांगलिक होने को लेकर जितनी भी मान्यताएं बनाई हुई हैं, उन्हें थोड़ी देर के लिए साइड कर दीजिये। क्योंकी एक डरा हुआ व्यक्ति कभी भी सही फैसला जिन्दगी में नहीं ले सकता।
#2. कुंडली नहीं साथी के विचारों और जीवन को देखें।
दूसरी बात, जिस किसी इन्सान के साथ आप अपना वैवाहिक रिश्ता बनाने जा रहे हैं उसकी जाति, कुंडली और सबकुछ किनारे रखकर सिर्फ इस बात पर ध्यान दीजिये की वो इन्सान कैसा है? उसके विचार कैसे हैं? जब आप उसके साथ होते हैं तो आपको शांति रहती है या मन और अशांत हो जाता है?
जिन्दगी को लेकर उसके क्या ख्याल हैं? शादी के बाद की जिन्दगी उसको कैसी चाहिए? ये सब बातें होना बहुत जरूरी है अन्यथा विवाह तो हो जाता है दो लोगों के बीच लड़ाई झगडे चलते रहते हैं।
तो चाहे किसी इन्सान की कुंडली कितनी परफेक्ट क्यों न हो। याद रखें आपको उसकी कुंडली के साथ नहीं उस इन्सान के साथ आगे की पूरी लाइफ बितानी है तो सही साथी का चयन रंग रूप, पैसे, के आधार पर नहीं उसकी सोच, उसकी नियत और उसकी जिन्दगी को देखकर करना चाहिए।
#3. मांगलिक दोष की काट है लव मैरिज।
अगर अब भी मन में ये संदेह बना हुआ है की सब कुछ तो ठीक है जिस लड़की को मैं प्यार करता हूँ उसके साथ रहने से जीवन में शांति है, वो लड़की है जो मेरी प्रॉब्लम को समझती है, वो मेरी अच्छी दोस्त है और मैं उसके साथ शादी करना चाहता हूँ।
पर वो मांगलिक है या मैं मांगलिक हूँ न तो हमारा रिश्ता कैसे चलेगा? तो दोस्त आप किस दुनिया में जी रहे हैं आज के समय में लव मैरिज शादियाँ धडल्ले से हो रही हैं तो आप क्यों नहीं अपने मनपसन्द पार्टनर से शादी कर सकते।
ध्यान दें बहुत से लोग समाज में ऐसे होते हैं जो जाति, कुंडली की वजह से किसी ऐसे जीवनसाथी को छोड़ देते हैं जो उनकी जिन्दगी में आकर खूबसूरत बना सकता था, और इसके बजाय वे कुंडली मिलान के आधार पर ऐसे इन्सान को लाइफ में ले आते हैं जिनकी कुंडली तो सही होती है पर रिश्ते में मनमुटाव बना रहता है।
तो अब आप देख लीजिये आपको क्या करना है।
#4. जीवन में परेशानियों का आना स्वाभाविक
देखिये जब तक सांस है तब तक परेशानियों का आना तो लगा ही रहेगा। आप चाहे किसी भी इन्सान से शादी क्यों न कर लें, कितने भी बढ़िया घर में शिफ्ट क्यों न हो जाए संभावना तो ये रहती है की छोटी मोटी लड़ाइयाँ बनी रहे।
याद रखें। जिसका नाम ही है ग्रहस्थ जीवन, वहां तो समस्याएं आएँगी ही न। लेकिन जब भी परेशानी आये तो ये सोचना की मेरे जीवन में तकलीफों का कारण कोई और नहीं बल्कि मेरा मांगलिक दोष है तो ये बात ठीक नहीं है, आप उन लोगों के परिवारों में चले जाइए।
जहाँ कुंडली मिलान के बाद शादी हुई थी, देख लीजिये क्या उनकी जिन्दगी स्वर्ग समान है, उनके घर में कोई विवाद नहीं होता।
#5. हर तरह की समस्या को समझें और छुटकारा पायें।
देखिये इन्सान होने के नाते हमने कहा शादी करो या फिर सिंगल रहो, एक चीज़ तय है की कुछ दिन अच्छे होंगे यानी आप सुखी होंगे तो सम्भव है कभी दुःख के भी दिन आयेंगे।
पर वह व्यक्ति जो समझदार होता है जो इस सच्चाई को जानता है वो न तो सुख में बहुत हर्षित होता है और न ही दुःख में बहुत दुखी होता है, वो कहता है ठीक है परेशानी आई है कल चली भी जाएगी।
पर वे लोग महामूर्ख होते हैं जो कहते हैं मेरी लाइफ में प्रॉब्लम इसलिए आई है क्योंकि मैं मांगलिक हूँ, मेरा पत्नी से झगड़ा-विवाद इसलिए चल रहा है क्योंकी मैं मांगलिक हूँ।
अरे नहीं बावा। जिन्दा हो तो परेशानियां तो आएँगी ही जो इन्सान परेशानी की मूल वजह जानकर उस परेशानी को मिटा देता है वास्तव में वही लाइफ में आगे बढ़ता है।
#6. मांगलिक होने का समबन्ध धर्म से नहीं।
हमने अब तक ये समझा है की मांगलिक होने से जिन्दगी में न तो कुछ बहुत अच्छा होता है और न ही अशुभ होता है, पर आपको लग सकता है की ये सब बातें शास्त्रों में लिखी है ये बात तो हमारा धर्म भी कहता है।
तो रुकिए। आपको जानकर हैरानी होगी हमारे मुख्य और प्राचीनतम ग्रन्थ वेदान्त, उपनिषद, भगवद्गीता में कहीं पर भी मांगलिक, अमांगलिक शब्द की कोई चर्चा नहीं की गई है। इन्हें पढने पर आप पाएंगे की न तो यहाँ ज्योतिष की बात है, न ही कुंडली की।
तो सावधान हो जाइए। धर्म के नाम पर यदि आप पाते हैं कुछ लोग दूसरों को मांगलिक, कुंडली और अनेक तरह की बातों को लेकर धंधा कर रहे हैं तो आप इस खेल से खुद को बचाइये।
क्योंकि या तो आप वास्तविक धर्म क्या है? ये जान लीजिये या फिर आप सौ लोगों की सौ फ़ालतू बातों को सुन लीजिये। धर्म के प्रति जागरूक करने के लिए हमने हिन्दू धर्म से जुडी कुछ पोस्ट लिखी हैं, जिन्हें अवश्य पढ़ें।
#7. केवल आत्मज्ञान में है मांगलिक दोषों की काट।
अब तक हमने जाना की मांगलिक दोष की सच्चाई क्या है? और कैसे अपनी परेशानी से इन्सान मुक्ति पा सकता है? तो अब हम आपसे कहेंगे की अपने दिमाग से मांगलिक और अमांगलिक की बातों को निकालकर सच्चे धर्म का पालन करना आपका कर्तव्य होना चाहिए।
वास्तविक धर्म कहता है की मन का सच्चाई की तरफ बढना ही धर्म है। पर बताइए मांगलिक और ये सब बातें जो हम करते हैं इनमे क्या सच्चाई है? क्या इन्सान और इन्सान में मूल रूप से कोई अंतर होता है, मेरे भीतर लालच है,डर है, स्वार्थ है और आपके भीतर भी तो वही होगा न।
फिर चाहे आप किसी भी धर्म के हो, आपकी जाति और लिंग क्या है? इससे फर्क नहीं पड़ता। इसलिए सनातन धर्म हमें सिखाता है की केवल दुःख से मुक्ति ही आपका धर्म है, अगर शादी कर लेने से आपको लगता है दुखों का अंत हो जाइएगा तो कर लीजिये।
बिना कुंडली और मांगलिकता का ख्याल किये बगैर। पर चूँकि ये बात सिर्फ आत्मज्ञानी ही समझता है इसलिए हम पाते हैं की एक आत्मज्ञानी आम लोगों से परे होकर जीवन जीता है, और जिन्दगी में वो तमाम गलतियाँ और बेवकूफियाँ करने से बच जाता है जो आम लोग करते हैं।
पढ़ें: आत्मज्ञानी कौन होता है? कैसे बनें ।
#8. मांगलिक दोष की पूजा को लेकर रहें सावधान
हमने इस पूरे लेख में मांगलिक दोष की अवहेलना की है, एक तरह से देखा जाये तो हमने कहा है की मांगलिक और अमांगलिक जैसा कुछ नहीं होता। इन्सान होता है उसमे कमियां होती है, और उन कमियों के चलते उसके जीवन में परेशानियां आती हैं।
और फिर उसकी जिम्मेदारी है की गलत फैसले करके जो जीवन में उसने तकलीफ पाई है उसका अब वह खुद समाधान करे। पर बहुत से गुरु, ज्योतिष बाजार में बठे हैं जो कहते हैं नहीं, गलतियाँ करने वाले आप नहीं है।
कोई ऊपर बैठा है जो आपसे ये करवा रहा है, तो अब आपको वो उपाय बतायेंगे जिससे की आपकी जिन्दगी में बाधाएं दूर हो जाएँगी। इस तरह वो मांगलिक दोषों की बात कहके लोगों को डराते हैं और उनसे पैसे वसूलते हैं।
#9. नासमझ इन्सान के लिए पूरी दुनिया है भ्रम।
जो व्यक्ति आत्मज्ञानी नहीं है, वो आज मांगलिकता के खेल में फंसा हुआ है, और ये सोच रहा है की मेरे जीवन में विवाह की समस्या और समाधान कुंडली में दोष के कारण उत्पन्न हो रही है।
अब ऐसे व्यक्ति की आज शादी हो जाये तो कल फिर कोई समस्या आएगी तो ये कहेगा ग्रह खराब चल रहे हैं इसलिए हो रहा है, फिर वो किसी ज्योतिष से कुछ उपाय जानेगा इस तरह जीते जीते एक दिन इन्सान मर जायेगा।
पर जो व्यक्ति जान गया है की माया क्या है? वो माया से छूट तो नहीं सकता पर हाँ इतना जरूर है की वो माया के खेल को सत्य का दर्जा नहीं देता। वो नहीं कहता की ये सब मांगलिकता के कारण हुआ है वो ईमानदारी से अपने जीवन की जिम्मेदारी लेकर सही कर्म करता है, और अपना जीवन सार्थक बनाता है।
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FAQ~ मांगलिक दोष की काट से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
जिन्दगी में आत्मज्ञान आने के साथ ही मंगल दोष कट जाता है, जैसे ही आप समझने लगते हैं की आप कौन हैं? ये दुनिया क्या है? और धर्म का जीवन में क्या महत्व है? तो आपके जीवन में नासमझी से उत्पन्न मंगल दोष कट जाता है!
कुंडली में किसी भी तरह का दोष तभी कट जाता है जब आप उस दोष से होने वाली परेशानी का समाधान करने के लिए प्रयत्न करें! अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो जीवन पर्यन्त यह दोष जारी रहेगा!
मांगलिक दोष को मिटाने के यूँ तो कई तरह के उपाय बताये जाते हैं, लेकिन इन सभी उपायों में से अज्ञानता को मिटाना सबसे कारगर उपाय माना जाता है!
अंतिम शब्द
तो साथियों इस लेख को पढने के बाद मांगलिक दोष की काट क्या है? अब आप भली भाँती यह समझ गये होंगे, इस पोस्ट को पढ़कर कोई प्रश्न मन में बाकी है तो आप 8512820608 पर सांझा करें, साथ ही लेख उपयोगी साबित हुआ है तो इसे अधिक से अधिक शेयर कर दें। याद रखें आपका एक शेयर किसी की जिन्दगी बदल सकता है।