एक समय बाद सभी को दुनिया को अलविदा कहना पड़ता है, पर सवाल आता है की मरने के बाद क्या होता है? इसी प्रश्न का जवाब बारीकी से हम समझेंगे।
जो लोग पुनर्जन्म में अटूट विश्वास रखते हैं उन्हें हम पहले ही पुनर्जन्म क्या है? क्या एक ही परिवार में पुनर्जन्म संभव है? इसकी सच्चाई बतला चुके हैं।
पर उन्हीं में से कुछ लोग ऐसे भी हैं जो कहते हैं अगर इंसान का उसी रूप में दोबारा जन्म नहीं होता तो फिर मरने के बाद आखिर इंसान का क्या होता है?
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तो आज हम मृत्यु के बाद की घटना पर विस्तार से चर्चा करेंगे ताकि आपके मन से सभी तरह के प्रश्न निकल सकें।
मरने के बाद क्या होता है? जानिए शरीर की सच्चाई!
एक जिन्दा व्यक्ति के मन में जो यादें थी, अनुभव थे, शरीर था, चेहरा था मरने के बाद वह सभी चीजें नष्ट हो जाती हैं। आइये जानते हैं इन्सान की मौत के साथ उसके शरीर में कौन कौन से परिवर्तन आते हैं!
#1. शरीर ऐंठ जाता है।
मृत्यु के बाद इंसान का गर्दन और चेहरा सख्त हो जाता है अथवा अकड़ जाता है और धीरे-धीरे इस अकड़न का प्रभाव हाथ पैर और पूरे शरीर में दिखाई देता है।
#2. शरीर का ठंडा पड़ जाना।
विज्ञान के अनुसार व्यक्ति की मौत के बाद उसके शरीर का टेंपरेचर लगातार तेजी से गिरता है और यह1.5 डिग्री फॉरेनहाइट प्रति घंटा की स्पीड से डाउन होता है।
परिणामस्वरुप बॉडी का तापमान और शरीर का तापमान मिलकर एक हो जाता है! बता दें शरीर के ठंडा होने की यह प्रक्रिया मौत के 8 घंटे बाद शुरू होती है।
#3. दिल काम करना बंद कर देता है।
जिस दिल के धक-धक से इंसान जिंदा रहता है मौत के बाद उस हार्ट में ब्लड की पंपिंग होनी रुक जाती है। शरीर के विभिन्न नसों और धमनियों में खून अंदर तक जाने के कारण हार्ट काम करना बंद कर देता है।
#4. मांसपेशियों का ढीला पड़ जाना।
इंसान की मौत के बाद तुरंत उसकी मांसपेशियां शितिल पड़ जाती हैं जिसके कारण मसल्स काम करना बंद कर देती हैं।
बहुत सारे काम शरीर में ऑटोमेटिक बंद हो जाते हैं या खुल जाते हैं उदाहरण के लिए मसल्स ढीली होने के कारण मूत्राशय पर किसी तरह का प्रेशर ना होने के कारण मौत के समय पेशाब होना आम बात हो जाती है।
#5.. टिश्यू टूट जाते हैं।
बहुत सारी कोशिकाएं मिलकर टिश्यू (उत्तक) का निर्माण करती हैं! और विज्ञान प्रमाणित करता है की शरीर की मौत के कुछ दिन बाद टिश्यु टूटना शुरू हो जाते हैं जिससे की जो अकड़न होती है वह धीरे-धीरे कम होना शुरू हो जाती है।
इस तरह देखा जाए तो शुरुआत में बॉडी की मसल्स ढीली पड़ती हैं तो वहीँ मौत के 7 घंटे बाद बॉडी हार्ड होना शुरू हो जाती है। और 12 घंटे के बाद त्वचा का रंग बदलने लगता है और ऐसा लगने लगता है की बाल और नाखून बढ़ने लगे हैं तो इस तरह मौत की यह पूरी प्रक्रिया सम्पूर्ण होती है।
इन्सान मरने के बाद कहां जाता है?
इंसान की मृत्यु के बाद उसे दफनाया जाता है या फिर राख किया जाता है हालांकि अगर आप को लगता है की उसकी मौत के बाद आत्मा निकलकर कहीं वातावरण में चली जाती है!
या मरने के बाद इंसान स्वर्ग चला जाता है तो बता दें इन सब बातों को विज्ञान स्वीकार नहीं करता और ना ही इन बातों को आज तक कहीं प्रमाणित किया गया है इसलिए इन बातों में कोई भी सच्चाई नहीं है।
mरने के बाद आत्मा क्या करती है?
आत्मा स्वयं कुछ भी नहीं करती है क्योंकि आत्मा का अर्थ है सच्चाई और सत्य भला कोई काम, कहीं घूम या फिर कोई विशेष कार्य कैसे कर सकता है!
आत्मा क्या है? बिना जाने अगर कोई व्यक्ति आत्मा के बारे में कुछ भी कहता है तो जान लीजिये वह व्यक्ति नासमझ है! उसने आत्मा को कोई एक ऐसी वस्तु माना हुआ है जो कुछ करने के काम आती है।
मौत के तुरंत बाद क्या होता है?
मौत के तुरंत बाद सबसे पहले इंसान की सांसें रुक जाती है उसका दिल काम करना बंद कर देता है! और कुछ क्षण बाद धीरे-धीरे उसका दिमाग भी कार्य करना बंद कर देता है!
हालांकि अगर आपको लगता है मौत के बाद आत्मा शरीर से निकल कर किसी दिशा में बह जाती है तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।
मौत के बाद शरीर से कोई भी पदार्थ, कोई भी तरल गैस नहीं निकलती, अतः मौत के बाद आत्मा कहीं निकलती है? यह कहना ठीक नहीं होगा।
मृत्यु के बाद ये चीजें बिलकुल नहीं होंगी आपके साथ
आपके मरने के बाद कुछ विशेष नहीं होने वाला है, जब जीते जी आपके जीवन में कुछ खास नहीं हो रहा है तो भला मृत्यु के बाद कैसे आप बड़े भूत बन जायेंगे, या फिर आप दूसरों को डरायेंगे इत्यादि।
बात रही पुनर्जन्म की तो ये बात समझनी आवश्यक है की पुनर्जन्म इंसान का नहीं अपितु प्रकृति में अहम वृति का होता है, आपका नहीं। हम सभी के भीतर एक चीज़ सांझी (कॉमन) है जो की अहंकार/मै/ अहम वृति है।
अतः पुनर्जन्म किसी इसान जैसे राजू का नहीं बल्कि अहम् प्रवत्ति का होता है। राजू खत्म होता है तो नया मानव जन्म लेता है और उसके अन्दर भी वह मैं भाव होता है।
इस प्रकार आप समझ सकते हैं की पुनर्जन्म किसी व्यक्ति का नहीं होता बल्कि अहम वृति का होता है।
मरने के बाद पुनर्जन्म नहीं होता तो फिर अच्छे/बुरे कर्म क्यों?
सवाल है जब पुनर्जन्म जैसी कोई घटना इन्सान के साथ नहीं होती। तो फिर हमें ये क्यों कहकर डराया जाता है की अच्छे कर्म करो अगला जन्म अच्छा मिलेगा, अगर यह सच नहीं है तो हम जैसे चाहें वैसे कर्म करेंगे। हमें अपनी मर्जी से जीने क्यों नहीं दिया जाता?
समझिएगा, जब आप अच्छे कर्म करते हैं तो उसका फल आपको तत्काल इसी जन्म में मिल जाता है, दूसरी तरफ बुरे कर्म करते हैं तो उसका भी परिणाम आपको इसी जन्म में मिल जाता है।
उदाहरण के लिए आप एक सज्जन इंसान हैं और आप किसी चोरी की घटना को अंजाम देने का प्रयास करते हैं।
अब भले ही आपकी चोरी पकड़ी जाये या न जाए पर आपको आपके बुरे कर्म का फल मिल चुका है की आप वास्तव में चोर बन चुके हैं।
इसी तरह आपने किसी जानवर या किसी इन्सान की हत्या कर दी तो आप पुलिस की नजरों में हत्यारे बाद में होंगे, पहले आप अपनी नजर में हत्यारे हो चुके हैं।
पर हम समझते हैं हम बुरे तब होते हैं जब हमें पुलिस या लोग पकड़ते हुए देख लें। नहीं जिस पल आप कुछ पाप करने का निर्णय ले लेते हैं तभी आप पापी बन जाते हैं।
दूसरी तरफ जब आप कुछ अच्छा करने का निर्णय ले लेते हैं तो इसके लिए अच्छा होना पड़ता है, क्योंकि किसी भी अच्छे कार्य को करने के लिए आपकी चेतना/मन अच्छा होना जरूरी है। आप घटिया सोच रखते हुए किसी अच्छे कार्य को अंजाम नहीं दे सकते।
अतः अच्छे कार्य करने से मन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है लो हो गया मन शुद्ध, और मिल गया अच्छे कार्य का पुरुष्कार।।
इसलिए अच्छे या पुन्य कर्म इसलिए नहीं करने हैं ताकि भविष्य या फिर अगले जन्म में फायदा मिल सके, बल्कि इसलिए करने हैं ताकि हम वर्तमान में इसी जन्म में ऊँची चेतना (अच्छी सोच) के साथ बेहतरीन जीवन जी सकें।
FAQ~ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
उत्तर: सनातन धर्म में व्यक्ति की मृत्यु के पश्चात शरीर जलकर राख हो जाता है! शरीर का आत्मा से कोई सम्बन्ध नहीं होता!
उत्तर: आत्मा शरीर में निवास नहीं करती वह सर्वदा है अतः एक व्यक्ति की मृत्यु के बावजूद वह अन्य प्राणियों में सदैव सत्य/सच्चाई के रूप में विराजमान रहती है!
उत्तर: जिस प्रकार सामान्य मृत्यु होती है उसी तरह अकाल मृत्यु होने पर भी व्यक्ति को शरीर का त्याग करना पड़ता है, अकाल मृत्यु में कुछ विशेष नहीं होता!
उत्तर: मनुष्य को उसके अच्छे या पाप कर्मों का फल इसी जन्म में, इसी धरती में मिल जाता है! अतः यमराज से नहीं इन्सान को गलत जीवन जीने और खराब इन्सान बनने से डरना चाहिए!
मौत के बाद शरीर के विभिन्न अंग काम करना बंद कर देते हैं जिससे शरीर शारीरिक क्रियाएं बंद हो जाती हैं जिसका प्रभाव उसके चेहरे और पूरे शरीर में पड़ता दिखाई देना शुरू हो जाता है।
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अंतिम शब्द
तो साथियों इस पोस्ट को पढने के बाद मरने के बाद क्या होता है? इस विषय पर बारीकी से आपको अपने प्रश्नों के जवाब मिल चुके होंगे, उम्मीद है इस लेख को पढने के बाद आपको सच्चाई से रूबरू होने का मौका मिला होगा, अगर उपरोक्त जानकारी पसंद आई है तो इसे शेयर करना बिलकुल मत भूलियेगा।