पति-पत्नी को किस दिशा में सोना चाहिये? सुख शांति के उपाय

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यदि आप दोनों मिया बीवी के बीच अक्सर तकरार, घर में झगड़ा क्लेश होता रहता है और इससे बचने के लिए यदि आप जानना चाहते हैं की पति-पत्नी को किस दिशा में सोना चाहिये? तो समाधान आपको यहां मिलेगा।

पति-पत्नी को किस दिशा में सोना चाहिये?

कई लोग अपनी समस्या का समाधान वास्तु शास्त्र में खोजते हैं, उन्हें लगता है मेरी परेशानियां फलानी विधि या उपाय को अपनाकर ठीक हो जाएँगी।

पर अगर आप इस विधि का उपाय इसलिए अपनाना चाहते हैं ताकि आप दोनों का रिश्ता सुधर जाएँ, दोनों के बीच प्रेम बढे जिससे घर में बच्चों का और अन्य सदस्यों की भी भलाई हो तो निश्चित रूप से अगर आप इस आर्टिकल को ध्यान से समझते हैं तो आप अपनी समस्या से जरुर निजात पाएंगे।

क्योंकि कई बार हमें पता ही नहीं होता ठीक ठीक हमारी बीमारी क्या है? और हम कोई भी दवा खा लेते हैं ताकि कुछ देर के लिए हमें राहत मिल जाए, जैसे की पेनकिलर होता है, आइये समझते हैं की

पति-पत्नी को किस दिशा में सोना चाहिये?

पति पत्नी को आपसी सहमती और सहज स्वभाव के अनुसार किसी भी दिशा में सोना चाहिए। यदि आप सोचते हैं किसी विशेष दिशा में सोने से आपको लाभ या हानि होगी तो ऐसा बिलकुल भी नहीं है।

पर बहुत से लोग पति पत्नी के बीच अनबन की समस्या का समाधान इस तरह के उपाय और टोटके में ढूंढते हैं, पर इन हरकतों से सिर्फ आपका समय और उर्जा बर्बाद होगी।

उदाहरण के लिए एक पत्नी के मन में पैसों के प्रति बड़ा लगाव और लालच है जबकि उसके पति के लिए पैसा बचाने से ज्यादा उसे सही जगह खर्च करना मायने रखता है, तो ऐसी स्तिथि में जाहिर है दोनों के बीच तनाव रहेगा।

पत्नी कहेगी पैसे बचाओ जबकि पति कहेगा नहीं पैसे को खर्च करना है अब ऐसी स्तिथि में सोने की दिशा बदलने से या बैडरूम की चादर बदलने से कोई लाभ होगा नहीं न? समस्या तो तभी सुलझेगी जब पति या पत्नी में से कोई एक अपनी आदत बदलने को तैयार रहेंगे।

अगर दोनों के मन में पैसे के प्रति भाव नहीं बदले तो फिर ये तकरार चलती रहेगी। इसी तरह आप दोनों पार्टनर के बीच अक्सर घर में विवाद चलता रहता है तो आप समस्या की मूल वजह देखिये, और जानिये असली समस्या कहाँ पर है।

इसी तरह यदि आप छोटे-छोटे कामों के लिए अपनी पत्नी के भरोसे रहते हैं, तो जाहिर पत्नी को कई बार आपकी इस आदत से परेशानी हो सकती है।

और इससे दोनों के बीच झगड़ा हो सकता है तो इस समस्या से अगर बचना है तो पति के लिए एक ही उपाय है आत्मनिर्भर बनना। तभी उसकी यह समस्या जड से खत्म होगी।

जब आप मूल समस्या को खत्म कर देंगे तो फिर आपको टोटके अपनाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।

पति-पत्नी का कमरा किस दिशा में होना चाहिए?

घर के नक़्शे के अनुरूप पति पत्नी का कमरा जिस दिशा में उसी दिशा में उन्हें सोना चाहिए। क्योंकि कमरा बदल लेने से किसी तरह के मन्त्र जाप कर लेने से आपकी असली समस्या खत्म नहीं होगी। इससे बल्कि आप डर डरकर एक अन्धविश्वासी जीवन जियेंगे।

कई बार हमारा मन किसी विशेष स्थान, वस्तु से या किसी बात से बेहद डरा हुआ रहता है, और उसी डर का असर जीवन में इतना होता है की हम तरह तरह के उपाय, टोटके आजमाने लगते हैं, और कई लोग आपके भयभीत मन को शांत करने के लिए कई तरह की विधियाँ बताते हैं।

पर जब तक आपके मन से डर नहीं जाता आप जीवन में भटकते रहते हैं, आप कभी किसी की बातों का पालन करते हैं तो कभी किसी की बातों पर आ जाते हैं। पर समस्या ज्यों की त्यों बनी रहती है।

अतः जब भी कभी ऐसी स्तिथि आये मन किसी चीज़ या विषय को लेकर भयभीत रहे तो हिम्मत बटोरिये, खुद से कहें ईश्वर मेरे साथ हैं और जो सही काम आप करना चाहते हैं उसे कर दीजिये।

इस दौरान मन आपको डराएगा वो कहेगा ऐसा करने से ये समस्या आएगी पर जैसे जैसे आप आगे बढ़ेंगे आपके अन्दर ये विश्वास आने लगेगा की कुछ बुरा होता नहीं है बस मेरे मन का वहम है तो उसी दिन से आपकी समस्या सुलझने लग जाएगी।

याद रखें, सारा खेल मन का है, अगर मन डरा हुआ आशंकित है तो फिर आप कोई भी विधि अपना लें कोई काम नहीं आयेगी। लेकिन अगर मन अगर निडर हो गया तो फिर कोई टोटका, कोई उपाय नहीं अपनाएंगे।

पत्नी को पति के किधर सोना चाहिए?

पत्नी अपनी इच्छा और सहजता के अनुरूप दायें या बायें किसी भी दिशा में सो सकती है। वे लोग जो मानते हैं फलानी दिशा में सोना अशुभ होता है तो ऐसा बिलकुल नहीं है, इस तरह के विचार रखने से जिन्दगी में आप जो चीज़ जरूरी है उससे दूर हो जाते हैं और एक डरा हुआ जीवन जीते हैं।

उदाहरण के लिए किसी की पत्नी अशिक्षित है, आत्मनिर्भर नहीं है तो एक पति की जिम्मेदारी उसे शिक्षित करने में मदद देना उसे पढाई-लिखाई का अवसर और साधन देना होना चाहिए ताकि वो अपने पैरों पर खड़े होकर आत्मनिर्भर बनकर जिन्दगी में वो सब कर सकें जो एक इन्सान को करना चाहिए।

यही नहीं अगर पत्नी शिक्षित है लेकिन उसे आगे बढ़ने में किसी तरह की समस्या आ रही है तो पति को उसकी समस्या का समाधान करने और उसे आगे बढ़ने में मदद करना चाहिए या फिर उसका ध्यान इस ओर खींचना चाहिए की मेरे साथ इस दिशा में सोना सही है और इस दिशा में अशुभ।

जाहिर है ना की एक पति की बड़ी जिम्मेदारी है अपनी पत्नी को शिक्षा, खेलकूद और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ाना ताकि उसका जीवन बेहतर हो। पर जैसा की हमने जाना की हम बड़ी जिम्मेदारी से बचने के लिए फिर इस तरह की छोटी छोटी बातों में उलझकर अपना जीवन गंवा देते हैं।

ऐसा पति बेहद खतरनाक है अपनी पत्नी के लिए जो उसे जरूरी चीजों से दूर ले जाता हो और छोटी छोटी समस्याओं में डूबा रहकर पत्नी का ध्यान भटकाता हो। क्योंकि ऐसा इन्सान न तो खुद उपर उठेगा न आपको उठाएगा।

अतः अब आप समझ सकते हैं की किस दिशा में सोना चाहिए, किस दिशा में बैठना चाहिए ये सब बातें कितनी छोटी हैं, जैसे किसी बिल्डिंग में आग लगी हुई है।

या किसी इन्सान को कैंसर हो रखा हो और वह बिल्डिंग से बाहर आने या अपनी बीमारी का उपचार करने की जगह यह सोचने में लगा है की किस दिशा में सोने से मुझे फायदा होगा।

देखिये जिन्दगी अनमोल है न पत्नी को और न ही पति को छोटी छोटी बातों में उलझकर इसे बिताना चाहिए, जो लोग जिन्दगी में कुछ बेहतरीन और ऊँचा लक्ष्य खोज लेते हैं फिर उनके लिए ये बातें बहुत छोटी होने लगती हैं।

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अंतिम शब्द 

तो साथियों इस लेख को पढने के पश्चात पति-पत्नी को किस दिशा में सोना चाहिये? अब आप भली भाँती समझ ही गए होंगे साथ ही आपको ये भी मालूम हो गया होगा की जिन्दगी ये बातें कितनी गैर जरूरी है और छोटी हो जाती हैं।

अगर इस लेख को पढ़कर आपके जीवन में स्पष्टता आई है तो निश्चित रूप से इस आर्टिकल को आपको सोशल मीडिया में शेयर कर अन्धविश्वास मुक्त भारत की पहल को आगे बढाने में योगदान देकर दूसरों के जीवन में रौशनी की किरण डालनी चाहिए।

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