प्रेम का नाम, हवस का काम | Chpater 7 Book Summary in Hindi

पिछले अध्याय में हमने सीखा था की प्रेम को ना तो भीख में माँगा जा सकता है और न इसे दया में दिया जाता है, आज हम प्रेम सीखना पड़ता है नामक इस पुस्तक के एक नए रोचक और महत्वपूर्ण अध्याय का अध्ययन करेंगे। जिसका शीर्षक है प्रेम का नाम, हवस का काम।

प्रेम का नाम, हवस का काम

अक्सर लोगों के बीच यह बड़ी गलतफहमी होती है की प्यार का सीधा सम्बन्ध कहीं न नहीं सेक्स से होता है, दो प्रेमीजन आपस में बेहद प्रेम करते हैं, इस वाक्य से हम और क्या सोचेंगे?

पर आचार्य जी हमारी इस पुरानी धारणा को तोड़ते हैं और बताते हैं वास्तव में प्यार और सेक्स दो बिलकुल अलग चीजें हैं! अध्याय की शुरवात इस मुख्य प्रश्न से होती है।

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अध्याय की शुरुवात में प्रश्नकर्ता पूछ रही हैं

“आचार्य जी मैं एक लड़के के साथ पिछले 4 सालों से समबन्ध में हूँ, मुझे इससे बाहर आना है लेकिन चूँकि लड़के को मुझसे फिजिकल लव ही चाहिए, और मैं अब इससे उब चुकी हूँ। अब मैं कैसे इस स्तिथि से बाहर निकलूँ क्योंकि प्रेम तो लड़के को भी उतना ही है जितना मैं उससे करती हूँ”

इस सवाल के जवाब में आचार्य जी सीधा कहते हैं।

” वास्तव में प्रेम तो न आपको है और न उस लड़के को” पर चूँकि ये छोटी सी चीज़ आपको समझ आ जाती तो शायद आप ये प्रश्न नहीं करती, इसलिए मुझे जरा इस विषय को विस्तार से समझाना होगा।

आचार्य जी कहते हैं

” धन्य हो ये फिजिकल लव जैसी भी कोई चीज़ होती है, मुझे आज पता चला, पहली बात फिजिकल लव जैसी कोई चीज़ होती नहीं ये शब्द आप उसी तरह प्रयोग में ले रही हैं जैसे अंग्रेजी में सेक्स को मेकिंग लव कह दिया जाता है”

प्रेम का अर्थ है भलाई, शरीर पर चढ़ना नहीं

प्रेम का सीधा मतलब होता है “दूसरे का हित, भलाई चाहना” बस इतना ही, प्रेम का मतलब ये नही होता की तुम किसी के शरीर पर चढ़ जाओ और कसकर उसे लपेट लो सांप की भांति और उसे छोडो मत.. बिलकुल नहीं इसको आप हवस का नाम दे सकती हैं पर प्रेम का नहीं”

एक बात बताइए पिछले 4 सालों से बॉयफ्रेंड के साथ समबन्ध बनाकर आपकी क्या भलाई हुई है?

थोड़ी देर का शारीरिक सुख जरूर आपको मिल जाता होगा। इसके अलावा ” क्या तुम्हारी जिन्दगी बेहतर हुई है?, आपका डर , लालच थोडा कम हुआ, तुमने कुछ ज्ञान प्राप्त किया, या जीवन में बेचैनी, निर्भरता कम हुई है”

जवाब होगा “नहीं”.. तो फिर इस कामवासना को प्रेम का नाम देकर, इस शब्द की अवमानना क्यों करते हो?

प्यार कोई रसायन, हार्मोन नहीं होता

आजकल के बच्चे उम्र होती नहीं 16-17 और कामवासना इनकी चरम सीमा पर होती है, कहेंगे हमें भी प्यार हो गया!

हो गया.. हमें भी हो गया कल रात प्यार हो गया… हैं ये क्या?

उम्र बढ़ने के साथ प्राकृतिक रूप से कुछ रसायन (हार्मोन) फूटने लग गये हैं, तुम भी अब बच्चे पैदा करने के लिए तैयार हो रहे हो।

इसका मतलब ये थोड़ी है की तुम्हारे अन्दर प्रेम आ गया, प्रेम तो सीखना पड़ता है ये यूँ ही अचानक नहीं आ जाता, इसके लिए कठिन साधना करनी पड़ती है”

एक रात में तुम्हें दस्त, बदहजमी हो सकती है लेकिन प्यार नहीं हो पायेगा।

प्रेम का अर्थ है जहाँ पर आपका हित दूसरों की भलाई के आगे छोटा हो जाता है, तो सोचिये जरा… मन को निर्मल करके, निर्भय करके उसे उस हालात में ले जाने में कितनी सहनशीलता और श्रम चहिये।

उम्र के साथ गहराता है सच्चा प्रेम

आचार्य जी कहते हैं “अगर मैं ये कहूँ की उम्र बढ़ने के साथ प्रेम में गहराई आती है, इसे सीखने में कई बार चालीस साल भी लग सकते हैं’

श्रोतागण हंसने लगते हैं “अब मेरे ऐसा कहने पर कुछ कहेंगे ” तो क्या प्यार 60 साल की उम्र में करेंगे”

ये देखिये मन यहाँ ये पूछने को बेताब है की इसका मतलब है सेक्स 60 साल की उम्र में करेंगे…

इसलिए तुम्हें लगता है प्यार और सेक्स के बीच कुछ गहरा ताल्लुक है, नहीं तो तुम हँसते नहीं।

फिर कह रहा हूँ प्यार कोई औनी पौनी चीज़ नहीं है, ये प्राकृतिक नहीं होता इसे सीखने में समय और श्रम लगता है।

उम्र के साथ प्रेम में गहराई आती है, और वह और मीठा होता है। कई लोगों की तो जिन्दगी बीत जाती है परन्तु व्यक्ति को प्रेम का प पता नही हो पाता।

प्यार करना सूरमाओं का काम

आचार्य जी आगे कहते हैं की प्यार कोई विरला ही कर पाते हैं, क्योंकि प्यार वो नहीं है की आज किसी के प्रति आकर्षण हुआ, कुछ दिनों बाद उसे आई लव यु कहा और फिर कुछ दिन तक प्यारी-प्यारी बातें करके उसके साथ सेक्स कर लिया और फिर कुछ समय बाद उसे अलविदा कह दिया!

बिलकुल नहीं… प्रेम वो जो तुम्हें आजाद कर दे तुम्हारे बन्धनों से, न तो तुम प्रेम जानते न भावना और न ही इस शरीर को.. इसलिए प्रेम को प्रत्येक क्षण हवस का नाम देने को तैयार रहते हो।

अंतिम शब्द

तो इस तरह आचार्य जी बड़े रोचक तरीके से विस्तार में समझाते हैं की प्रेम हवस का नाम बिलकुल नहीं होता, अगर आप इस अध्याय को ध्यान से समझना चाहते हैं तो इसे अभी आप Amazon से ऑर्डर कर सकते हैं!

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