जीवन में कामयाबी के शिखर जिन भी लोगों ने छुए हैं उनमें कुछ ख़ास आदतें अवश्य रही हैं आज हम आपको दुनिया के कुछ सबसे सफल लोगों की 7 आदतें बताने जा रहे हैं।
इस बात से हम सभी भली भाँती परिचित हैं की इंसान की आदतें ही उसके चरित्र का और एक महान जीवन का निर्माण करती हैं।
इसलिए हमेशा से ही आम लोग, कामयाब लोगों की तरह बनने के लिए उनके डेली रूटीन को जानने का प्रयास करते हैं।
हालाँकि बहुत से लोग इस सीक्रेट को नहीं जान पाते, और कुछ लोग यह जानकर जिन्दगी में खूब नाम, पैसा, और इज्जत अर्जित करते हैं।
मेरा दावा है यदि आप सीक्रेट बातों को ध्यान से पढ़ते हैं तो जिन्दगी को देखने का नया नजरिया आपको मिलेगा और इसके बाद आपको जिन्दगी में सफलता हासिल करने से कोई नहीं रोक सकता
सफल लोग कैसे होते हैं?
एक आम इंसान की नजर में सफल इन्सान वह होता है जिसके पास बहुत सारा धन, सुख सुविधाएं होती है और समाज में लोग उसकी इज्जत करते हों। संक्षेप में कहें तो इंसान के पास जितना पैसा और ऐशोआराम होता है हम उसे उतना सफल मानते हैं।
पर व्यक्ति की सफलता की यह परिभाषा हमे इंसान के भीतर के हाल के बारे में कुछ नहीं बताती। वो हमें ये तो बता देती है इन्सान के पास कितना धन है, पर भीतर से वो कितना बेचैन है? ये नहीं बता सकती।
वो ये तो बता देती है की इंसान को समाज में कितनी पद प्रतिष्ठा मिली है, पर वो यह नहीं बताती की उस इन्सान के मन में कितना लालच और डर है?
इसलिए हमारी नजर में सफलता की ये परिभाषा स्वीकार करने योग्य नहीं है। क्योंकी इस बात की कोई गारंटी नहीं की जिस इंसान के पास बहुत पैसा हो अन्दर से वह उतना ही निडर और शांत इंसान हो।
प्रायः जिसके पास जितना अधिक पैसा होता है वो इन्सान उतना ही परेशान नजर आता है। यहाँ तक की जिन्हें हम सफल लोग कहते हैं उनके द्वारा आत्महत्या करने की भी खबरें आती रहती हैं।
तो सवाल है जब रुपया पैसा सफलता का सूचक नहीं है तो कैसे मानें कोई सफल है की नहीं?
ध्यान दें सफल होना आंतरिक बात है, किसी को बाहर से दो पल देख लेने भर से सफलता का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। यदि आपके दिल में सुकून है, आपको किसी का डर नहीं है, मन में कोई लालच नहीं है और आप एक सही काम जीवन में कर रहे हैं तो आप सफल हैं।
तो अब आप जान चुके होंगे की सफलता वह नहीं है जो हमें हमारे परिवार और समाज के द्वारा बतलाई गई है, वास्तव में सफलता एक निजी अहसास है, एक सच्ची, सरल और बेख़ौफ़ जिन्दगी जीना ही वास्तव में सफलता है और कुछ नहीं।
सफल लोगों की आदतें और उनका सच
हम जिन्हें आजतक सफल मानते आये हैं वे वही लोग हैं जिनके पास ज्यादा पैसा, ताकत और पद प्रतिष्ठा है। या फिर वे लोग जो पहले हमारी तरह ही एक आम इंसान थे लेकिन विशेष क्षेत्र में मेहनत करके वो आज देश और दुनिया में बहुत ख़ास बन गए हैं।
है न, पर इसके साथ साथ ऊपर हमने सफलता को देखने का एक और नजरिया देखा जिसके अनुसार सफल होने के लिए इन्सान का प्रसिद्ध होना, ताकतवर होना, उसके पास पैसा होना जरूरी नहीं है। क्योंकि जो समाज आपको आज ताकत, पैसा और इज्जत दे सकता है कल वही छीन भी सकता है।
अतः वास्तव में एक सच्ची और सही जिन्दगी जीना ही सफलता है। तो जब सफलता का पैमाना यह है तो आप किसी इन्सान की दिनचर्या को देखकर कैसे अपना जीवन सुधार सकते हैं?
उदाहरण के लिए आप कहते हैं मुझे खूब पैसा कमाना है और इसके लिए आप विश्व के धनी व्यक्ति बिल गेट्स (माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक) की आदतों को अपनाना शुरू करते हैं।
तो ऐसा करने में आपको कुछ बातें बिलकुल नहीं पता चलेंगी। जैसे
- क्या बिल गेट्स खुद को सफल मानते हैं?
- क्या भीतर से उनके और पैसे कमाने का लालच, डर खत्म हो चुका है?
- क्या वो एक तनावमुक्त जीवन जीते हैं?
ये बातें सिर्फ बिल गेट्स के अलावा शायद ही कोई दूसरा जानता होगा। दूसरी बात बिल गेट्स की आदतों को आप कॉपी तो कर सकते हैं पर आपको ये बिलकुल पता नही होगा की इन आदतों को अपनाने के पीछे बिल गेट्स का क्या उद्देश्य है?
हो सकता है एक बिजनेस मैन के तौर पर उनके मन में ये लालच हो की मैं मार्किट में सबसे आगे रहूँ? और ये भी संभव हो सकता है की वो खूब पैसा कमाना चाहते हो ताकि किसी गरीब का भला कर सकें।
तो इस तरह किसी की आदत का पता लगाकर आप किसी की सोच और उनके उद्देश्य की हकीकत नहीं जान सकते।
ठीक वैसे जैसे आप किसी शिक्षक को रोज स्कूल समय पर जाते देखें और उसकी इस आदत से आप खुश हो जाएँ, लेकिन ये सम्भव है की वो टीचर ईमानदारी से स्कूल में बच्चों को न पढ़ाएं। तो इस तरह किसी की सिर्फ आदतों को देखकर आप किसी के जीवन को सच्चाई को नहीं देख सकते।
अतः अब सवाल आता है की दूसरों की आदतों को देखकर यदि हम नहीं सीखेंगे तो हम जीवन में बेहतर कैसे हो सकते हैं तो इस प्रश्न का जवाब आपको आगे दिया गया है।
सफल लोगों की 7 आदतें | ध्यान से समझें!
सफल होने के लिए इंसान को खुद में बदलाव लाना होता है, खुद को कल से बेहतर बनाना होता है। और ये सब कैसे होता है? ये समझने के लिए आपको नीचे दिए गए बिंदु ध्यान से पढने चाहिए।
#1. अपनी कमियों को सुधारना।
हम सभी में कुछ आन्तरिक कमियां होती हैं, जिनकी वजह से हमें जीवन में कई तकलीफें झेलनी पड़ती हैं। पर वास्तव में सफलता तभी है जब हम उन कमियों को सुधारने का प्रयत्न करें।
उदाहरण के लिए आपको किताबें पढने में आलस्य, नींद आती है पर आप जानते हैं किताबें पढना बहुत जरूरी है तो अब आपका यह फर्ज बनता है की आप किताबें पढने का अभ्यास करें। इसी तरह आपको लगता है मैं लोगों को किसी काम के लिए मना नहीं कर पाता।
और अपनी इस आदत की वजह से मुझे मजबूरी में बहुत से फ़ालतू काम भी करने पड़ते हैं। तो अब आपको अपनी इस कमी को सुधारने के लिए इस कदर अभ्यास करना होगा ताकि आप लोगों को जरूरत पड़ने पर न कहना सीख सके।
इस तरह देखिये जीवन में आपकी कितनी कमियां हैं, उन्हें समझने के बाद उन्हें ठीक करना ही वास्तव में सफल लोगों की बड़ी आदत होती है। इस आदत को आप भी अपनाएँ।
#2. किताबों की संगती करना।
सफल लोग यानि सही जिन्दगी, जीने वाला इंसान किताबों की भूमिका को भली भाँती जानता है। इसलिए स्वामी विवेकान्द, महात्मा गांधी, अल्बर्ट आइंस्टीन जितने भी महान लोग इस धरती पर पैदा हुए हैं उनमें एक बात सांझी (common) थी। वो थी किताबें पढना।
कयोंकी किताबों से हम वो सब जान पाते हैं जो हम पूरी जिन्दगी भ्रमण करने से भी नहीं जान सकते। इसलिए किताबों में छिपा ज्ञान खजाने की तरह होता है।
हालाँकि बचपन से ही हमें वो किताबें पढ़ाई जाती हैं जहाँ से हमें विज्ञान, भाषा, देश की अर्थव्यस्था इत्यादि का सांसारिक ज्ञान प्राप्त होता है जो आगे चलकर हमारे जीवन में काम भी आता है।
पर आत्मज्ञान की शिक्षा जो इन्सान के लिए बेहद जरूरी है, उससे अक्सर हमें वंचित रखा जाता है। अतः जीवन में हम पढ़ाई के दम पर खूब दुनियादारी का ज्ञान हासिल कर लेते हैं पर आत्मज्ञान के अभाव में हम परेशान और दुखी रहते हैं।
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#3. तन और मन को मजबूत बनाना।
सफल लोग यह भली भाँती जानते हैं की सही जिन्दगी जीने के लिए तन और मन दोनों का स्वस्थ्य रहना बेहद जरूरी है। इसलिए शरीर को फिट रखने के लिए वे खेलते हैं, कसरत करते हैं, दौड़ते हैं। साथ ही मन को स्वस्थ्य रखने के लिए वो अच्छी किताबें पढ़ते हैं, सही लोगों की संगती करते हैं।
इस तरह जब उनका शरीर फिट रहता है और मन स्वच्छ रहता है तो वे जीवन में वो कर पाते हैं जो आम इन्सान जीवन में कभी सोच भी नहीं पाता। ऐसे लोगों को हराना मुश्किल होता है, वे किसी के बहकावे में नहीं आते जो सही है उसे चुपचाप, निडर होकर करते रहते हैं।
#4. सही जीवन लक्ष्य बनाना।
एक इन्सान सफल कहलाने का अधिकारी तभी होता है जब उसने जिन्दगी में सही काम किये हों, किसी के पैसे,ताकत को देखने की बजाय किसी इन्सान के कर्म को देखकर उसे हम सफल मानें तो उचित होगा।
इंसान को सफल कहने का प्रमाण यही है की उसने जीवन में किसी ऊँचे और महत्वपूर्ण काम को करने का लक्ष्य रखा हो। एक सफल व्यक्ति जिन्दगी में काम का चयन अपने स्वार्थ,डर या लालच से वशीभूत होकर नहीं करता बल्कि वह उस बड़े काम को चुनता है जिसे करने में ही उसके समाज और देश का हित हो।
उदाहरण के लिए आपको लगता है इस समय पूरी प्रकृति विनाश के कगार में है, पर्यावरण की स्तिथि काफी खराब है।
इस बात को समझते हुए यदि आप इस समस्या को ठीक करना ही अपना जीवन लक्ष्य बनाते हैं और इस काम को आगे बढाने में जब आप अपनी उर्जा, समय और पैसा लगाते हैं तो वास्तव में यह एक सही और सफल जिन्दगी कहलाएगी।
#5. सही काम में खुद को व्यस्त रखना।
जब इंसान के पास कोई ऊँचा लक्ष्य जीने के लिए होता है तो वो फ़ालतू की बातों में खुद को मशगूल नहीं रखता, वो किसी भी ऐसी जगह पर नहीं पाया जाता जहाँ रहने से उसका समय बर्बाद हो। क्योंकी वो जानता है जो काम वो कर रहा है वो जितना जरूरी है, उतना ही उसके पास समय की कमी है।
अतः वह अपना अधिकांश समय उस जरूरी काम में झोंक देता है जिसे करना उसका लक्ष्य है। कमाल की बात यह है की ऐसे इंसान को फिर संडे या फिर किसी छुट्टी की आवश्यकता नहीं पड़ती। क्योंकी उसके मन में अपने काम के प्रति इतना प्रेम होता है की हर दिन वह इस काम को करता है।
#6. समय की हानि को रोकना।
एक सही जिन्दगी जीने वाले व्यक्ति में और एक आम इंसान में आपको एक बड़ा फर्क देखने को मिलेगा की आम इन्सान अपना मन बहलाने के लिए जीवन में कई सारे घटिया और व्यर्थ के काम करता है।
जबकि एक सफल इंसान हमेशा यह प्रयास करता है की किस तरह वह फ़ालतू कामों से अपना ध्यान हटाकर उस काम को समय दें जिसे करके वह अपने लक्ष्य के करीब पहुँच सके।
वो उन सभी गैर जरूरी कामों को या तो त्याग देता है या फिर किसी और को सौंपकर उस काम को करने में जुट जाता है जो वो करना चाहता है।
#7. दूसरों की मदद करना।
ऐसा नहीं हो सकता की आप एक सच्ची जिन्दगी जियें और दूसरे को झूठा जीवन जीने के लिए प्रेरित करें। क्योंकी आपने सच्चाई का स्वाद पाया है और अब आप चाहेंगे दूसरे भी इस स्वाद को चखें। इसलिए वे लोग जो सफल होते हैं वो दूसरों को भी सफलता की तरफ बढ़ने में मदद करते हैं।
ठीक वैसे जैसे एक ऋषि के होने से पूरे विश्व में ज्ञान की धारा बहती है, इसी प्रकार आपके अच्छा होने मात्र से लोगों में अच्छाई आती है। इसलिए सच्चाई जानें, सच्चाई को जियें और फिर आपके ऐसा करने से और लोग भी सच्चाई के करीब आयेंगे।
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अंतिम शब्द
तो साथियों इस लेख को पढने के बाद सफल लोगों की 7 आदतें आपको भली भाँती मिल चुकी होगी। हमें आशा है लेख को पढ़कर जीवन में स्पष्टता और सच्चाई मिली होगी। यदि आज की यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित हुई है तो इस लेख को अधिक से अधिक शेयर भी कर दें।