शादी के बाद प्यार कैसे करते हैं? आजमायें ये BEST टिप्स

शादी होने के बाद दो लोग आपस में एक दूसरे की जिन्दगी बन जाते हैं, इसलिए शादीशुदा जीवन अच्छा रहे इसके लिए दोनों में प्रेम होना बहुत आवश्यक है इसलिए यहाँ हम जानेंगे शादी के बाद प्यार कैसे करते हैं?

शादी के बाद प्यार कैसे करते हैं

शादी के बाद एक दूसरे की ख़ुशी ही अपनी ख़ुशी बन जाती है, इसलिए नवविवाहित प्रेमी जोड़े अपने पार्टनर को खुश करने के लिए कई तरह की कोशिश करते हैं।

हालाँकि कुछ पार्टनर ऐसे भी होते हैं जिनके बीच प्यार की कमी की वजह से रिश्ते में सूखापन आने लगता है, वे चिडचिडे हो जाते हैं। ऐसे में अपने रिश्ते की सुन्दरता बनाये रखने के लिए हर शादीशुदा जोड़े को कुछ बातें अवश्य पता होनी चाहिए।

ताकि उनकी लव लाइफ शानदार रहे, न की वो बोझ बनकर एक दूसरे से लड़ने के लिए तैयार रहें। तो चलिए जानते हैं क्या करें ऐसा जिससे शादी के बाद दोनों के बीच प्यार बढे और एक दूसरे के ज्यादा करीब आ सके।

शादी के बाद प्यार कैसे करते हैं? शादीशुदा जीवन में प्रेम बढ़ने के तरीके

कहते हैं प्यार न तो बातों से होता है और न ही शरीर से, यानी किसी की खूब तारीफ़ करने या उसको गले लगाने का यह मतलब नहीं की दोनों के बीच प्यार हो।

प्यार होने के लिए दिल में प्रेमी के प्रति जगह होनी चाहिए, अब यह जगह जितनी ज्यादा बड़ी होगी उतना ही प्रेमी के प्रति मन में इज्जत और उसकी कद्र होगी तो अब हम जानते हैं कौन से वो तरीके हैं शादी के बाद आपको अपने पार्टनर के बीच प्रेम बढाने के लिए इस्तेमाल करने चाहिए।

#1. सच्चा प्रेमी वही जो पार्टनर की परेशानियों को समझें।

पति हो या पत्नी परेशानियां तो दोनों के जीवन में लगी रहती हैं, लेकिन एक प्रेमी का फर्जी है कि अपने हमसफर की परेशानियों को समझें और उसकी किसी भी तरह की समस्या हो चाहे पढ़ाई की या करियर की या फिर अन्य समस्या को सुलझाएं। आपको एक पति से ज्यादा एक प्रेमी बनकर यह रिश्ता निभाना चाहिए।

प्रेमी जो तकलीफों को समझे

एक पति जहां पत्नी पर दबाव डालता है और पत्नी जहां पति को नियंत्रित (कंट्रोल) करने की कोशिश करती है।

अगर आप पति-पत्नी के इन लफड़ों से दूर होकर एक सच्चे दोस्त की तरफ लाइफ जीना चाहते हैं तो आपको एक दूसरे की इच्छाओं, परेशानियों को समझकर एक दोस्त की तरह व्यवहार करना होगा, और दिल में एक दूसरे के प्रति भरपूर प्रेम रखना होगा।

#2. प्यार में निर्भरता कम से कम होनी चाहिए।

अक्सर देखा गया है शादीशुदा जीवन के बाद पति और पत्नी एक दूसरे पर निर्भर हो जाते हैं और इसी निर्भरता को वे प्यार समझते हैं। पर वास्तव में एक सच्चे प्रेमी का फर्ज होना चाहिए की वह छोटी-छोटी बातों के लिए पत्नी पर निर्भर ना हो।

प्यार में निर्भरता नहीं होनी चाहिए

उसे पत्नी के साथ एक छत के नीचे रहते हुए भी खुद के कार्य स्वयं करना चाहिए, ऐसा करके आप अपनी पत्नी की भलाई कर रहे हैं, क्योंकि ऐसे में पत्नी के लिए जिंदगी में घर के कामों में उलझने की बजाय कुछ बेहतर करने के लिए समय मिलेगा।

 वहीं दूसरी तरफ पत्नी का फर्ज है की अगर वह शिक्षित है तो वह पैसे और अन्य चीजों के लिए पति पर आर्थिक रूप से निर्भर न हो, इससे दोनों के बीच आत्मनिर्भरता बढ़ेगी और दोनों के बीच प्यार का यह रिश्ता और मधुर, मजबूत और स्वस्थ्य होगा।

3. अपने पार्टनर की तरक्की में साथ देना

शादी के बाद बहुत से लोगों के कई सपने होते हैं और उन सपनों को पूरा करने की खातिर वे कोशिश भी करते हैं लेकिन कुछ शादीशुदा जोड़े ऐसे भी होते हैं जो अपनी सुविधा की खातिर अपने पार्टनर को आगे बढ़ने से रोकते हैं। लेकिन आपको हमेशा अपने पार्टनर की भलाई को ही सच्चा प्रेम मानना चाहिए।

 उदाहरण के लिए आपकी पत्नी का सपना एक टीचर बनना है तो आप उसे पढ़ाने में, उसको शिक्षित करने में और उसे अपना सपना साकार करने में मदद करें, जब इस तरह आप उसे सपोर्ट करेंगे तो इससे प्यार बढ़ता है और दोनों को ही जिंदगी में और आगे बढ़ने का मौका मिलता है।

4. साथ में घूमना और जानना इस लाइफ को

दोस्तों जिंदगी बड़ी खूबसूरत है और अपने शादीशुदा जीवन को खुशहाल बनाना है और इसमें एक दूसरे को और दुनिया को करीब से समझना है तो ट्रैवल करना बहुत जरूरी है। हमारे देश में ही बहुत सी ऐसी खूबसूरत जगह हैं जहां जाकर इंसान को दुनिया के बारे में करीब से जानने का मौका मिलता है।

प्यार में घूमना है फायदेमंद

प्रकृति में कई तरह की सुविधाएं हैं, हमारे देश में अनेक राज्यों की संस्कृति, खान-पान इत्यादि के बारे में आप तब जानेंगे, जब आप घूमने के लिए घर से बाहर निकलेंगे, यह आवश्यक नहीं आपके पास बड़ी मात्रा में पैसा हो कम खर्च में भी कई जगह घूम सकते हैं।

5. प्रेमी को सच्चाई की तरफ ले जाना

कहते हैं इंसान को एक ही गलती बार-बार दोहरानी नहीं चाहिए पर जैसे जैसे हम बड़े होते हैं तो हम इस बात को नजरअंदाज कर देते हैं शादी के बाद भी कई मौकों पर हम एक ही गलती को बार-बार रिपीट करते हैं और सोचते हैं जीवन बदल जाएगा।

प्रेमी को सच्चाई की तरफ ले जाना

हम वही पुराने तरीके से काम करते हैं, एक ही जगह जाते हैं ,एक ही लोगों के साथ उठते बैठते हैं और फिर सोचते हैं की जो जिंदगी में दुख हमें मिला है वह कट जाएगा।

 नहीं ऐसा नहीं हो सकता आपको सच्चाई की तरफ जाने के लिए सही लोगों की संगति करनी होगी और साथ में प्रेमी को भी सही राह दिखाने के लिए उनका मार्गदर्शन करना होगा इसी से आपका रिश्ता मजबूत होगा।

6. फिट रहें, ऊर्जावान रहें, तन मन स्वस्थ रखें।

शादीशुदा जीवन में प्रेम बढ़ाने के लिए शरीर का फिट होंना बहुत जरूरी है, क्योंकि यदि प्रेमी का शारीरिक स्वास्थ्य ठीक नहीं है वह बहुत मोटा है या पतला है तो इन बातों का प्रभाव आपके रिश्ते पर तो पड़ता ही है।

शादी के बाद प्यार कैसे करते हैं

इसलिए शरीर को फिट रखें, रोजाना व्यायाम इत्यादि करें और अगर शरीर फिट है तो मन भी स्वस्थ्य रहे इसके लिए सही लोगों की संगति करें, अच्छे लोगों को सुनें। ऐसे में आप छोटी-छोटी परेशानियों से आप आसानी से बढ़ पाएंगे और एक दूसरे को भी जीवन में आगे बढ़ने का बल मिलेगा।

7. साथ में मिलकर नया करिए

अगर आप नवविवाहित जोड़े हैं और आपके मन में युवाओं जैसा जोश है तो इस उम्र में  कुछ बेहतर करने के लिए समाज में कई ऐसी चीजें हैं जिनको सुधारने की जरूरत है। अगर आप ऐसे प्रेमी हैं जिन्हें लगता है की सिर्फ खुद के लिए नहीं समाज के लिए भी अच्छे कर्म करने चाहिए।

मिलकर कुछ नया करें!

ताकि बुढ़ापे के समय आपको गर्व हो सके कि बिना कुछ पाने की इच्छा के हमने जिन्दगी में कुछ बेहतर किया, तो आप ऐसे ही किसी अभियान से जुड़ सकते हैं जिसमें जीवन की सार्थकता है। ख़ास बात यह होगी की जब आप जीवन को किसी ऊँचे लक्ष्य में सौंप देते हैं तो फिर आपके मन में छोटी छोटी चीजों से लड़ने और उलझने का समय  नहीं मिल पाता।

8. सच्चाई, शांति ही सबसे सुंदर है।

लोग चेहरे से सुंदर नहीं होते बल्कि आकर्षक होते हैं मात्र सत्य ही सुन्दर होता है। इसलिए सत्यम, शिवम सुंदरम कहा गया है। इसलिए जीवन अगर खुशी से जीना है तो जीवन में झूठ कपट लालच से दूर रहकर शांति और सच्चाई का आगमन करना चाहिए।

सच्चाई शांति है बेहद जरूरी

और यह तभी प्राप्त होगा जब हम  सही जीवन जियेंगे, श्रीमद भगवत गीता में भगवान श्री कृष्ण अर्जुन से कहते हैं निष्काम कर्म करो तभी तुम सुख-दुख के बंधनों से दूर रह पाओगे। यदि आप सच्चे जीवन के करीब चाहते हैं तो आपको धर्म ग्रंथ जैसे श्रीमद्भगवद्गीता और वेदांत का पाठ अवश्य करना चाहिए।

अंतिम शब्द

तो साथियों इस पोस्ट को पढ़ने के बाद शादी के बाद प्यार कैसे करते हैं? अब आप अच्छी तरह जान गए होंगे हमें लगता है यह टिप्स आपके काम आयेंगे, आपको यह पोस्ट पसंद आया हो तो कृपया इसको शेयर भी कर दें।

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