प्यार में बेचैनी क्यों होती है? जानिए असली कारण या उपाय

अगर आप भी किसी पुरुष या महिला से प्रेम करते हैं, और आपको उनकी बड़ी याद सताती रहती हैं पर आपको नहीं मालूम की आखिर प्यार में बेचैनी क्यों होती है? तो आपको आज का यह लेख जरुर पढना चाहिए क्योंकि प्यार में होने वाले इस दुःख या बेचैनी का कारण और उपाय आज हम इस लेख में समझेंगे!

प्यार में बेचैनी क्यों होती है

सदा से ही हमें प्यार में व्याकुलता, बेचैनी पर यूँ तो ढेरों शायरियां और आशिकों की कहानियां पढने को मिल जाती हैं? लेकिन काफी कम लोगों ने इसकी वजह जानने का प्रयास किया है, आइये इस लेख को इस विषय का बारीकी से अध्ययन करते हैं!

प्यार में बेचैनी क्यों होती है | प्यार में बेचैनी की वजह

किसी इंसान के पास आने से दिल को सुख, शांति और चैन मिलता है, लेकिन उस इंसान के दूर हो जाने से जीवन में जो परेशानी और दुःख का घेराव आता है उसे ही प्यार में बेचैनी कहा जाता है! दूसरे शब्दों में कहें तो जिसके आने से बहार आये और जाने से मन दुखी हो जाये, उसी अवस्था को बेचैनी कहा जाता है!

और जीवन में यह बेचैनी एक ख़ास उम्र के बाद आती है, जैसे जैसे एक इंसान जवान होता है शारीरिक तौर पर वह विपरीत लिंग की तरफ आकर्षित होता है, और इसी आकर्षण में कुछ ऐसा अहसास होता है जो मनुष्य के अन्दर की बेचैनी को शांत कर सुकून के बेहद ख़ास पलों को देता है!

जैसे एक नौजवान पुरुष के किसी महिला की तरफ आकर्षित होने पर वह पुरुष महिला से बात करके अपने आप में बड़ा खुश होता है!

अब उन्हीं ख़ास पलों को दोबारा से पाने के लिए और मन को वही आनन्द देने के लिए सोचता है जिस व्यक्ति की तरफ वह आकर्षित हुआ है, जिसकी तरफ आने पर उसका मन खुश होता है उसी को मैं किसी तरह से पा लूं!

ताकि जो आनन्द मुझे थोड़ी देर के लिए मिला है वो मुझे सदा के लिए मिलता रहे, पर किन्हीं कारणों से अगर वह इन्सान उसे मिल नहीं पाता है तो जो मन उसका पहले से ही बेचैन था उसे शांत करने का कोई उपाय नहीं मिल पाता!

मनुष्य का मन उसकी याद में दिन रात रहता है, वो उसे वास्तव में न सही पर ख्वाबों में पाना चाहता है इसलिए तो कहा जाता है की प्यार में तुमने मेरी नीद चुरा ली है!

पर जब वह इंसान जीवन में न आये तो मन दुखी रहता है, बेचैन होता है और इसी दुःख भरे पलों में वह अपने मन की स्तिथि को प्रकट करने के लिए शायरियां लिखता है, गाने गुनगुनाता है! तो इस तरह देखा जाये तो प्रेम में बेचैनी का कारण अपने प्रेमी को न पाना या फिर उसे न खोने का भय होता है!

प्यार में बेचैनी हो तो क्या करें?

अब अगर आप भी किसी के प्यार में बेचैन हैं, और आपको नींद नहीं आती, किसी काम में मन नहीं लगता तो प्यार में बेचैनी को ख़त्म करने के कुछ उपाय हैं जिनको आपको जरुर अपनाना चाहिए! अन्यथा जब कई बार यह बेचैनी एक सीमा से बाहर चले जाती है तो फिर इंसान डिप्रेशन या अवसाद का शिकार हो जाता है!

1. प्रेमी को समझें और जानें!

सबसे पहली चीज़ अगर आप किसी को पाने के लिए तड़प रहे हैं समझिये क्या वह इंसान इस काबिल है जिसे पाने के लिय आप इतना बेकरार हैं, क्या आप सिर्फ उसके रंग को देखकर उसकी तरफ खींचे आ रहे हैं या कोई गुण या खूबियाँ हैं उस इन्सान के अन्दर जिसकी वजह से आप उसे पसंद करने लगे हैं!

अतः सबसे पहले देखिये की वास्तव में वो इंसान प्रेम के लायक है भी या नहीं आप सिर्फ किसी व्यक्ति को उसके पैसों से, चेहरे से पसंद नहीं कर सकते! तो आपका प्रेमी या प्रेमिका चाहे अजनबी हो या फिर उसे आप सालों से पहचानते हो उसे एक दोस्त की तरह नहीं एक इंसान की द्रष्टि से देखिये वो कैसी है?

2. प्रेमी के लिए अच्छा करें!

देखिये जब आप किसी का दिल से यानि बिना कुछ पाने की इच्छा से भला करते हैं तो जो दूसरे को देखने से मिलती है उससे ज्यादा आनदं आपको मिलता है! अतः अगर आप वाकई किसी से प्रेम करते हैं तो आपसे जितना हो सके उतना अपने प्रेमी का भला करने का प्रयास कीजिये!

अगर आपके प्रेमी के अन्दर कुछ कमियां है तो साहयता करें उसे सुधारने में, भले आपका प्रेमी आपके प्यार को न समझे आप उसके लिए भलाई करे और बदले में वो आपसे नाराज हो गुस्सा हो आप प्यार करते रहिये! ये मत कहियेगा की मैंने प्रेम किया और बदले में उसने मुझे भी प्रेम देना चाहिए था! वास्तव में सच्चा प्रेम तभी है जब आपके पास कुछ पाने की कामना न हो!

3. प्यार का नाम बंधन नहीं

देखा है न जैसे ही दो प्रेमी के बीच प्यार का रिश्ता पनपने लगता है तो कुछ समय बाद वह शादी करने का निर्णय लेते हैं! इसलिए ताकि जिन्दगी भर मैं उस शक्स के साथ रहूँ जिसके साथ रहने से मुझे आज सुकून मिल रहा है वो उम्र भर रहे!

पर हालाँकि शादी के बाद रिश्ता पति-पत्नी का अधिक हो जाता है और प्रेम का कम इसलिए शांति से चैन से रहने की जो तम्मना शादी से पहले होती है वो शादी के बाद बिखरती नजर आती है!

अतः अगर आप वाकई किसी से प्यार करते हैं तो उसे कोई भी बंधन न दें चाहे शादी का क्यों न हो, क्योंकि प्रेम बड़ी मुक्ति चिड़िया है उसे बंधन पसंद नहीं है आप दिल खोल के प्रेम करें! लेकिन जैसे ही आप प्रेम को बंधन में डालेंगे प्रेम हवा की तरह फुर्र से गायब हो जायेगा!

4. किसी इन्सान के पास होने से मन शांत नहीं रहता!

देखिये इन्सान की यह प्रवत्ति रही है की उसका मन हमेशा अशांत रहता है, उसे लगता है यह अशांति किसी वस्तु के या व्यक्ति के मिल जाने पर शांत हो जाएगी! पर ऐसा होता नहीं है आप देखिये न कई प्रेमियों को उनकी प्रेमिकाएं मिल भी जाती है और उनसे शादी भी हो जाती है, पर आप पाएंगे शादी के बाद वो पहले की तरह प्रेम नहीं नजर आता!

वो कुछ ऐसा ही है जैसे आपको लगता हो मेरे पास फलानी कार या मोबाइल की कमी है अगर यह ड्रीम वस्तु मेरी लाइफ में आ जाएगी तो मै बहुत खुश रहूँगा! पर वास्तव में आपको वो मिल भी जाती है कुछ समय बाद आप पाएंगे अब वो ख़ुशी मन में है ही नहीं जो पहले थी! तो अगर आपका मन सोचता है की किसी इन्सान को पा लेने के बाद जिन्दगी शांति और बिना बेचैनी के गुजरेगी तो ऐसा नही है!

किसी को देखकर दिल क्यों धडकता है?

आमतौर पर इन्सान का दिल उसी व्यक्ति को देखकर धडकता है जिसको लेकर उसके माइंड में कोई खास छवि बनी रहती है! अगर प्रेमी को देखकर अचानक आपका दिल धडकता है तो इससे साफ़ जाहिर है की प्रेमी को पाने की प्यास आपके अन्दर बड़ी जोरों से है, आप चाहते हैं किसी तरह वो इंसान मुझे भी देखें और मेरे करीब आये!

और इसी आस या उम्मीद के कारण आप नर्वस होने लगते हैं आपको कुछ समझ नहीं आता अतः इसी घबराहट और बेचैनी की स्तिथि में सांसें तेज होने लगती है, दिल धडकने लगता है और आपको समझ ही नहीं आत ये मेरे साथ क्या हो रहा है! हालाँकि कुछ मिनटों बाद यह स्तिथि सामान्य हो जाती है!

वैज्ञानिकों की द्रष्टि से देखा जाये तो हमारे शरीर में कई ऐसे हारमोन हैं जो हमें विपरीत लिंग के प्रति आकर्षित कर खुश करते हैं और किसी का ध्यान अपनी तरफ पाने के लिए यह हारमोंस काफी सक्रिय हो जाते हैं!

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अंतिम शब्द

तो साथियों इस लेख को पढने के बाद आप समझ गए होंगे प्यार में बेचैनी क्यों होती है? हमें आशा है यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा और आप इसे शेयर भी करेंगे!

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