कुण्डलिनी जागरण में कितना समय लगता है? जानें सच्चाई!

अनेक लोग कुंडलिनी जागरण करके अपने भीतर मौजूद आलौकिक शक्तियों को उजागर करने की इच्छाएं रखते हैं अक्सर ऐसे ही लोग कुण्डलिनी जागरण में कितना समय लगता है? यह सर्च करते हैं।

कुंडलिनी जागरण में कितना समय लगता है

अगर आप इन्टरनेट पर इस सवाल का जवाब खोजें तो अलग अलग विचार देखने को मिलेंगे पर हकीकत क्या है? कुंडलिनी जागृत होने के बाद इसके लाभ मिलने कब शुरू होते हैं? इस विषय पर साफ़ और सच्ची जानकारी कोई नहीं दता।

अतः आपकी साहयता के लिए हमने आपके साथ कुंडलिनी जागरण का सच और इसके नुकसान की जानकारी पहले भी सांझा की थी।

पर आज हम युवाओं और लोगों के बीच कुंडलिनी जागरण को लेकर इस चर्चित विषय पर एक सीक्रेट बात शेयर करने के साथ साथ इस विशेष प्रक्रिया में लगने वाले समय की समय जानकारी आपके साथ साँझा करने जा रहे हैं।

कुण्डलिनी जागरण में कितना समय लगता है?

ठीक वैसे जैसे कोई बीमारी कितने दिनों में ठीक होगी ये इन्सान की बॉडी पर निर्भर करता है इसी तरह किसी व्यक्ति की कुंडलिनी जागृति का समय उसकी साधना और अभ्यास पर निर्भर करता है।

कई लोग जहाँ मानते हैं की कुंडलिनी जागरण में 6 महीने तक लगते हैं तो वहीँ कुछ का मानना है इस प्रक्रिया में अनेक वर्ष लग सकते हैं, चूँकि यह हर इन्सान की उम्र और उसकी साधना पर निर्भर करता है।

तो ये मान्यता है जो लोगों के बीच व्याप्त है। हालाँकि सच्चाई इसके विपरीत है, सच तो यह है की कुंडलिनी जागरण को लेकर जो विधियाँ बताई गई हैं, जो फायदे बताते हैं उनका हकीकत से कोई लेना देना नहीं।

जी हाँ, हम ये नहीं कहते की कुंडलिनी जागरण झूठा है और इससे कोई लाभ नहीं होता पर हाँ इतना जररू है समाज में अधिकतर बातें जो हम कुंडलिनी जागरण के नाम पर सुनते हैं वो बस अफवाहें उनका सच्चाई से कोई लेना देना नहीं।

क्योंकी कोई भी ऐसी विधि नहीं है जिससे आप अपनी कुंडलिनी जागृत करके अपने भविष्य के बारे में पता कर सको। और न ही कोई ऐसी विधि है जिससे आप दैवीय शक्तियाँ पाकर उनका इस्तेमाल करके अपने जीवन की समस्याओं से मुक्ति पा सको।

आत्मज्ञान करेगा आपका कुंडलिनी जागरण

इंसान के द्वारा कुंडलिनी जागरण या किसी भी तरह की साधना किसी उद्देश्य को साकार करने के लिए की जाती है।

किसी का उद्देश्य स्वयं की परेशानियों को दूर कर सुख शांति से भरपूर जीवन जीना होता है तो कोई समाजिक कल्याण की सोच के साथ कुछ आलौकिक शक्तियों को पाने का प्रयास करता है।

तो अगर आपका उद्देश्य अपनी समस्याओं से मुक्ति पाना है तो आपको घंटों ध्यान में बैठकर आलौकिक शक्तियाँ पाने का इन्तेजार नहीं करना है।

बल्कि आपको ईमानदारी से स्वयं से पूछना है की क्या वजह है जिसकी वजह से मेरी जिन्दगी में इतनी तकलीफें हैं? मुझे मेरे कष्टों से कैसे मुक्ति मिल सकती है? मुझे किस बात का डर और लालच है जिसकी वजह से मैं बार बार गलत संगती में चला जाता हूँ।

एक बार आपने ये जान लिया की ये मन क्या है? क्यों ये इतना दुखी रहता है? आप जान गए की ये मन क्या चाहता है? और ये दुनिया में किस चीज़ को ढूंढ रहा है।

तो आप आत्मज्ञानी हो जायेंगे आपको मालूम हो जायेगा की मेरी तकलीफों का मुख्य कारण क्या है? और इस समस्या का समाधान क्या है?

जो इन्सान ये बात जान गया अब उसे किसी बाबा या तांत्रिक के पास जाकर कुंडलिनी जागृत करने की विधियाँ प्रयोग में लाने की जरूरत नहीं पड़ती।

अब वो कहता है की मैंने देख लिया है की मेरी परेशानी का मूल कारण क्या है? अब वह अपनी समस्या को खत्म करने के लिए कोई सार्थक कदम उठाता है।

इस तरह बिना चमत्कार के, बिना अपना भविष्य जाने, बिना किसी दिव्य शक्ति को पाए बिना एक सरल और सहज जिन्दगी जीते हुए वो इंसान इस दुनिया में बड़ी मौज के साथ जीता है।

जी हाँ, सुनने में हो सकता है आपको ये बात अटपटी लग रही हो, आपको लग रहा हो की हमें कुंडलिनी जागरण पर यकीन नहीं है। तो बता दें हमें कुंडलिनी जागरण की सच्चाई पता है इसलिए हम आपको बिलकुल सच्ची बात समझाने का प्रयास कर रहे हैं।

अगर आपके मन में ढेरों सवाल हैं कुंडलिनी जागरण और अपनी परेशानियों के समाधान को लेकर तो बेझिझक आप हमने इस Whatsapp नंबर 8512820608 पर अपने सवालों को सांझा कर सकते हैं।

कुंडलिनी जागरण का ये सीक्रेट आप नहीं जानते।

दुर्भाग्य है पर सच ये है की हम लोग धर्म क्या है? और ये हमें क्या सीख देता है? बिलकुल नहीं जानते। और न ही हमें ये पता है की माया क्या है? और मन हमें इस माया में फंसाकर किस तरह इन्सान को गड्ढे में गिराता है।

पर हम धर्म के नाम पर तो कभी किसी के कहने पर कुंडलिनी जागरण जैसी बातों का सच जाने बिना उन्हें मान लेते हैं। परिणाम ये होता है की इन हरकतों को देखते हुए एक साधारण इन्सान दूसरों की बातों पर आकर फ़ालतू की चीजों पर भरोसा करने लगते हैं।

जी हाँ, कहने का अर्थ ये है की हम नहीं जानते की कुंडलिनी जागरण का सच क्या है? हमें लगता है ये तो कोई भौतिक विधि है? इन्सान के शरीर में ही 7 चक्र होते हैं जो दिखाई तो नहीं देते पर महसूस होते हैं।

हम उन्हीं चक्रों को हकीकत मानकर ये कल्पना करने लगते हैं जिससे की हमें लगने लगे की हमारे भीतर कुछ है जो ऊपर हो रहा है? और जब हमें ये लगने लगता है तो हम कह देते हैं की हमें दिव्य ज्ञान हासिल हुआ है।

हम कहते हैं की हमें अब कुछ विशेष अनुभव होने लगे हैं। पर सच्चाई तो यह है की कुंडलिनी जागरण का उपयोग करके जिस तरह लोगों के मन में भ्रम फैलाया जाता है उससे लोगों का तो पता नही पर भ्रम फैलाने वाले गुरुओं का जरुर फायदा हो जाता है।

इन्टरनेट में, बाजार में बहुत से गुरु, पंडित बनकर कह रहे हैं की हमारे पास आइये हम आपकी कुंडलिनी जागृति में साहयता करेंगे, तुम्हें जीवन की सब परेशानियों से आजाद करेंगे। बस तुम्हें इतनी फीस देनी होगी।

अरे भाई। अगर उनकी ही कुंडलिनी जागृत हो गई होती तो फिर वो एक मन्त्र मारने से तुम्हारी समस्या ठीक नहीं कर देते। पर चूँकि दूसरों को बेवकूफ बनाकर उनका फायदा उठाना आसान रहता है न।

इसलिए बहुत से लोग इन चक्करों में फंसते हैं और कुंडलिनी जागरण के नाम पर पैसा और समय दोनों बर्बाद कर देते हैं।

ऐसा आपके साथ न हो आप ईमानदारी से अपनी तकलीफों का समाधान कर आप एक सच्चा और सुन्दर जीवन जियें इस काम में आपकी साहयता हेतु निम्नलिखित पोस्ट पढ़ें:-

जिन्दगी में करने योग्य काम क्या है?

मुक्ति क्या है? कैसे पायें?

अंतिम शब्द

तो साथियों इस लेख को पढने के बाद कुण्डलिनी जागरण में कितना समय लगता है? अब आप भली भाँती जान गये होंगे। इस लेख को पढ़कर मन में कोई प्रश्न है तो आप 8512820608 whatsapp नम्बर पर बताएं साथ ही लेख उपयोगी साबित हुआ है तो इसे शेयर भी कर दें। याद रखें आपका एक शेयर किसी को अँधेरे से रौशनी की तरफ ला सकता है।

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