प्रेम में अशांति Chapter 19| Prem Sikhna Padta hai Full Summary in Hindi

प्रेम में अशांति

जब एक जोड़े के बीच प्रेम-प्रसंग की शुरुवात होती है या उनके बीच का यह रिश्ता काफी पुराना हो जाता हैं तो फिर भी उनके बीच आपसी नोंक झोंक बनी रहती है। कई बार तो वाद-विवाद की घटनाओं को वो सामान्य मानने लगते हैं और उन्हें प्रेम में अशांति की आदत सी हो जाती है। … Read more

प्रेम बिना जीवन कैसा | Chapter 18 Summary in Hindi

प्रेम बिना जीवन कैसा

जीवन में प्रेम होना बेहद जरूरी है? हमें लगातार यह बताया और सुनाया जाता है? पर किसी एक जिज्ञासु प्रश्नकर्ता के मन में सवाल आया की क्या बिना प्रेम के भी जीवन जिया जा सकता है। (प्रेम बिना जीवन कैसा Chatper 18) क्या बिना प्रेम के हम एक अच्छी जिन्दगी जी सकते हैं? जवाब में … Read more

क्या ख़ास लोगों से ख़ास प्रेम होता है? Chapter 17 Summary in Hindi

क्या ख़ास लोगों से ख़ास प्रेम होता है

हमारी जिन्दगी में कुछ लोग बेहद खास होते हैं, कई बार हम उनकी मदद भी करना चाहते हैं दिल से, परन्तु बदले में आभार व्यक्त करने की बजाय हमें उनसे नफरत मिलती है। इसलिए इस अध्याय में प्रश्नकर्ता आचार्य जी से इस विषय पर बातचीत करते हैं, जिसमें हमें पता चलता है की आखिर मदद … Read more

प्रेम और मोह में ये फर्क है | अध्याय 16 Full Summary in Hindi

प्रेम और मोह में ये फर्क

अपने रिश्तों को देखकर लगता है हमें जिनसे मोह है, उन्हीं से सबसे अधिक प्रेम भी होता है। आप यह बात अपने पारिवारिक सदस्यों, मित्रों या रिश्तेदारों पर लागू कर सकते हैं। (प्रेम और मोह में ये फर्क है | अध्याय 16 ) पर क्या वास्तव में प्रेम होने के लिए मोह होना जरुरी है? … Read more

रिश्ते बिना प्रेम के नहीं चल सकते| अध्याय 15 Full Summary in Hindi

रिश्ते बिना प्रेम के नहीं चल सकते

देखिये, जीवन है तो जाहिर सी बात है लोगों से रिश्ते तो बनेंगे ही, अब उन रिश्तों में अगर प्रेम नहीं होता तो फिर विवाद होते हैं। (रिश्ते बिना प्रेम के नहीं चल सकते chapter 15 summary) अपनी रोजमर्रा की जिन्दगी को देखने पर मिलता है, जहाँ प्रेम के रिश्ते बने होते हैं उनके बीच … Read more

प्यार है या कारोबार – अध्याय 14 | Full Summary in Hindi

प्यार है या कारोबार

प्यार और कारोबार दो अलग-अलग चीजें हैं, लेकिन दुर्भाग्यवश प्रेम में हम भावनाओं का इस्तेमाल कर कारोबार कर लेते हैं और फिर प्रेम नहीं मिला इसकी शिकायत करते रहते हैं। लेकिन प्यार और व्यापार दोंनों को किस तल पर रखना चाहिए? और क्या हम इन मामलों में गलती कर बैठते हैं यह समझने के लिए … Read more

हम जिनसे प्रेम करते हैं, वो हमसे नफरत क्यों करते हैं? Chapter 13 Summary in Hindi

हम जिनसे प्रेम करते हैं, वो हमसे नफरत क्यों करते हैं

अक्सर हम अपने मित्रों, रिश्तेदारों या पारिवारिक लोगों को प्रेम तो अन्दर से बहुत करते हैं पर हमें अहसास होता है की सामने वाला प्रेम के बदले हमें नफरत दे रहा है। और ऐसा होने पर हमें आंतरिक रूप से बड़ी चोट लगती है, नतीजा आगे हम उससे प्रेम करना तो दूर उसका बुरा करने … Read more

राधा- कृष्ण में भी प्रेम था, पर हमारे प्रेम को सम्मान क्यों नहीं? Chapter 11

राधा- कृष्ण में भी प्रेम था

वे लोग जो किसी प्रेम प्रसंग में हैं, और इन्टरनेट पर प्रेम के सम्बन्ध में आचार्य जी की वीडियोस देखते है, उन्हें अहसास होता है की आचार्य जी की बातों में आजकल के प्रेम को लेकर बड़ी कठोरता है। इसलिए उन्हीं लोगों में से एक व्यक्ति ने प्रेम को लेकर बेहद महत्वपूर्ण सवाल किया है। … Read more

क्या प्रेम की कोई परिभाषा नहीं होती? Chapter 12 | Full Summary in Hindi

क्या प्रेम की कोई परिभाषा नहीं होती

प्रेम को लेकर दिन में आचार्य जी को सैकड़ों प्रश्न/ कमेंट्स आते हैं, उनमें से अधिकांश सवाल आशिकों के प्रेम को लेकर आचार्य जी की कठोरता से जुड़े होते हैं? (क्या प्रेम की कोई परिभाषा नहीं होती? Chapter 12 ) कई लोगों को लगता है आचार्य जी हम सामान्य लोगों के प्रेम को नहीं समझते, … Read more

रिश्तों में प्रेम क्यों नहीं है? Chapter 10| Book Summary in Hindi

रिश्तों में प्रेम क्यों नहीं है?

हम में से कई लोग आजकल रिश्तों में प्रेम की कमी, सूखापन देखते हैं, पर वास्तव में इसका कारण क्या है? हम कभी जानने की कोशिश ही नहीं करते की आखिर रिश्तों में प्रेम क्यों नहीं है? इसलिए इस अध्याय में आचार्य जी और प्रश्नकर्ता के बीच गहरी बातचीत होती है, जिससे ये साफ़ जाहिर … Read more