वास्तु दोष क्या है? जानें कारण, प्रभाव और समस्या का समाधान

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आज भी भारत में हर दिन सैकड़ों ऐसे मामले आते हैं जहाँ वास्तु दोष के कारण इन्सान को शारीरिक अथवा मानसिक कष्ट उठाने पड़ते हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें वास्तु दोष क्या है? और इसके कुप्रभावों की कोई जानकारी नहीं होती।

वास्तु दोष क्या है

चूँकि समाज में वास्तु दोष से जुडी समस्याओं की बात अक्सर लोगों द्वारा की जाती है पर साफ साफ कोई ये नहीं बताता आखिर वास्तु दोष कब और कैसी स्तिथि में लगता है? और इस समस्या का असली समाधान क्या है?

इसलिए आज हम बारीकी से इस विषय पर बात करेंगे। वास्तु दोष से जुडी कई सारी झूठी बातें जो आमतौर पर लोगों को डराने के लिए फैलाई जाती हैं, हम उन बातों की सच्चाई भी आप तक लायेंगे।

अतः आपकी मदद हेतु इस लेख को दो भागों में बांटा गया है, पहले भाग में हम वास्तु दोष को लेकर मान्यताओं को पढेंगे जबकि दूसरे और अन्तिम भाग में हम इससे जुडी सच्चाई आपको बतायेंगे।

वास्तु दोष क्या है? 

घर के कमरों और दीवारों का निर्माण यदि सही तरह से न किया जाए अथवा घर में मौजूद वस्तुओं को उचित तरीके से व्यवस्तिथ न किया जाये तो वास्तु शास्त्र के अनुसार यह स्तिथि वास्तु दोष कहलाती है।

दूसरे शब्दों में घर की बनावट सही न होने अथवा साज सज्जा का सामान सही दिशा में न होने कारण वास्तु दोष पैदा होता है जिससे घर में क्लेश, धन सपंत्ति हानि होने का नुकसान बना रहता है।

अतः घर में होने वाली किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए समय रहते वास्तु दोष का उपाय करना जरूरी होता है। वास्तु दोष से मुक्ति पाने हेतु अक्सर किसी पंडित या ज्योतिष द्वारा कुछ उपाय सुझाए जाते हैं जिनके इस्तेमाल से वास्तु दोष की समस्या मिट जाती है।

वास्तु दोष के लक्षण 

आपके जीवन में मौजूद परेशानियों का कारण घर का वास्तु दोष है या नहीं अगर आप यह जानना चाहते हैं तो इन संकेतों के आधार पर आप वास्तु दोष की पहचान आसानी से कर सकते हैं।

#1. लम्बे समय से किसी एक बीमारी से ग्रसित रहना वास्तु दोष के सामान्य लक्षणों में से एक है।

#2. किसी भी काम में सफलता न प्राप्त कर पाना।

#3. घर में कोई भी शुभ काम न होना, अप्रिय घटनाएं होते रहना।

#4. घर में अकारण झगड़े और लोगों के बीच मतभेद और मनमुटाव होना।

#5.  घर के सदस्यों का चिंता में डूबे रहना।

#6. धन प्राप्ति के कार्यों में सफल न होना, पैसे की हानि होना।

#7. किसी भी काम में मन न लगना।

तो साथियों अगर किसी की जिन्दगी में ये संकेत दिखाई दें तो ज्योतिष शास्त्र ये कहता है की वास्तु दोष के कारण उसकी जिन्दगी में ये तकलीफें दिखाई दे रही हैं।

वास्तु दोष के कारण

अब तक हमने जाना आखिर वास्तु दोष की समस्या क्या है? और इस दोष के कारण दिखाई देने वाले सामान्य लक्षण कौन से हैं अब हम उन कारणों को जानेंगे जिनकी वजह से वास्तु दोष की समस्या इन्सान की जिन्दगी में दिखाई देती है।

#1. अमूमन जब घर के दरवाजे, खिड़कियाँ, बाथरूम, किचन इत्यादि किसी शुभ दिशा में स्तिथ न हो तो यह समस्या वास्तु दोष को जन्म देती है।

#2. मान्यता है घर का पश्चिमी भाग नीचे की तरफ होने से घर में बेवजह परेशानियाँ जन्म लेती हैं।

#3. घर की उत्तर दिशा में चबूतरे का निर्माण अवश्य होना चाहिए इससे वास्तु दोष कटता है।

तो इस प्रकार वास्तु शास्त्र कहता है की घर में मौजूद बहुत सी चीजें, फिर चाहे वो घर का पेंट हो, दीवारें हो या घर का कोई भी आइटम जैसे टीवी, अलमारी इत्यादि जब वास्तु शास्त्र के नियमों के मुताबिक़ न हो अर्थात इन्सान अपनी मर्जी से घर का कोई निर्णय लेता है तो इससे वास्तु दोष जन्म लेता है।

वास्तु दोष से होने वाले नुकसान 

अब तक हमने वास्तु दोष क्या है? इस परेशानी के लक्षण और कारणों को जाना अब हम उन समस्याओं पर गौर करेंगे जिनके कारण हर इन्सान कभी पंडित के पास तो कभी ज्योतिष के पास अपनी परेशानी का समाधान ढूँढने के लिए निकल पड़ता है।

देखिये वास्तु दोष के कारण इन्सान के जीवन से रंग, उत्साह गायब हो जाते हैं उसकी जिन्दगी में मानो दुखों का पहाड़ आ जाता है उसे आर्थिक रूप से उसे तंगी का सामना करना पड़ता है, घर में उसके लगातार चिंता क्लेश का माहौल बना रहता है, शारीरिक रूप से भी उसे तमाम तरह की दिक्कतें होती हैं।

संक्षेप में कहें तो ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक़ इन्सान की जिन्दगी से चैन गायब हो जाता है उसे शारीरिक और मानसिक कष्ट लगातार झेलने पड़ते हैं।

तो साथियों अब तक हमने इस लेख के पहले भाग में जाना की वास्तु दोष को लेकर समाज में और ज्योतिषियों और पंडितों द्वारा कौन कौन सी बातें कही जाती है।

अब हम दूसरे भाग में वास्तु दोष का सच बतलाकर आपको और आपके परिवार के बाकी सदस्यों को इस समस्या से मुक्ति का उपाय भी बतायेंगे।

वास्तु दोष की समस्या को दूर करने का एकमात्र उपाय 

ये बात आपको हैरान कर देगी पर सच है की वास्तु दोष से जुडी अधिकांश बातें हमें बताई गई है वो झूठ हैं, भ्रम हैं। जी हाँ ये बातें लोगों को डराने और उन्हें उनकी असली समस्या से दूर रखने का उपाय भर हैं।

जी हाँ, हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकी वास्तु दोष से जुडी जितने भी लॉजिक हैं वे तर्क हीन हैं अतः न तो उन्हें विज्ञान मानता है और न ही सनातन धर्म का उनसे कोई सम्बन्ध हैं।

जी हाँ अगर आपको लगता है हिन्दू धर्म में जो शास्त्र हैं उनमें स्वयं ये बातें लिखी गई हैं तो मित्र ऐसा नहीं है, जैसे हर धर्म का एक केन्द्रीय ग्रन्थ होता है न जैसे मुसलमान का केन्द्रीय ग्रन्थ कुरान है।

सिक्खों का केन्द्रीय ग्रन्थ गुरुग्रंथ साहिब है, बौद्ध धर्म का केन्द्रीय ग्रन्थ त्रिपिटक है इसी तरह हिन्दू धर्म के केन्द्रीय ग्रन्थ हैं वेद, और वेदों का सार कहे जाते हैं उपनिषद।

अतः कोई किसी जादू टोने को मानता है और कहता है की सनातन धर्म में ये बात खुद लिखी है तो उसे बोलिए दिखाइये मुझे किस उपनिषद में ये बात लिखी है।

पर जानकार हैरानी होगी की उपनिषद हो या भगवद्गीता दोनों ग्रन्थ जिन्हें भारत ही नहीं बल्कि दुनिया ने भी सम्मान दिया उनमें कहीं भी वास्तु दोष की बात नहीं लिखी है।

और जो बात इनमें मौजूद नहीं है, जाहिर सी बात है ये काल सर्प दोष, कुंडली दोष यहाँ तक की वास्तु दोष इत्यादि ये सभी बातें वेदों के बहुत बाद में लिखी गई।

और संभव है जिन लोगों ने भी इनकी रचना की होगी उनका मकसद लोगों को डराना धमकाना हो सकता है, जी हाँ क्योंकी जब आप किसी इन्सान को सीधे अपने काबू पर नहीं कर सकते। तो फिर इसके लिए लिए आप उसके मन में कोई झूठा डर बिठा दीजिये वो डर जायेगा।

यही कारण है की कुंडली दोष, वास्तु दोष और न जाने क्या क्या चीजों के नाम पर लोगों को बेवकूफ बनाया जाता है, और लोग तो बेवकूफ बनकर घर में बैठ जाते हैं।

पर उन लोगों की जेबें भर जाती हैं जो लोगों को इन चीजों के नाम पर डराते हैं, उनके भ्रम को मिटाने की बजाय और ज्यादा उन्हें अन्धविश्वासी बनाते हैं।

इस तरह बाहर आज बहुत से गुरु, बाबा बने बैठे हैं जो वास्तु दोष के नाम पर लोगों को डराकर अपना व्यापार बढ़ा रहे हैं।

और गलती उनकी भी नहीं है, गलती तो आपकी और हमारी है जो हम नासमझी के कारण इन झूठी चीजों पर यकीन करते हैं और फिर अपनी झूठी तकलीफ का झूठा इलाज ढूँढने के लिए इन बाबाओं के पास जाते हैं।

तो इस प्रकार इस समस्या से मुक्ति पाने का एक ही तरीका नजर आता है समझदारी, अगर हम अपने धर्म ग्रन्थों को पढ़ लें अगर हम भगवतगीता और वेदांत को अपने जीवन का हिस्सा बना लें तो हमें मालूम होगा की फ़ालतू की चीजें हम धर्म के नाम पर करते हैं वो सब बकवास हैं।

दूसरा विज्ञान की अनदेखी न करें जो बात तर्कहीन है लेकिन आपको बेवजह कोई मानने के लिए कह रहे हैं तो उसका विरोध करें। उदाहरण के लिए अगर घर में किसी तबियत खराब है और कोई कहे वास्तु दोष की समस्या है और घर के गेट के बाहर दिया जलाने से यह समस्या ठीक हो जाएगी।

तो सावधान हो जाइए। एक अच्छे डॉक्टर के पास उसका इलाज करवाइए। साथ ही उसके मन में कोई अगर डर बैठ गया है तो उससे बातचीत करके उस डर को दूर कीजिये। संभव है समस्या बहुत हद तक ठीक हो जायेगी।

अगर आपको इस काम में हमारी मदद चाहिए तो बेझिझक आप इस Whatsapp number 8512820608  पर अपने सवाल हमारे साथ साँझा कर सकते हैं।

अंतिम शब्द

तो साथियों इस लेख को पढने के बाद वास्तु दोष क्या है? और इस समस्या का समाधान आपको इस लेख में मिल गया होगा। इस लेख को पढ़कर मन में कोई सवाल बाकी है तो उपरोक्त whatsapp नम्बर पर सांझा करें, साथ ही लेख उपयोगी साबित हुआ है तो इसे अधिक से अधिक शेयर भी जरुर कर दें।

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