कन्या के शीघ्र विवाह के लिए अचूक उपाय | आज ही अपनाएँ!

एक उम्र के बाद हर बाप को अपनी बेटी की शादी की चिंता जरुर सताती है, अगर आप भी इसी परेशानी से जूझ रहे हैं तो हम आपको कन्या के शीघ्र विवाह के लिए अचूक उपाय और आपकी परेशानी से मुक्ति का रास्ता बतायेंगे।

कन्या के शीघ्र विवाह के लिए उपाय

हिन्दू धर्म में कन्यादान को महादान कहा गया है, अतः हर माँ बाप का यह सपना होता है की जीते जी अपनी बेटी को वह किसी अच्छे और सम्मानित घर में विदा कर सके।

पर कई बार कुछ गलतियों या फिर कुंडली में दोष होने जैसी स्तिथि में शादी में अनेक तरह की बाधाएं खड़ी होती हैं, अगर आपके पास भी बिटिया की शादी करने के लिए ज्यादा समय नहीं है और जल्दी से विवाह सम्पन्न करवाना चाहते हैं तो यह लेख आपको ध्यानपूर्वक पढना चाहिए।

कन्या के शीघ्र विवाह के लिए अचूक उपाय 2023

इन्टरनेट पर जाने पर आप पाएंगे की वहां बेटी की शादी के उपाय सर्च करने पर कई तरह की विधियाँ और टोटके बताये जा रहे हैं, कोई कहता है की सोमवार का व्रत रखने से शीघ्र शादी होगी तो कहीं पर बताया जाता है की गाय को हरी घास खिलाने से विवाह में आ रही बाधा दूर होगी।

पर सच्चाई तो इससे अलग है, अगर आप वाकई अपनी बेटी का भला चाहते हैं और उसके लिए एक सुयोग्य वर ढूंढना चाहते हैं तो अब आपके साथ जो सीक्रेट बातें शेयर करेंगे उससे जल्दी तो पता नहीं पर हाँ आपकी बेटी के लिए एक अच्छा वर जरुर मिल जाएगा।

आपसे निवेदन है इस लेख को ध्यान पूर्वक पढ़ें साथ ही लेख को पढने के पश्चात मन में कोई सवाल बाकी रहे तो बेझिझक आप हमसे 8512820608 whatsapp नम्बर पर बातचीत कर सकते हैं।

#1. शीघ्र नहीं, अच्छे साथी की तलाश जरूरी।

माँ बाप से बेहतर भला यह कौन जान सकता है की शादी के लिए एक अच्छा जीवन साथी होना कितना जरूरी है, क्योंकी लगभग आधी जिन्दगी एक लड़की को जिस पुरुष के साथ बितानी है उसका सही होना तो जरूरी है न।

पर दुर्भाग्य से जब अपनी बेटी की शादी की बात आती है तो वे आनन फानन में जरूरी बातों का ध्यान रखना भूल जाते हैं, अधिकतर माँ बाप लड़के की सैलरी, पढ़ाई, रूप रंग पर तो ध्यान देते हैं पर अपनी बिटिया की इच्छा का ध्यान नही रखते।

एक बात समझिएगा की जल्दबाजी में कभी भी बेटी की शादी नहीं करनी चाहिए, हमने कई ऐसे उदाहरण देखें हैं जहाँ शादी से पहले जो लडकी हँसती खेलती थी शादी के बाद उसकी जिन्दगी उजड़ जाती है, वो दुखी और परेशान रहती है।

तो याद रखें बेटी आपकी जिम्मेदारी है जिस तरह आप जीवन के सभी जरूरी फैसलों पर सौ बार सोचते हैं उसी तरह बिटिया की शादी का फैसला लेने से पहले भी हजार बार सोचिये।

#2. लड़की के पास पात्रता है?

जाहिर है माँ बाप होने के नाते आप चाहते होंगे मेरी बेटी को एक ऐसा पति मिले जो समझदार हो, जो उसकी भलाई चाहता हो, उसको जिन्दगी में आगे बढ़ने में मदद करे, वो इन्सान खुद भी बेहतर बने और मेरी बिटिया को भी एक नेक इन्सान बनाये।

पर दुर्भाग्य से ऐसे लड़के मिलने मुश्किल होते हैं खासकर जल्द बाजी में अगर आप बिटिया की शादी कर रहे हैं तो खराब लड़के मिलने की सम्भावना सबसे ज्यादा होती है।

तो इससे पहले की अपनी लड़की के लिए सुयोग्य वर की तलाश आरम्भ करें खुद से सवाल करें की क्या लड़की सुयोग्य है? क्या आपकी लड़की आत्मनिर्भर है, शिक्षित है, क्या वो इतनी समझदार है की वो जीवन में सही फैसले ले सके।

अगर वो नहीं है, तो इस काबिल बनाएं। क्योंकी ध्यान रखना जब तक बेटी स्वयं काबिल नहीं बनेगी कोई भी काबिल इन्सान उसे साथी के रूप में नहीं मिल सकता। अतः समय रहते बेटी का कल्याण इसी में होगा की आप उसकी हरसम्भव मदद करें जिससे की वो बेहतर इन्सान बन सके।

#3. प्रेम के नाते अपना कर्तव्य समझें।

माँ बाप का सबसे बड़ा कर्तव्य अपने बच्चों की सही परवरिश करना, उन्हें ऊँची से ऊँची शिक्षा देना, उनकी सेहत का ध्यान रखना और बेटी को एक बेहतर इन्सान बनाना होता है।

पर दुर्भाग्य से अधिकतर माँ बाप न तो बेटियों की पढ़ाई पर ध्यान देते, न उन्हें खेल कूद की तरफ प्रोत्साहित करते और न ही लड़कों की समान उनकी सेहत पर ख़ास ध्यान देते हैं।

कारण साफ़ है की जो पैसा जो संसाधन वो अपने बेटे पर लगाएंगे उससे उन्हें भविष्य में फायदा होगा। क्योंकी उन्हें लगता है लड़की की तो शादी हो जायेगी पर लड़का तो हमें भविष्य में पालेगा।

पर अफ़सोस इसे प्रेम नहीं कहते। माँ बाप होना बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, और इस जिम्मेदारी से भागने का पाप अपने ऊपर मत लीजिये। जितना हो सकता है अपनी बेटी की भलाई के लिए वो सब करिए जिससे उसका जीवन बेहतर होता हो।

#4. जबरदस्ती करना उचित नहीं।

बेटी 30 या इससे अधिक उम्र की होती नहीं की माँ बाप शादी के लिए बिटिया को ताने सुनाने लगते हैं भले ही लड़की शिक्षित हो, आत्मनिर्भर क्यों न हो ये दर्शाता है की माँ बाप कितने क्रूर होते हैं।

और ये बात हमने शहरी परिवारों की की है, गाँव में तो आज भी आलम ये है की बेटी को 20 साल हुए नहीं की उसकी शादी को लेकर माँ बाप को चिंता शुरू हो जाती है।

भले बेटी ने ढंग से शिक्षा हासिल न की हो, भले बेटी को जीवन के किसी भी क्षेत्र का विशेष ज्ञान और काम अनुभव न हो, भले बेटी के भीतर शारीरक और मानसिक रूप से अभी बहुत कमियां हो।

पर उसकी शादी की एक बाप को बड़ी चिंता सताई रहती है। याद रखें अगर आप भी बार बार अपनी बेटी को शादी के लिए प्रताड़ित कर रहे हैं, उसे हर समय ये संदेश दे रहे हैं की तुझे अब शादी कर लेनी चाहिए।

तो जान लीजिये ये आप उसके साथ अपराध कर रहे हैं। कृपया ऐसा न करें।

#5. कन्या को हक है एक निडर और मुक्त जीवन जीने का।

हम बात करते हैं सनातन धर्म की पर अगर हमने समझा होता की सनातन धर्म क्या है? यह क्यों विशेष है तो हम कहते की लड़का हो या लड़की हर किसी को उन्मुक्त जीवन जीने का अधिकार है।

जिस तरह लड़कों के पास ये चॉइस रहती है की किस उम्र तक खेलना है, किस उम्र तक पढना है और किस उम्र तक शादी करनी है इस तरह एक लडकी के पास भी ये अधिकार होना चाहिए की उसे कब शादी करनी चाहिए।

पर आज भी भारत के अनेक राज्यों में लड़की को सिर्फ एक बोझ की तरह देखा जाता है, लड़की के पैदा होने के बाद जैसे तैसे उसे पाला जाता है, उस पर तमाम तरह की बंदिशें लगाई जाती है, उसे जीवन के किसी भी क्षेत्र में बेहतर होने का मौका नहीं दिया जाता।

और जैसे ही वह शरीर से जवान होने लगती है तो लोग तुरंत कन्या के शीघ्र विवाह के लिए उपाय खोजने लगते हैं। पर याद रखें ऐसा करके ऐसा करके हम उसके साथ अन्याय कर रहे हैं,

#6. शादी का फैसला उसपर छोड़ें।

शादी एक महत्वपूर्ण फैसला है ये बात लड़कियां भली भाँती जानती हैं, और अगर कोई बिटिया नहीं जानती तो आप तो समझदार हैं न उसको सच्चाई बताएं।

और समझाने के बाद फैसला उसके हाथों पर छोड़ दीजिये, कुछ बातों पर इन्सान का निजी अधिकार होता है आप उसकी निजता का हनन नहीं कर सकते।

और शादी भी एक ऐसा ही फैसला है, लड़की को किस उम्र में, किस इन्सान के साथ, कहाँ और कब शादी करनी चाहिए ये उसका अधिकार है। आपका फर्ज है लड़की को अच्छे संस्कार देना उसको बेहतर बनाने में मदद करना।

लेकिन एक उम्र के बाद आपका ये अधिकार नही होता की आप लड़की को किसी लड़के के घर में बाँध दे और उसे कहें जा अब सुहागरात मना।

#7. आत्मनिर्भर बनाएं।

आज के समय में अगर बिटिया शिक्षित और आत्मनिर्भर नही है तो समझ लीजिये जहाँ भी आप उसकी शादी कर रहे हैं वहां जाकर उस बेचारी का शोषण ही होगा।

हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकी दुनिया है ही ऐसी यहाँ कोई भी किसी को मुफ्त में 100 रूपये तक नहीं देता तो जो इन्सान आपकी बिटिया से ब्याह कर उसे अपने घर ले जाएगा।

क्या उसका कोई निजी स्वार्थ नहीं होगा, बिलकुल होगा। और यही कारण है की वे स्त्रियाँ जो कमजोर,अशिक्षित, होती हैं उनका शोषण अधिक होता है बजाय उन महिलाओं के जो शिक्षित हैं और आत्मनिर्भर हैं।

#8. जब तक मन हो उसको घर में रहने दीजिये।

एक बार फिर से दोहराएंगे की पिता होने के नाते आपका फर्ज ये बनता है की आप बिटिया की भलाई करें, जिस तरह आप लड़के को आजीवन अपने घर में रहने की इजाजत देते हैं।

वैसे ही बिटिया को शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाने के बाद उसे ये आजादी देना जरूरी है की जहाँ उसका मन करे वह रहे। वो चाहे तो वो भी आजीवन आपके ही घर में रहे इसका अधिकार उसे देना चाहिए।

और ये भी सम्भव है की शादी के बाद भी उसका एक रूम होना चाहिए या इतना स्पेस होना चाहिए की जब उसका मन करे वो अपने घर आ सके। क्योंकी अंततः माँ बाप की ख़ुशी अपने बच्चों की ख़ुशी में होती है।

तो अगर बेटी चाहती है कुछ दिन अपने घर में रुकना या कुछ महीने रहना तो भला इसमें क्या दिक्कत है?

एक निडर और आजाद जीवन जीना सभी का अधिकार है ये हमें हमारा सनातन धर्म सिखाता है।

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अंतिम शब्द

तो साथियों इस लेख को पढने के बाद शीघ्र विवाह के अचूक उपाय जानकर आपको ख़ुशी हुई होगी, इस लेख को पढ़कर जीवन में सच्चाई और स्पष्टता आई है तो इसे अधिक से अधिक शेयर भी जरुर कर दें। साथ ही इस लेख के प्रति मन में कोई सवाल है तो आप बेझिझक 8512820608  में सांझा कर सकते हैं। याद रखें आपका एक शेयर किसी की जिन्दगी बदल सकता है।

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