सफलता के लिए मोटिवेशन| 100% मिलेगी कामयाबी!

सफलता” जिसे कोई देर से तो कोई जल्दी से जल्दी पाने की चाहत रखता है। पर समस्या ये है की सफल होने का सफर आसान नही होता ऐसे में सफलता के लिए मोटिवेशन पाना जरूरी हो जाता है।

सफलता के लिए मोटिवेशन

देखिये, इन्सान को कोई गंदी आदत लगने में भारी मेहनत नहीं करनी पड़ती क्योंकि बुरी चीज़ें तो अक्सर स्वयं ही आ जाती है। पर अपनी लाइफ में सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए इन्सान को कड़ी मेहनत और अभ्यास करना पड़ता है।

सही काम को करने में मन कितनी बार विरोध करता है लेकिन बार बार अपने मन को बुरी चीज़ से हटाकर सही जगह ध्यान लगाना पड़ता है।

तो चाहे खेल, पढ़ाई, नौकरी इत्यादि दुनिया के किसी भी क्षेत्र में सफलता की सीढ़ियों पर चढना चाहते हैं। और इसके लिए खुद को मोटिवेट करना चाहते हैं।

तो आज हम आपको मोटिवेशन का एक ऐसा फार्मूला बतायेंगे जिसके बाद आपको किसी मोटिवेशन की कोई जरूरत नही पड़ेगी। जी हाँ, अब ऐसा हमने क्यों कहा ये समझने के लिए आपको ये पोस्ट ध्यान से पढना होगा।

आपकी नजर में सफलता का मतलब क्या है?

हर इन्सान की नजर में सफलता का अर्थ अलग अलग होता है किसी के लिए जिन्दगी में अमीर होना सफलता है तो किसी के लिए दुनिया में मान सम्मान, तारीफ़ पाना सफलता है।

पर बहुत कम लोग जानते हैं की वास्तव में सफलता किसे कहते हैं? क्या हो जीवन में जिससे हम खुद को सफल कह सके?

अक्सर एक इन्सान सफल है या नहीं इसका निर्धारण भी वह दूसरों की इच्छा के आधार पर करता है। अगर दुनिया को लगता है की इन्सान के पास खूब धन दौलत हों तो वो सफल है।

तो फिर एक इन्सान दुनिया में उसी काम को चुनता है जिसे करने से बहुत पैसा मिलता हो, इसी तरह लोगों की नजर में वो इन्सान सफल है जिसका समाज में मान सम्मान है।

तो व्यक्ति उन लोगों से प्रभावित होकर किसी ऐसे काम को करता है जिसमें इज्जत अच्छी मिलती हो। उदाहरण के लिए भारतीय समाज में सरकारी नौकरी को पैसे और इज्जत की दृष्टि से देखा जाता है।

अतः बहुत से लोग सरकारी नौकरी को पाने के लिए अपनी पूरी जवानी बिता देते हैं। पर सवाल आता है की क्या हम समाज की कठपुतली हैं, जो समाज के हिसाब से चलते रहते हैं?

क्या हमारी कोई निजी चॉइस नहीं है, क्या समाज के बताये रास्ते पर चले बिना हम सफल नहीं हो सकते?

जी हाँ ये सवाल हम कभी पूछते ही नहीं हम ये कहते ही नहीं की हमारी लाइफ है, और सिर्फ हम ये निर्धारित करेंगे की हम सफल हैं की नहीं। मैं दुनिया को ये अधिकार ही नहीं दूंगा की वो मुझे जज करे।

अगर मुझे दुनिया असफल भी घोषित करती है तो मैं घबराऊंगा नहीं, जो ठीक है, सच्चा है मैं बस वो काम करता रहूँगा।

मैंने जन्म दुनिया को खुश करने के लिए नहीं लिया है, मुझे बस उस परमात्मा को नाराज नहीं करना है जिसने मुझे जन्म दिया है और मैं सही काम करके इस जन्म को सार्थक करूंगा।

जी हाँ मजेदार बात ये है की जब आप परमात्मा की सेवा में यानि जिन्दगी में कोई सच्चा काम करने लग जाते हैं तो आपको फर्क ही नहीं पड़ता की दुनिया आपको सफल कहती है या असफल।

तो संक्षेप में कहें तो सफलता एक बेहद निजी बात होती है, कोई व्यक्ति सफल है अथवा नहीं इसका निर्धारण सिर्फ वो मनुष्य स्वयं कर सकता है? कोई और नहीं।

सफलता को परिभाषित करता ये विडियो आप एक बार जरुर देखें!

सफलता के लिए मोटिवेशन कहाँ से लायें? जानिये सच्चाई!

इन्टरनेट पर अगर आप Success Motivation in hindi सर्च करेंगे तो आपको प्रेरित करने के लिए स्क्रीन पर हजारों वीडियोस और लेख पढने को मिल जायेंगे।

और इनमें मौजूद कंटेंट कुछ ऐसा होगा जिसे देखते ही आप तुरंत उठ खड़े होंगे और कहेंगे की मैं भी आज से सफल होने के लिए मेहनत करूँगा।

पर एक बात जो कोई भी मोटिवेशनल स्पीकर लोगों को नहीं बताता वो ये है की क्या जिस चीज़ को पाने के लिए तुम इतनी मेहनत, इतना समय और उर्जा बर्बाद कर रहे हो क्या वाकई वो चीज़ पाने लायक है?

एक बार देख तो लो, समझ तो लो मैंने लक्ष्य कौन सा बनाया है? और अगर इस लक्ष्य को मैंने पा भी लिया तो क्या होगा।

दुर्भाग्य से अधिकांश लोग जो लक्ष्य बनाते हैं वो लक्ष्य मूर्खता को दिखाते हैं, ऐसे लक्ष्य अगर हासिल हो भी जाए तो इन्सान को कोई लाभ नहीं होगा।

हर इन्सान को जीवन में शांति चाहिए होती है पर अधिकांश हम जो लक्ष्य बनाते हैं वो हमारी शांति को और भंग कर देते हैं। वो हमारे भीतर सुकून लाने की बजाय हमारे भीतर के डर और लालच को और बढाते हैं जिससे हम और दुखी होते जाते हैं।

उदाहरण के लिए एक नौजवान है जो आज के दौर की चमक धमक से प्रभावित होकर मन में ये ठान लेता है की उसे आने वाले 10 साल में एक लग्जरी गाडी खरीदनी है जिसकी कीमत 50 करोड़ रूपये है

अब इस लक्ष्य को पाने की खातिर वो खूब मेहनत करता है, वो अपने परिवार के लिए कई सारे त्याग करता है और अंततः तमाम कोशिशों के बाद वो यह गाडी पा लेता है।

पर बताइए जीवन के कीमती दस साल एक गाडी को खरीदने में लगाने के बाद उसके जीवन में शांति आएगी या फिर मन में डर और लालच बढेगा।

जाहिर सी बात है इतनी मेहनत से पाई गई चीज़ को खोने का डर खूब होगा। साथ में अब और कुछ नया पाने का लालच उसके मन में होगा।

क्योंकि संसार में ऐसा कुछ नहीं है जिसे पा लेने से इन्सान का मन भर जाये। तो इस तरह इच्छाओं के पीछे भागते भागते एक युवा जवानी से बुढापे की अवस्था में आकर मृत्यु को प्राप्त हो जाता है।

और अफ़सोस की बात ये है की अधिकतर लोगों को ऐसी ही जिन्दगी प्यारी होती है जिसका हमने वर्णन किया है। और इसीलिए अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए वो फिर मोटिवेशन की तलाश में रहते हैं।

अब यहाँ पर प्रश्न खड़ा होता है की क्या हमें जिन्दगी में लक्ष्य नहीं बनाने चाहिए, मोटिवेशन की तलाश नहीं करनी चाहिए?

जी नहीं। हम आपसे कहना चाहते हैं की सबसे पहले एक सही लक्ष्य और बुरे लक्ष्य में अंतर करना सीखिए। क्या आप जानते भी हैं की जिस लक्ष्य के पीछे आप अपनी जिन्दगी लगाना चाह रहे हैं वो लक्ष्य हासिल करके भी आपको क्या मिलेगा?

अगर लक्ष्य ऐसा है जिसे पाकर जीवन में डर,लालच, इच्छाएं और बढती हैं तो समझ लीजिये आप गलत दिशा की तरफ भाग रहे हैं।

और अगर लक्ष्य ठीक है तो आप पाएंगे उस लक्ष्य के खातिर काम करने से आपकी जिन्दगी में सुकून, शांति, प्रेम और करुणा आएगी।

तो बताइए सही लक्ष्य चुनेंगे या गलत? मजेदार बात ये है की जीवन में जब सही लक्ष्य इन्सान चुन लेता है तो उसे बार बार मोटिवेशन की जरूरत नहीं पड़ती।

सफलता की तरफ बढ़ने का आसान 100% कारगर फ़ॉर्मूला

अब हमने जान लिया है की मोटिवेशन से ज्यादा जरूरी है सही लक्ष्य बनाना? क्योंकि अगर लक्ष्य ही गलत है तो उसे हासिल करने के लिए अगर मोटिवेशन मिल भी गया तो वो खतरनाक साबित होगा।

अब सवाल आता है की कैसे पहचानें हमारे लिए सही लक्ष्य क्या है?

तो जवाब ये है की एक रोगी इन्सान के लिए सही लक्ष्य क्या होगा? जाहिर सी बात है अपना इलाज करवाना।

इसी तरह आप अपनी जिन्दगी को देखिये और पता लगाइए किन कारणों से आपकी जिन्दगी में दुःख और बेचैनी है, या किस वजह से आप अक्सर मजबूरी में फंसे रहते हैं और दुःख में आपको जीना पड़ता है।

उदाहरण के लिए आप अभी बेरोजगार हैं तो आपका लक्ष्य ये होना चाहिए की मैं अपने पैरों पर किस तरह खड़ा हो सकूं।

दूसरी तरफ अगर आप अपनी जिन्दगी में पहले से ही पैसे कमा रहे हैं पर जो नौकरी आप कर रहे हैं उसमें कोई दम नहीं है। माने पैसे तो मिल रहे हैं काम के, पर वो काम बहुत अच्छा नहीं है।

तो अब आपका लक्ष्य होना चाहिए यार मैं किस तरह इसी काम के साथ साथ जिन्दगी में कोई अच्छा लक्ष्य ढूंढ सकूं। उदाहरण के लिए आप नौकरी के बाद मिलने वाले खाली समय में बच्चों को शिक्षा दे सकते हैं।

इस तरह हर इन्सान को अपने जीवन को देखना होगा की वो अभी कहाँ पर खड़ा है और उसके लिए क्या करना ठीक रहेगा। हम आपको सीधे ये नहीं बता सकते की आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं।

इसलिए तो कौन व्यक्ति सफल है या नहीं ये पता करना मुश्किल होता है क्योंकि हो सकता है मेरे लिए सफलता का मतलब हो जिन्दगी में कोई बड़ा अच्छा काम करना। और हो सकता है जो स्टूडेंट इस लेख को पढ़े उसके लिए अच्छे से पढ़ाई करना उसका लक्ष्य हो।

तो जीवन में सही लक्ष्य पाना है अगर तो आप जहाँ भी हैं, जिस भी स्तिथि में हैं वहां से एक कदम आगे बढ़ाइए, अपनी नजर से देखिये की आज मैं क्या कर सकता हूँ। और फिर उस दिशा में आगे बढिए।

धीरे धीरे आपके लिए नए रास्ते खुलते नजर आयेंगे। यही है सफलता का सीक्रेट फार्मूला इसके अलावा कुछ भी नहीं।

अंतिम शब्द

तो साथियों इस लेख को पढने के बाद सफलता के लिए मोटिवेशन कहाँ से लायें? अब आप यह अच्छी तरह जान गए होंगे। इस लेख को पढने के बाद भी मन में कोई प्रश्न बाकी है तो बेझिझक आप इस हेल्पलाइन whatsapp नम्बर 8512820608 पर अपने प्रश्नों को बतायें। साथ ही लेख को अधिक से अधिक शेयर भी कर दें।

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