सफल इन्सान बनने के मकसद को पूरा करने के लिए देश में हर साल लाखों विद्यार्थी पढ़ाई में कड़ी मेहनत करते हैं, और अच्छे अंक भी प्राप्त करते हैं? लेकिन फिर आगे क्या करें? विद्यार्थी अपना करियर कैसे चुने? ये सवाल बड़ा महत्वपूर्ण हो जाता है।
चूँकि अधिकांश स्टूडेंट्स के परिवार में माता पिता, अभिभावक अधिक शिक्षित नहीं होते, अगर होते भी हैं तो वह बच्चे को डॉक्टर, इंजिनियर, वकील जैसे चुनिन्दा क्षेत्रों में करियर बनाने की सलाह दे देते हैं।
वे अपने बच्चे से उसकी इच्छा, उसके विचारों को समझने का भी प्रयास नहीं करते। परिणाम यह होता है की स्कूल तक जो बच्चा पढ़ाई में बेहतरीन या औसत प्रदर्शन कर रहा था उसी बच्चे के लिए आगे की पढाई बोझ समान हो जाती है।
और ऊपर से माता पिता की उम्मीदों में खरा न उतर पाने से और रिश्तेदारों और लोगों के ताने सुनकर वह डिप्रेशन में चला जाता है। अतः इस आशा के साथ की विद्यार्थी अपनी समझ से जीवन में एक सही करियर का चुनाव कर सके।
आज हमने इस लेख को तैयार किया है, हमें आशा है ध्यान से इस लेख को पढने के बाद आपके दिमाग में से सभी तरह की उलझन गायब हो जाएँगी और आप जीवन में एक सही फैसला कर पाएंगे।
विद्यार्थी अपना करियर कैसे चुने? Perfect Career Tips in Hindi
करियर यानी जीवन में काम का चुनाव सबसे महत्वपूर्ण फैसला होता है। क्योंकी कहा जाता है हमारे कर्म ही हमारी जिन्दगी को परिभाषित करते हैं।
कोई इन्सान कैसा है ये जानना है तो उसकी बातों को नहीं कर्मों को देख लीजिये। इसलिए कहा जाता है बड़ी सोच समझकर जीवन में सही करियर का चुनाव करना चाहिए।
अतः करियर यानी काम का चुनाव पैसे के आधार पर नहीं काम की गुणवत्ता के आधार पर होना चाहिए। क्योंकी यदि आप किसी ऐसे क्षेत्र में काम कर रहे हैं जहाँ पैसा तो बहुत है पर वो काम बहुत घटिया है जिसमें ग्राहकों का, प्रकृति का शोषण किया जाता है।
तो सम्भव है आप उस काम को पैसों के खातिर अपने लालच और मजबूरी में कर तो लोगे। पर भीतर से उस काम को करके शाम को घर पहुंचोगे तो चिढ और मजबूरी का भाव आएगा।
पर चूँकि हमारे समाज में अधिकांश लोग उस करियर को चुनते हैं जिसमें ज्यादा पैसा हो, मान सम्मान हो, सुख सुविधाएं हो। अर्थात काम का चुनाव ही गलत आधार पर करते हैं, इसलिए वे लोग जिन्हें हम बाहरी तौर पर सफल इन्सान कहते हैं वो भी नशे में, भ्रष्टाचार में तमाम तरह की बुरी आदतों से लिप्त रहते हैं।
अब सवाल आता है अगर करियर का चुनाव परिवार के, समाज के बताये रास्ते से न करें, पैसों के आधार पर न करें? तो फिर कैसे करें। चलिए जानते हैं:
विद्यार्थी अपना करियर कैसे चुने? 10 बेहतरीन तरीके
#1. काम वो जो आंतरिक कमजोरी को ठीक करें।
हम सभी के भीतर कुछ आन्तरिक कमजोरियां होती हैं, और जब कभी यह सामने आती है तो हम हार मान लेते हैं, भाग खड़े होते हैं। लेकिन उन कमियों को ठीक करना ही हमारा सबसे बड़ा दायित्व होता है।
तो काम वो करें जिससे आपकी भीतरी दुर्बलता मिटती हो, जिस काम को करने से आप भीतर से बेहतर बनते चले जाते हैं। उदाहरण के लिये मुझे अनजान लोगों से बात करने में शर्म लगती है तो मैं उस जॉब का चुनाव करूँगा जिसे करके मैं लोगों से सरलतापूर्वक बात कर सकूं।
अतः कॉलेज या किसी शिक्षण संस्थान से निकलने के बाद जिस भी क्षेत्र में आप, जिस भी जिम्मेदारी के पद पर नौकरी करने जा रहे हैं, स्वयं से ये पूछ लें क्या इस काम से मेरी आंतरिक कमी ठीक होगी?
यदि हाँ तो इस काम को कीजिये। अन्यथा नहीं। बहुत से लोग इस बात को नजरंदाज करते हुए उस नौकरी की तरफ जाना पसंद करते हैं जहाँ ज्यादा पैसा होता है।
परिणाम यह होता है की वो काम करते रहते हैं और भीतर से वह और भी ज्यादा कमजोर होते जाते हैं। तो देखिये क्या है आपकी कमजोरी जो आपको सबसे ज्यादा परेशान करती है।
पैसों का लालच, किसी चीज़ का डर, शर्म, अज्ञान कुछ भी हो सकता है और फिर काम वो कीजिये जिससे उस कमजोरी पर आप प्रहार कर सकें।
#2. कार्यक्षेत्र में बदलाव होता रहेगा।
देखिये कोई भी शिक्षक या गुरु आपको सही जीवन जीने की सीख तो दे सकता है लेकिन आपके लिए जीवन में कौन सा काम करना सही है, इस बात का चुनाव आप ही कर सकते हैं।
जैसा की हमने जाना की काम वो करना है जिससे भीतर की समस्या मिटे, तो इस हिसाब से आप अपने जीवन को देखकर फैसला कीजिये की कौन सा काम इस समय करना सबसे बेहतर रहेगा।
और जिन्दगी का लक्ष्य है लगातार बेहतर होते जाना, एक कमी के बाद दूसरी कमी को ठीक करना, रोजाना पहले से बेहतर होते जाना।
अतः जब लक्ष्य निरंतर खुद को विकसित करके बेहतर से बेहतर इन्सान बनना है तो जाहिर है करियर यानी काम में भी बदलाव होता रहेगा।
मान लीजिये आज मुझे पैसे का लालच बहुत है, और मेरा मन हमेशा उस काम की तरफ भागता है जिस काम में पैसा हो। पर जब मुझे यह अहसास हुआ की मेरे लालच की वजह से मुझे जिन्दगी में बहुत दुःख झेलने पड़ रहे हैं।
तो मैंने अपनी इस कमी को ठीक करने के लिए कोई ऐसा जॉब करना शुरू कर दिया जहाँ पैसे थोड़े कम मिलते हैं पर काम वो अच्छा हो। और इस तरह जब मैंने अपनी इस कमी को ठीक कर दिया।
तो अब मैं देखूंगा जिन्दगी में और क्या कमी है? तो इस तरह उस कमी को ठीक करने के लिए मैं और कोई काम का चुनाव करूँगा। इस तरह इंसान पहले से बेहतर और बेहतर होता चला जाता है।
इसलिए कोई काम किसी के लिए बहुत बढ़िया तो किसी के लिए कोई काम व्यर्थ का साबित हो सकता है।
#3. सबसे ऊँचा काम चुनें।
विद्यार्थी होने के नाते अभी आप युवा होंगे और आपके पास पर्याप्त समय, ताकत और उर्जा है जिसे आप सही काम में समर्पित कर सकते हैं। इतिहास को पढ़ें तो पायेंगे युवा ही क्रांति करते हैं, जितने भी महान काम हुए हैं उनमे से अधिकांश जवानी में ही किये गए हैं।
तो अगर आपको लगता है की जवानी का समय यूँ ही व्यर्थ बर्बाद नहीं जाना चाहिए। इस समय को जीवन में किसी ऊँचे, महान काम को समर्पित करना चाहिए तो इस सोच के साथ आप जिन्दगी में कुछ बेहतर कर सकते हैं। जिसे करके आप जीवन के अंतिम दिनों में खुद पर गर्व होगा।
क्योंकी जहाँ बाकी लोगों ने इस अनमोल जीवन में अपनी जवानी का इस्तेमाल मौज मरने, अय्यासी करने या फिर अपने लिए धन इक्कठा करने में किया, आपने वही समय किसी बहुत बढ़िया काम को दिया।
#4. काम वो जिसमें लोगों का कल्याण निहित हो।
जब बात होती है सही करियर के चुनाव की, तो ये बात तय है की काम ऐसा होना चाहिए जिसे करके न सिर्फ आप अंदर से बेहतर होते हैं बल्कि उस काम से समाज, देश और दुनिया पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता हो।
जिन्दगी में आप जब भी कोई ढंग का काम करने निकलते हो तो उससे लोगों का भला वास्तव में होता है। तो एक विद्यार्थी के तौर पर हमारी आपसे यही सलाह रहेगी की जल्दी से करियर का फैसला, काम का चुनाव किसी के कहने पर मत कर लीजिये।
थोडा घूमें, पढ़ें और जानें देश में और दुनिया में क्या करने लायक है, कौन सा ऐसा काम है जो इस समय करना बेहद जरूरी है। पर उस काम को कोई नहीं कर रहा है। एक बार थोड़ी सी हिम्मत और इच्चाश्क्ति आपने उस काम के प्रति दिखा दी तो यकीन मानिए आपको खुद पर गर्व होगा।
#5. सही काम आपको बेहतर इन्सान बनाएगा
कहते हैं आप 5 अच्छे लोगों के साथ बैठोगे, समय बिताओगे तो आप भी अच्छे हो जाओगे। क्योंकी संगती का असर तो निश्चित रूप से पड़ता है। इसी तरह जब जीवन में आप उस काम को करोगे जिससे लोगों का भला होता है तो निश्चित रूप से आपका तो भला होगा ही।
ठीक वैसे जैसे आपके शहर में यदि हवा स्वच्छ बहती है तो आपके भी घर तक वह पहुंचेगी। इस तरह जब आप जीवन में कोई बेहतरीन काम करोगे तो जाहिर है उस काम को करने में चुनौतियाँ आएँगी। लेकिन साथ ही आपको ये भी पता चलेगा आपके अंदर कितनी ताकत मौजूद है जिसके बारे में आपको पता ही नहीं चलता यदि यह चुनौती नही आती तो।
तो सही काम का चुनाव कीजिये और चुनौती आती है तो स्वीकार करिये। आप एक बेहतरीन इन्सान जरुर बनेंगे।
#6. पैसे की खातिर करियर न चुनें।
यह जानते हुए भी की देश और दुनिया में बहुत से अच्छे काम किये जा सकते हैं, हम इस बात को टालते हुए उस काम की तरफ भागते हैं जिसे करने के लिए हमारे परिवार और समाज में लोगों द्वारा प्रोत्साहित किया जाता है।
खासकर, 90% विद्यार्थी अपने जीवन में उसी क्षेत्र की पढ़ाई करते हैं, उसी दिशा में मेहनत करते हैं जहाँ से उन्हें अच्छी सैलरी और सुख सुविधाएँ मिलती हैं। और जीवन के कई साल उस दिशा में बर्बाद करने के बाद जब इन्सान को मालूम होता है की मैंने गलत रास्ते का चुनाव किया।
तो उसके पास पछताने के सिवा कोई रास्ता नहीं होता।
#7. सही करियर का चुनाव प्रेम में होता है।
सही करियर का फैसला अनायास (अचानक) नहीं होता। उसकी एक प्रक्रिया होती है, जिसमें सबसे पहले इन्सान खुद को समझता है फिर वह संसार के बारे में जानता है। फिर वह खोजता है क्या काम है जिसे करने से मेरी और बाकी लोगों की जिन्दगी बेहतर होगी।
और इन सबके अंत में वह उस मिशन पर काम करना शुरू करता है जो उसे अपनी समझ से सबसे श्रेष्ठ लगता है। और चूँकि इस तरह के काम का फैसला इन्सान अपनी बुद्धि और समझ से करता है अतः ये मजबूरी में नहीं बल्कि अपने प्रेम से किया गया फैसला होता है।
और इंसान जब इस प्रकार अपने करियर का फैसला अपने प्रेम के आधार पर करता है, तो फिर उसका यही प्रेम उसे अपने काम को बड़े लगन और जूनून से करने के लिए प्रेरित करता है।
#8. जीवन का उद्देश्य समझें।
ये कहना लगता नहीं होगा की अधिकांश लोग जीवन में सही करियर का फैसला इसलिए नहीं कर पाते क्योंकी वो खुद को नहीं जानते। उन्हें लगता है जिन्दगी खाने, पीने और सोने के लिए ही तो मिली है, तो काम ऐसा करो जिसमें यह तीनों चीजें आसानी से मिल जाए।
है न, पर ये सच नहीं है क्योंकी अगर खाना, पीना ,सोना ही जीवन का उद्देश्य होता तो फिर ये चीजें तो हमारे जीवन में पहले से ही है। फिर हम अशांत, बेचैन और ऐसा क्यों महसूस करते हैं जैसे मानो जैसे हमारा चैन कहीं खो गया हो?
क्योंकी वास्तव में जैसे हम हैं वैसा रहते हुए हम शांत नहीं हो सकते। पैदा होने से ही हमारे पास कुछ दुःख होते हैं और उम्र के साथ कष्ट, अशांति, बंधन बढ़ते जाते हैं।
अतः यह जीवन हमें मिला है अपने बन्धनों, अपनी परेशानियों को खत्म करके एक आजाद जीवन जीने के लिए। और दुखों से मुक्ति हमें तब तक नहीं मिल सकती जब तक हम प्रेम, शांति को महत्व देने की बजाय फ़ालतू की चीजों को देते हैं।
#9. गंदगी हटाना ही काम है।
जो इन्सान अपनी आंतरिक दुर्बलताओं से जीत जाता है, और जो अब अपने स्वार्थ के लिए बल्कि समाज के लिए कोई बेहतर काम करने इच्छा रखता है। सर्वप्रथम वह देखता है समाज में क्या कुछ ऐसा है जो करने लायक है? कौन सी परम्परा, व्यवस्था है जिसमे बदलाव लाना जरूरी है।
कौन सी चीज़ है जिसे भ्रष्ट, लालची लोगों ने खराब कर दिया है, इसे देखते हुए फिर आप शिक्षा, राजनीति, प्रकृति जिस भी क्षेत्र में बुराई को हटाकर उसकी जगह सही काम करने का फैसला लेते हैं। तो इस तरह वास्तव में उससे गंदगी हटना शुरू होती है।
#10. सही काम में पर्याप्त पैसा मिलता है।
बतौर इन्सान जब भी हम में से अधिकतर लोग जीवन में कुछ अलग, कुछ ढंग का काम करने की सोचते हैं तो भीतर से ये सवाल आता है हाय। मेरा क्या होगा? काम तो अच्छा है पर अगर पैसा नहीं मिला तो अपना और परिवार का पेट कैसे पालूंगा।
बता दें आप लोगों का, प्रकृति का भला करने निकलो तो सही लोग आपकी सही नियत को देखते हुए आपके खाने पीने, रहने का इन्तेजाम आसानी से कर देते हैं। कोई भूखा नही मरता, इतना पैसा आपको मिल ही जायेगा जिससे मूलभूत जरूरतें पूरी हो जाती हैं।
तो यह सोचना की सही काम करके पैसा नहीं मिलता ये बिलकुल गलत बात है।
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अंतिम शब्द
तो साथियों इस लेख को पढने के बाद विद्यार्थी अपना करियर कैसे चुने? अब आप भली भाँती समझ गये होंगे। लेख को पढने से मन में कोई सवाल या सुझाव आये तो कमेन्ट बॉक्स में सांझा करें। साथ ही जानकारी आपके लिए फायदेमंद साबित हुई है तो इसे अधिक से अधिक शेयर कर दें। ऐसे ही शिक्षा सम्बन्धी अन्य लेख पढने के लिए आप ब्लॉग की शिक्षा केटेगरी पर विजिट कर सकते हैं।