आज यात्रा करने का शुभ मुहूर्त क्या है? जानें सच्चाई!

जीवन में यात्राएं इन्सान को काफी कुछ सिखा देती हैं, इसलिए संतों से लेकर आज के मॉडर्न विचारक यात्राएं करने की सलाह देते हैं। ऐसे में हम आज यात्रा करने का शुभ मुहूर्त? कौन सा है जानेंगे।

आज यात्रा करने का शुभ मुहूर्त

कई सारे लोग जो ज्योतिष शास्त्र में यकीन करते हैं वे कोई भी शुभ काम चाहे कोई नया व्यापार शुरू करना हो या कोई यात्रा करनी हो। वे शुभ मुहूर्त पर काफी ज्यादा ध्यान देते हैं।

क्योंकी समाज में ये मान्यता रहती है की शुभ समय पर किया गया कोई भी कार्य सम्पन्न होता है। ऐसे में जब बात हो अकेले या परिवार के साथ दूर किसी स्थान पर घूमने की या मन्दिर दर्शन करने की तो शुभ मुहूर्त पता करना जरूरी हो जाता है।

इस लेख में हम आपको किसी भी यात्रा का शुभ मुहूर्त पता करने के 2 तरीके बतायेंगे। पहले आप समाज में प्रचलित तरीके के बारे में जानेंगे। दूसरा तरीका गुप्त है जिसे समझने के बाद आपकी यात्रा 100% शुभ होगी।

अतः आपसे निवेदन है उस दूसरे तरीके को जानने के लिए इस लेख को ध्यानपूर्वक अंत तक पढ़ें।

आज यात्रा करने का शुभ मुहूर्त कौन सा है? 

आज के दिन की शुभ यात्रा का पता करने का सबसे आसान तरीका है ज्योतिष पंचांग को देखना। ज्योतिष कैलेंडर में राशि के अनुसार किस दिन क्या करना उचित रहेगा आपको सारी जानकारी मिल जाएगी।

हालाँकि आपको ज्योतिष कैलेंडर से शुभ मुहूर्त का पता करने में किसी तरह की दिक्कत आ रही है तो ऐसी स्तिथि में बेहतर होगा की आप किसी पंडित या ज्योतिष से सम्पर्क करें और उनसे आप मालूम कर सकते हैं की आज के तिथि में यात्रा करने का शुभ समय कौन सा है?

ज्योतिष या पंडित आपको आपकी राशि, ग्रहों की दिशा के आधार पर आपको बता देंगे की आपके लिए यात्रा करने का सही समय कौन सा है?

तो इस तरह हमने जाना की कैसे हम ज्योतिष शास्त्र के आधार पर अपनी यात्रा का शुभ मुहूर्त ज्ञात कर सकते हैं, अब हम जानते हैं आखिर धर्म इस विषय पर क्या कहता है? चलिए वो सीक्रेट आपके साथ साँझा करते हैं।

धर्म के अनुसार ऐसे जानें यात्रा करने का शुभ मुहूर्त कौन सा है?

धर्म का उद्देश्य है मानव का कल्याण करना। अतः समझिएगा यदि किसी यात्रा को करने से आपका कल्याण होता हो माने आपका मन शांत होता हो, मन साफ़ होता है तो समझिएगा वो यात्रा आप दिन या रात किसी भी समय करे वह शुभ ही होगी।

धर्म की विशेष बात ये है की इसका उद्देश्य किसी ख़ास मजहब के व्यक्ति की भलाई करना नहीं होता, बल्कि धर्म तो सम्पूर्ण मानवता की भलाई की कामना रखता है।

इसलिए धर्म पर चलना हर किसी मानव के लिए बहुत जरूरी है। पर अधिकांश लोगों को लगता है धर्म का मतलब है किसी खास विचारधारा का पालन करना।

लोगों को लगता है फलाने रंग के कपडे पहनना, भगवान/ अल्लाह को मानना, उनके आगे सर झुकाना ही तो धर्म होता है।

जी नहीं सच्चाई को जानना, सच्चाई पर जीना ही धर्म है। वह इन्सान जो सच जानते हुए भी झूठ पर जिए फिर चाहे वो किसी भी सम्प्रदाय का व्यक्ति हो जान लीजिये धार्मिक नहीं है।

बहरहाल हम बात कर रहे थे यात्रा की, देखिये जिस भी स्थान पर आप यात्रा करने की सोच रहे हैं? बस खुद से पूछिए की मैं वहां क्यों जा रहा हूँ? मेरे वहां जाने से मेरी जिन्दगी पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा या फिर बुरा?

हर इन्सान को जीवन में शांति और सच्चाई की आवश्यकता होती है। तो अगर जिस जगह आप जा रहे हैं वहां जाने से जीवन में शांति आती है, आपको जीवन में कुछ नए अनुभव होते हैं तो जान लीजियेगा यात्रा करना शुभ है।

उदाहरण के लिए आप अपने दोस्तों के साथ पहाड़ों पर घूमने जा रहे हैं,और वहां जाकर आप सोच रहे हैं की दारु पियेंगे, चिकन खायेंगे, मौज मारेंगे तो बताइए ऐसी यात्रा शुभ होगी?

इसके विपरीत आप पहाड़ों का सुन्दर नजारा देखने जाएँ, और देखें की प्रकृति अपने आप में कितनी सुन्दर है, पर हम लोगों ने प्रकृति के साथ कितना खिलवाड़ किया है?

तो जब आप इस सोच के साथ किसी यात्रा पर निकलेंगे की वहां जाकर मैं कुछ नया जानूंगा, देखूंगा और जीवन को समझूंगा तो यकीनन वो यात्रा आपकी जिन्दगी के लिए तो शुभ होगी ही और धार्मिक दृष्टि से भी शुभ होगी।

संक्षेप में कहें तो अगर किसी यात्रा पर जाने का इरादा नेक है तो यात्रा शुभ है पर नियत में खोट है तो फिर वो यात्रा शुभ नहीं होगी।

अभी भी यात्रा करने को लेकर मन में कोई सवाल बाकी है तो बेझिझक आप इस हेल्पलाइन नम्बर 8512820608 पर हमसे बातचीत कर सकते हैं।

यात्रा के शुभ दिन कौन से हैं

वर्ष का कोई भी महिना, सप्ताह के किसी भी दिन यदि यात्रा करने से आपकी जिन्दगी में बदलाव आता है, आप पहले से बेहतर इन्सान बनते हैं तो जान लीजियेगा वो दिन शुभ है।

क्योंकि हमने शुरू में ही जाना था की यात्रा इन्सान की जिन्दगी को बेहतर बनाती है। तो जिस यात्रा से आप कुछ सीखें जान लीजिये वो यात्रा शुभ है।

देखिये हमें लगता है कुंडली में देखकर यात्रा करेंगे तो शुभ होगी, जी नहीं यात्रा शुभ होगी की नही ये निर्धारित करने वाला मन है और यदि यह मन ही साफ़ हो तो यात्रा तो शुभ होगी ही न।

पर हम मन को निर्मल करने पर ध्यान नहीं देते हम कभी ज्योतिष शास्त्र को पढ़ते हैं कभी पंडित से सलाह लेते हैं पर हम ये जान ही नहीं पाते की मन को ही हमने समझ लिया।

हमने ये जान लिया की मन किस चाहत के साथ और क्यों यात्रा करना चाहता है? और हमने ये भी पता कर लिया की यात्रा करके उसे वो चीज़ मिल सकती है या नहीं जो ये पाना चाहता है?

तो बताइए फिर यात्रा कितनी मजेदार हो जाएगी न। अक्सर हम लोग सोचते हैं कहीं घूमने से मन शांत हो जायेंगे, खुश हो जायेगा पर मेरे दोस्त अगर घूमने से ही ख़ुशी मिलती तो बताइए एयर होस्टेस तो कितने खुश होते।

ख़ुशी किसी स्थान पर नहीं है मन में है, तो यदि यात्रा करने से मन साफ होता है, मन दुनिया को नयी नजर से देखता है तो बिलकुल यात्रा कीजिये और कभी भी करिए।

पर अगर अय्यासी करने के लिए यात्रा करने जा रहे हैं तो जान लीजिये जब घर में अय्यासी से मन नहीं भरा तो कहीं जाकर भी नहीं भर पायेगा।

किस दिन किस दिशा में यात्रा करना चाहिए?

यात्रा की दिशा का चुनाव करने से ज्यादा जरूरी है मंजिल का चुनाव करना। क्योंकि मंजिल ठीक है तो फिर चाहे दिशा उत्तर हो या पूरब क्या फर्क पड़ता है। ठीक वैसे जैसे हम पहाड़ों पर चलते हैं तो रास्ते में कितने तरह के मोड़ आते हैं न तो गाडी की दिशा लगातार बदलती रहती है।

पर चूँकि हम जानते हैं की हमारी मंजिल सही है तो हम शांत रहकर सफर का आनन्द लेते हैं।

लेकिन सोचिये मंजिल ही गलत है, आप किसी ऐसी जगह पर जा रहे हैं जहाँ जाने से आपके अन्दर और ज्यादा लालच, डर आ जायेगा और आप पहले से ज्यादा अशांत हो जायेंगे तो भला वहां जाने का क्या फायदा।

उदाहरण के लिए आपको जॉब ऑफर आया है जिसमें आपकी सैलरी ज्यादा है पर काम वो ऐसा है जो करने लायक है, उसमें बोरियत है, और साथ ही उस काम में लोगों को ठगना भी पड़ता है। तो बताइए इस काम को करके आपके अन्दर पैसों का लालच तो होगा ही पकडे जाने का डर भी रहेगा।

तो कुल मिलाकर मन पहले से ज्यादा अशांत हो जायेगा।

तो कहने का अर्थ है मंजिल ही गलत है तो फिर दिशा चाहे कैसी भी हो क्या फर्क पड़ता है? अतः सही दिशा की नहीं सही मंजिल यानी सही रास्ते पर चलिए।

शुभ मुहूर्त में यात्रा करने के उपाय

अगर आपको लगता है हम आपको ये बताने वाले हैं की यात्रा पर निकलने से पहले दही खाकर जाएँ, बड़ों का आशीर्वाद प्राप्त करें इत्यादि तो ऐसा नही है।

हम आपसे एक ही बात कहेंगे की आपकी यात्रा शुभ होगी अगर आप सही रास्ते पर सही इरादे के साथ चल रहे हैं, उदाहरण के लिए आप देखना चाहते हैं की भारत में आज भी कितने गरीब और अशिक्षित लोग हैं।

ताकि आप अंततः इस बड़ी परेशानी के समाधान के लिए कुछ कर सके तो ऐसी स्तिथि में आपके पास गाडी हो या न हो आप कोई भी वाहन पकडिये और चल दीजिये और पता करिए लोगों के हालात कैसे हैं?

अब भले इस काम में आपको एक महिना लग जाए पर कोई बात नहीं आप देखिये समझें और फिर लोगों की स्तिथि को ठीक करने का उपाय करें।

देखिये इरादा नेक है तो आपकी यात्रा बुरी नहीं हो सकती। ये पूरी जिन्दगी ही एक यात्रा है और हमारा काम है सही रास्ते पर चलकर इस यात्रा को अंततः विराम देना।

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अंतिम शब्द

तो साथियों इस लेख को पढने के बाद आज यात्रा करने का शुभ मुहूर्त कौन सा है? आप भली भाँती जान गए होंगे, इस पोस्ट को पढने के बाद मन में कोई सवाल है तो बेझिझक हेल्पलाइन नम्बर whatsapp पर शेयर करें। साथ ही लेख उपयोगी साबित हुआ है तो इसे अधिक से अधिक शेयर भी कर दें।

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