घर में झींगुर का बोलना शुभ या अशुभ | जानें सीक्रेट!

कई लोगों को लगता है घर में झींगुर का दिखना सामान्य सी बात है पर बहुत से लोगों के लिए झींगुर जादुई कीड़े जैसा होता है आइये जानते हैं घर में झींगुर का बोलना शुभ या अशुभ होता है?

घर में झींगुर का बोलना

देखिये भारत मान्यताओं और परम्पराओं वाला देश रहा है, आज भी हमारे वहां हजारों वर्षों से चली आ रही मान्यताओं का यथावत पालन किया जा रहा है।

हालाँकि बहुत सी मान्यताओं के पीछे कोई ख़ास कारण होता है, लेकिन लोग उस कारण को जाने बिना ही उसे मानने लगते हैं। पर आज हम आपको न सिर्फ झींगुर के बोलने की मान्यता के पीछे की वजह बतायेंगे।

इसके साथ ही हम जानेंगे आखिर शास्त्रों में झींगुर को लेकर क्या बातें बोली गई हैं साथ ही साइंस झींगुर के कीड़े को लेकर क्या कहता है? सब बारीकी से समझेंगे बस आपसे निवेदन है लेख में अंत तक बने रहें।

मान्यताओं के अनुसार घर में झींगुर का बोलना शुभ या अशुभ 

पुरानी मान्यताओं के अनुसार घर में यदि झींगुर के पैर रगड़ने से झी, झी आवाज सुनाई दे तो जान लेना चाहिए की यह इन्सान की जिन्दगी में मौजूद परेशानियों के दूर होने का संकेत देता है, तो जब कभी आपके साथ ऐसा हो तो आपको इसे शुभ संकेत मानकर खुश होना चाहिए।

हालाँकि जब हम इस मान्यता के पीछे के कारण को खोजने गए तो इन्टरनेट पर हमें ऐसा कोई लेख नहीं मिला जिससे ये साबित हो सके की इस मान्यता के पीछे कोई गहरा रहस्य छिपा हुआ है।

अतः लोग इस मान्यता पर क्यों विश्वास करते हैं, और क्या सच में इससे शुभ दिन आते हैं या नहीं ये जानने के लिए आपको इस प्रश्न का जवाब जरुर जानना चाहिए।

शास्त्रों के अनुसार झींगुर का बोलना शुभ या अशुभ

देखिये अगर आप भी झींगुर के आवाज करने की इस मान्यता पर यकीन करते हैं और आपको लगता है ये बात धार्मिक है और धर्म भी हमें इन चीज़ों को मानने की सलाह देता है।

तो रुकिए। किसी बात को धार्मिक कहने से पूर्व हमें देखना होगा की वो बात धर्मग्रन्थों में लिखी है या नहीं। देखिये हिन्दू धर्म एक वैदिक धर्म है अर्थात इस धर्म के प्राचीनतम और आधारभूत ग्रन्थ हैं वेद

और वेदों का सार (समरी) है वेदांत। और उपनिषद और भगवदगीता वेदांत के ही प्रमुख ग्रन्थ हैं। इन ग्रन्थों को पढने से आपको धर्म क्या है? जीवन की सच्चाई क्या है? धर्म आपको क्या सीख देता है?

सब बातें पढने को मिल जाएँगी। और हैरान करने वाली बात ये होगी की जब आप प्रमुख उपनिषदों को अथवा गीता जी को पढेंगे तो आपको मालूम होगा तमाम तरह की बातें जैसे बिल्ली का रास्ता काटना।

फलाने दिन नाखून और बाल काटना न काटना, ये बातें जिन्हें समाज में लोग मानते आ रहे हैं उन बातों का धर्म से कोई लेना देना नहीं यहाँ तक की धर्मग्रन्थों को पढने पर आपको ये भी मालूम होगा की झींगुर का बोलना शुभ होता है या अशुभ इस तरह की कोई बात नहीं लिखी गई है।

तो वे लोग जो कहते हैं हम हिन्दू हैं इसलिए इन बेतुकी बातों को मानते हैं उन्हें कह दीजिये इन बातों का धर्म से कोई सम्बन्ध नहीं।

पर दुर्भाग्यवश एक व्यक्ति जो सिक्ख सम्प्रदाय का है और एक है जो क्रिश्चयन है उसे आप पूछो की आप ये धर्म के नाम पर ये काम क्यों कर रहे हो तो वो साफ़ साफ कह देगा की ये बात या परम्परा हमारे धर्मग्रन्थ में लिखी है इसलिए हम ये कर रहे हैं।

पर एक आम हिन्दू न तो भगवदगीता पढ़ता है और न ही उसे उपनिषदों से कुछ लेना देना है वो सौ तरह की फालतू की चीज़ों को तो मानने के लिए तैयार रहता है पर वास्तव में धर्मग्रन्थ में क्या लिखा है एक बार पढना भी नहीं चाहता।

इसलिए राह चलते उसे कोई कुछ भी धर्म के नाम पर बताता है वो उसे मान लेता है। एक बात याद रखिये धर्म आपको अन्धविश्वासी होने को नहीं बल्कि एक समझदार इन्सान बनने के लिए प्रेरित करता है।

पढ़ें: उपनिषद क्या है?

विज्ञान के अनुसार झींगुर का बोलना शुभ या अशुभ

बहुत से लोग हैं जो कहते हैं हम धर्म की बात नहीं सुनते हम तो विज्ञान (साइंस) में लिखी बातों को यकीन करते हैं। ऐसे लोगों को हम बता दें की विज्ञान की ऐसी कोई रिपोर्ट या रिसर्च सामने नहीं आई है जो ये बता सके की झींगुर का बोलना शुभ होता है अथवा अशुभ।

विज्ञान तो स्वयं अन्धविश्वास को मिटाता है, विज्ञान आपको ये बता सकता है झींगुर नामक यह कीट कब आवाज करता है, झींगुर का भोजन क्या है? झींगुर की उम्र कितनी होती है ये सब बातें विज्ञान बताने में सक्षम है।

लेकिन झींगुर का आपके घर आने से आपकी सोच पर या आपकी जिन्दगी पर क्या प्रभाव पड़ेगा ये बात विज्ञान आपको नहीं बता सकता।

पढ़ें: अन्धविश्वास क्या है? और क्यों पढ़े लिखे लोग भी अन्धविश्वासी होते हैं।

अंतिम बात

तो साथियों इस लेख को पढने के बाद अब हम आपसे अंत में यही कहेंगे की जिन्दगी में झींगुर का आना न तो शुभ है और न ही अशुभ। आप जैसा मानेंगे वैसा आपके साथ होगा।

अगर आप मानेंगे की झींगुर के आने से जीवन में बहार आ जाएगी तो जिन्दगी में कुछ भी अच्छा होगा तो आपके जीवन में यदि कुछ भी थोडा बहुत अच्छा होगा तो आपको लगेगा ये सब झींगुर की वजह से हुआ है।

दूसरी तरफ अगर आप मानेंगे की झींगुर का आना अशुभ होता है तो आप उसे घर में देखते ही पीटने लगेंगे और आपकी जिन्दगी में छोटी परेशानी आएगी भी तो आप उसका जिम्मेदार झींगुर को ठहरा देंगे।

एक समझदार इन्सान बनें, सच्चाई के रास्ते पर चलें यही सनातन धर्म सिखाता है। किसी तरह की मान्यताओं पर विश्वास करके झूठी बातों पर यकीन करने का नाम धर्म नहीं है।

तो साथियों इस लेख को यहाँ तक पढने के बाद घर में झींगुर का बोलना शुभ है या अशुभ आप भली भाँती जान गए होंगे। इसके बावजूद मन में किसी तरह का कोई सवाल बचा है तो बेझिझक आप इस हेल्पलाइन whatsapp नम्बर 8512820608 पर अपने सवालों को साँझा कर सकते हैं।

साथ ही लेख उपयोगी साबित हुआ है तो इसे अधिक से अधिक शेयर कर दें।

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