पढ़ाई शुरू करने का शुभ मुहूर्त| जानें पढ़ाई का शानदार समय

वे लोग जो अभी छात्र जीवन में है किसी सरकारी नौकरी, कॉलेज में एडमिशन पाने की तयारी कर रहे हैं, वे पढ़ाई में सफलता पाने हेतु अक्सर पढ़ाई शुरू करने का शुभ मुहूर्त जानने की कोशिश करते हैं।

पढ़ाई शुरू करने का शुभ मुहूर्त

अगर आप भी उन्हीं में से एक हैं जिनका धर्म, ज्योतिष में गहरा यकीन है जिन्हें लगता है की इन्सान की सफलता में उसकी कुंडली की दशा अहम भूमिका निभाती है। तो ये लेख आपके जीवन में बदलाव ला सकता है।

देखिये इस बात में कोई दो राय नहीं की सही समय पर, उचित माहौल में पढ़ाई करने से आप कम समय में बहुत सारी चीज़ों को याद कर पाते हैं अथवा समझ पाते हैं।

वहीँ बेमन अर्थात मजबूरी में की गई पढाई यदि हम लम्बे समय तक करें तब भी पढाई करने से ख़ास कोई फायदा मिलता नहीं। इसलिए इन्सान के लिए पढाई शुरू करने का उपयुक्त समय कौन सा है? आइये समझते हैं।

ज्योतिष के अनुसार पढ़ाई शुरू करने का शुभ मुहूर्त

ज्योतिषियों के अनुसार सप्ताह में किसी भी महत्वपूर्ण कोर्स/विषय की पढ़ाई करने का सबसे अच्छा दिन गुरुवार का होता है। अतः यदि आप किसी कॉम्पीटीशन की तैयारी कर रहे हैं या फिर किसी विषय में एक्सपर्ट होने के लिए उस विषय को गहराई से पढना चाहते हैं।

तो मान्यता के अनुसार गुरूवार का दिन अध्ययन करने के लिए सबसे अच्छा साबित होगा। बहुत सारे लोग जो ज्योतिष पर यकीन करते हैं वे इसी तरह विद्या आरम्भ करने के लिए सही समय का चुनाव करते हैं।

तो ये तो रही ज्योतिषियों की राय पढाई को लेकर, अब देखिये इससे पहले की आप इस बात को पूरी तरह स्वीकार करें और पढ़ाई करना शुरू करें हमें लगता है एक छात्र होने के नाते किसी भी भाषा, विषय की पढ़ाई के लिए आपके पास एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण होना चाहिए।

क्योंकी विज्ञान यूँ ही किसी बात को नहीं कहता, उसकी हर बात में एक फैक्ट और लॉजिक होता है। तो आप पढ़ाई करने को लेकर विज्ञान क्या कहता है?

इस बात को भी समझें तो आपके लिए पढ़ाई का सही समय क्या है? ये निर्धारित करने में कुछ मदद मिल सकती है?

नीचे हमने आपको बताया है की आखिर पढ़ाई कब और किस समय शुरू करनी चाहिए इस विषय को लेकर विज्ञान क्या कहता है?

विज्ञान के अनुसार पढाई शुरु करने का सही समय कौन सा है?

यूँ तो पढाई कब और किस समय करनी चाहिए ये आपका निजी फैसला है अतः विज्ञान आपको किसी तरह के नियम का पालन करने के लिए बाध्य नहीं करता।

लेकिन आज तक बहुत सारी रीसर्च हुई हैं जिनमें ये साबित हुआ है की कुछ ख़ास मौके पर पढाई करने से इन्सान को जल्दी सफलता मिलती है। नीचे हमने उस समय की चर्चा की है जो पढाई के लिए बेहतरीन माना जाता है।

#1. सुबह की शुरुवात में पढ़ाई होती है बेस्ट।

रात में ली गई नींद के बाद इन्सान सुबह सुबह तरोताजा फील करता है क्योंकि बॉडी से थकान गायब रहती है और ऐसे में न सिर्फ लोग बाकि विज्ञान भी कहता है की सुबह जल्दी उठने से आपको शारीरिक फायदे तो होते ही हैं।

बल्कि मानसिक तौर पर भी आपका माइंड शांत रहता है अतः इस समय पर की गई पढ़ाई से आप कम समय में दोगुना लाभ पा सकते हैं।

#2. रात के समय शुरू करें पढ़ाई।

बहुत से लोग जो सरकारी नौकरी या फिर किसी विख्यात कॉलेज में जाने की तयारी के लिए पढ़ाई करते हैं वे अक्सर पढाई के लिए रात का समय चुनते हैं?

जिसके पीछे कारण साफ है की रात के समय माहौल शांत रहता है अतः पढ़ाई में फोकस करने में, चीज़ों को याद करने में मदद मिलती है। अतः यदि दिन के समय आसपास शोर बहुत अधिक होता है तो ऐसी स्तिथि में पढाई के लिए आपके लिए रात का समय बेस्ट रहेगा।

#3. अपने मुताबिक़ पढ़ाई का सही समय निकालें।

देखिये विज्ञान के अनुसार हर इन्सान की चॉइस अलग अलग होती है, अतः कब किसे क्या करना चाहिए ये उसके अलावा उसे कोई नहीं बता सकता। इसलिए एक छात्र के लिए पढाई आरम्भ करने का सबसे अच्छा समय क्या है?

ये जानने के लिए साइंस पूछता है स्टूडेंट का दिमाग कब सबसे ज्यादा अलर्ट रहता है? कब उसकी बॉडी में सबसे ज्यादा एनर्जी रहती है? किस टाइम उसे जल्दी से चीज़ें समझ आ जाती है? कौन सा समय उसे पढाई करने के लिए बेहतर लगता है?

ये कुछ ऐसे प्रश्न हैं जिनका जवाब हर स्टूडेंट के लिए भिन्न भिन्न हो सकता है अतः किस स्टूडेंट को पढ़ाई कब करनी चाहिए? इस प्रश्न का जवाब भी अलग अलग होगा।

यही वजह है की वे लोग जो बड़ी बड़ी परीक्षाओं में टॉप करते हैं उनमें से यदि शीर्ष के छात्रों से आप पढाई की टाइमिंग पूछेंगे तो उनमें से कुछ होंगे जो कहेंगे मैं दिन के 4 घंटे पढता था तो कुछ ऐसे भी होंगे जो कहेंगे मैं दिन के 10 घंटे रोज पढाई को देता था।

तो इस तरह आपको पढ़ाई में कितना समय देना होगा आपके सिवा कोई नहीं बता सकता।

धर्म के अनुसार पढ़ाई शुरू करने के लिए शुभ मुहूर्त 

अब तक हमने जाना पढ़ाई आरम्भ करने को लेकर विज्ञान और ज्योतिष क्या कहता है, अब हम समझते हैं की इस मुद्दे पर धर्म की क्या राय है?

देखिये धर्म का मकसद है इन्सान को उसकी परेशानियों से मुक्ति देना। अतः किसी विषय/कोर्स की पढ़ाई करने से आपके जीवन में शांति, सच्चाई आती है अर्थात आपको तकलीफों से मुक्ति मिलती है तो धर्म कहता है उस पढ़ाई को जितनी जल्दी आप शुरू करें वही शुभ है।

उदाहरण के लिए दुनियादारी को समझने के लिए यदि आप समाजिक शास्त्र की पढाई करना चाहते हैं तो दिन रात, सुबह दोपहर जिस भी समय आप पढाई करें धर्म के अनुसार वह शुभ ही है।

धर्म आपको किसी तरह की बंदिश में नहीं डालता, धर्म आपको नहीं कहता की फलाने दिन पढो या मत पढो, इस तरफ जाओ या न न जाओ। धर्म एक ही सवाल करता है की कुछ भी करने के पीछे इरादा क्या है?

क्या जो कर रहे हो उसे करके तुम्हें आनंद, बोध, शांति, मुक्ति मिलेगी की नहीं?

अगर कुछ ऐसा कर रहे हो जिसे करके आप पहले से ज्यादा बेचैन, अशांत हो जाओ तो भला क्या फायदा ऐसी पढाई या काम का ।

तो जहाँ ज्योतिष शास्त्र, विज्ञान हमें सीधे तौर पर ये बताते हैं की कब हमें पढ़ाई करनी चाहिए और कब नहीं?

लेकिन यदि यही बात धर्म से पूछें तो वो हमसे एक ही बात पूछता है की क्या पढ़ाई करने से आपकी तकलीफ हल हो जाएगी? अगर हाँ तो बिल्कुल पढ़ाई अभी तत्काल कीजिये।

उदाहरण के लिए आपके घर में पैसों से जुडी समस्या अक्सर आती रहती है तो पढाई करके सम्भव है आपको नौकरी लगेगी और नौकरी से मिलने वाले पैसे से आपकी तकलीफ हल होगी।

लेकिन अगर पढाई करने से आपकी तकलीफ हल नहीं होती तो कोई जरूरत नहीं है पढाई की। अगर अज्ञानी रहकर, बिना पढ़े आपके जीवन में शांति आ रही है, कोई तकलीफ नहीं है आप एक ईमानदार जीवन जी रहे हैं तो बढ़िया है।

तो संक्षेप में कहें तो धर्म का सीधा सम्बन्ध इन्सान से होता है, वो ये नहीं कहता आपको कब क्या कैसे करना चाहिए क्योंकि ये चीज़ तो इन्सान अपनी बुद्धि से पता कर लेगा।

धर्म एक ही बात कहता है की जो कुछ कर रहे हो क्या उससे परेशानी हट जाएगी। अगर हाँ तो करो, नहीं तो मत करो।

अब देखिए मजेदार बात ये है की हम सबको लगता है पढ़ाई करने से, किसी कॉलेज में दाखिला लेने से जिन्दगी में मौज आ जाएगी पर आप उन लोगों से मिलिए जो आज बड़े कॉलेज में पढाई कर रहे हैं, पैसों वाली नौकरी कर रहे हैं?

आप उनसे पूछिए क्या आप मौज में हैं वो कहेंगे नहीं। तो धर्म इसलिए हमको चेतावनी देता है एक अलार्म की तरह जगाता है की क्या जो तुम दुनिया से उम्मीद लगाए बैठे हो? क्या वो पूरी हो पायेगी।

क्या वो शांति, वो सुकून और आनन्द मिल जायेगा जो आप पढ़ाई करके हासिल करना चाहते हैं, धर्म कहता है जांच पड़ताल करो ताकि अंत में तुम्हें धोखा न मिल सके।

यही वजह है की भारत में ज्योतिष शास्त्र, वास्तु शास्त्र यहाँ तक की विज्ञान से भी अधिक महत्वपूर्ण माना गया धर्म को, जहाँ धर्म नहीं है वहां कुछ नहीं है।

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अंतिम शब्द

तो अंत हम आपसे यही कहना चाहेंगे की इस लेख को पढने के बाद पढ़ाई शुरू करने का शुभ मुहूर्त कौन सा है? कब, क्यों और किस समय आपको पढ़ाई करनी चाहिए? इस बात की जानकारी आपको मिल गई होगी।

इसके बावजूद मन में कोई सवाल बाकी है तो आप इस हेल्पलाइन नम्बर 8512820608 पर साँझा करें, साथ ही लेख को अधिक से अधिक शेयर भी कर दें।

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