16 सोमवार व्रत के फायदे | मिलेंगे असरदार लाभ!

हिन्दू धर्म में व्रत रखना एक बेहद शुभ और पवित्र बात मानी जाती है, पर वास्तव में 16 सोमवार व्रत के फायदे? कौन से हैं? और वो लाभ किस भक्त को मिलते हैं? ये बात सभी को जरुर जाननी चाहिए।

16 सोमवार के फायदे

विज्ञान की दृष्टि में शरीर और दिल से जुडी कई तरह की बीमारियों में राहत पाने में व्रत की विधि हमेशा से ही लाभदाई रही है। इसी के साथ मानसिक रूप से भी दिमाग को शांत रखने में सोमवार का व्रत लाभदाई माना जाता है।

हालाँकि धार्मिकता के लिहाज से देखा जाये तो कुछ व्रत बेहद महत्वपूर्ण होते हैं और उन व्रतों का पालन विधि विधान से किया जाए तो भक्तों को मनवांछित फल मिलते हैं। और 16 सोमवार का व्रत भी उन्हीं में से एक है।

तो आइये जानते हैं 16 सोमवार के व्रत से जुडी पौराणिक कहानी और उसके बाद हम इस व्रत से होने वाले लाभों की चर्चा करेंगे।

जानिए 16 सोमवार का व्रत क्यों है खास ?

पौराणिक कथा के अनुसार एक दिन भगवान शिव और पार्वती मृत्यु लोक पर भ्रमण कर रहे थे, तभी अचानक दोनों में से एक को चौसर खेलने का उपाय सूझा। पर जैसे ही खेल शुरू होता एक पंडित जी दैनिक पूजा के लिए वहां से गुजर रहे थे।

उन्हें देखते हुए माँ पार्वती ने कहा सुनो पंडित जी इस चौसर के खेल में कौन जीतेगा। चूँकि पंडित जी भोलेनाथ जी के भक्त थे तो वो तुरंत कह देते हैं भोलेबाबा जीतेंगे। अब खेल शुरू होता है और अंत में परिणाम मालूम हुआ है की ये खेल तो माँ पार्वती जीत गयी।

पर चूँकि माँ पार्वती को पंडित जी की बात याद आई और उनके गलत अनुमान की वजह से उन्हें कोडी होने का श्राप दे दिया हालाँकि भोलेनाथ जी ने उन्हें ऐसा करने को मना किया पर उन्होंने उनकी एक नहीं मानी और उसे श्राप दे दिया।

कहानी के अनुसार कुछ समय बाद अप्सरा ने उस पंडित को देख लिया और पूछा तुम्हारी ये हालत किसने की, पूरी घटना सुनाते हुए अप्सरा ने कहा की तुम इस समस्या से मुक्त हो सकते हो।

यदि तुम 16 सोमवार शिव जी के ध्यान में व्रत रखो और विधि विधान से व्रत को सम्पन्न करो आपका कोड अवश्य दूर होगा। अप्सरा द्वारा बताई गई विधि का पालन करके पंडित अपनी समस्या से छुटकारा पाता है।

यही कारण है हजारों वर्षों से अपनी परेशानियों के समाधान हेतु हिन्दू धर्म में लोग 16 सोमवार का व्रत रखते आ रहे हैं।

 16 सोमवार का व्रत लेने के ख़ास फायदे!

इन्टरनेट पर जायेंगे तो आपके मन को तसल्ली देने के लिए कई सारे तथाकथित ज्ञानी आपको बतायेंगे की इस दिन व्रत रखने से वर प्राप्ति होती है, कुछ हैं जो आपको कहेंगे की घर में आर्थिक तंगी दूर होती है यही नहीं समाज में पैसा, इज्जत में बढ़ोतरी होती है।

कुछ इस तरह की बातें आपको इन्टरनेट पर खूब देखने को मिलेंगी। अब यदि आपको लगता है हम भी आपको कुछ इसी तरह के लाभ बताने जा रहे हैं तो ठहरिये।

हम आपको किसी तरह का विश्वास करने के लिए नहीं कहेंगे क्योंकि शिव जी का भक्त मानता नहीं बल्कि सच्चाई को जानता है।

तो आइये जानते हैं अगर आपको शिव जी का आशीर्वाद लेकर 16 सोमवार के व्रत को सफल बनाना है तो आपको इस बार व्रत के दिनों में कौन सी चीज़ें करनी चाहिए।

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 #1. शिव जी को मानें नहीं बल्कि जानें।

आज हर कोई धर्म का ज्ञाता है किसी से पूछो तू शिव की भक्ति करता है तो शिव कौन हैं? शिव और शक्ति का क्या सम्बन्ध है? शिवलिंग की पूजा ठीक है पर शिवलिंग किस चीज़ का प्रतीक है? ये बातें पूछने लगो तो वो हैरान हो जाता है।

मतलब, एक आम इन्सान के लिए भक्ति का मतलब होता है जो देखा है जो सुना है बस चुपचाप वो कर लो। वो इतनी भी परेशानी नहीं उठाता की लोग जो मुझे इतनी बातें शिव जी के नाम पर बता रहे हैं और जो मान्यताओं का पालन करने के लिए कह रहे हैं।

जरा देखूं तो सही वो बातें कहाँ पर लिखी हैं, एक व्यक्ति हो सकता है बहुत पढ़ा लिखा हो पर उसे धर्मग्रन्थों का ज्ञान नहीं होता। पर सवाल आता है जिस भगवान से हम इतनी उम्मीदें रखते हैं उनके बारे में जानना जरूरी नहीं है?

देखिये जब आप शिव जी को जानेंगे तो आपको समझ में आएगा बहुत सी बातें, जो समाज ने परिवार ने हमें बता दी हैं उनका शिव से कोई सम्बन्ध नहीं है। एक शिव भक्त होने के नाते आपसे निवेदन है उन्हें जानें।

#2. शिव गीता पढ़ें।

आप एक क्रिश्चयन से धर्म से जुडी कोई बात मानने को कहें तो वो सीधे आपको जवाब देगा की बताओ बाइबिल में ऐसा कहाँ लिखा है? सिक्ख से यही बात पूछें तो वो कहेगा गुरुग्रंथ साहिब में कहाँ लिखा है?

ठीक इसी तरह एक मुस्लिम को आप धर्म के समबन्ध में कोई बात कहिये वो सीधा बोलेगा की बताओ कुरान में ऐसा कहाँ लिखा हैं?

पर हिन्दू धर्म के साथ ये बड़े से बड़ा मजाक किया गया है की यहाँ कोई भी पाँचवी फेल इन्सान पान चबाते हुए शिव जी के नाम की कोई भी मनगढंत कहानी उठा लाता है।

और दुर्भाग्य से हम उसे मान भी लेते हैं। बताओ ये हमने शिव के साथ इंसाफ किया है या उन्हीं के नाम का ढोंग किया?

होना तो ये चाहिए था की कोई भी इन्सान हमें कुछ बता रहा था धर्म के नाम पर तो हम उससे पूछते बता ऐसा वेदों में कहाँ लिखा है, भगवद्गीता में ये बात कहाँ पर लिखी है? बताओ तभी हम ये बात मानेंगे।

हैं न क्योंकि देखिये सनातन धर्म के प्राचीनतम ग्रन्थ वेद हैं, और वेदों का सार वेदांत दर्शन में है तो अगर कोई बात वेदांत में नहीं है तो हमें उसे नहीं मानना चाहिए।

जिस तरह भगवान कृष्ण को समझने के लिए भगवदगीता है, इसी तरह अगर आपको वाकई शिव जो समझना है तो शिव गीता पढ़ें।

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video: शिवमय होना

#3. सत्य ही शिव है।

शिव निराकार हैं, शिव वो हैं जिनका रंग, रूप, नाम कुछ भी नहीं शिव को इसलिए मौन कहा गया है। अतः जब आप शिव और भोले बाबा के बीच अंतर को जानेंगे तो पायेंगे जिन शिव जी की हम सभी उपासना करते हैं वो तो शिव जी का सगुण रूप है।

शिव को अनादी अनंत इसलिए कहा जाता है क्योंकि जिसकी उत्पत्ति हुई है वो एक दिन मिटेगा भी, लेकिन शिव ही सत्य है इसलिए शिव की न कोई सीमा है और न ही कोई अंत है।

इस बात को जो शिव भक्त जान लेता है वो शिव का दास बन जाता है, माने वो अब सच्चाई की राह पर चलने लगता है उसके लिए दुनिया में सच्चाई से बड़ा कुछ नहीं होता। उसका एक एक कर्म एक एक विचार सच्चाई की राह में आगे बढ़ता है।

वास्तव में दुनिया में जितने भी महान काम हुए हैं फिर चाहे वो आजादी की लड़ाई में किया गया बलिदान हो या दुनिया में विज्ञान के द्वारा किया गया कोई विशेष आविष्कार वो सच्चाई की बदौलत ही सम्भव हो पाया है।

इसी बात से आप समझ सकते हैं की दुनिया में सच्चाई के रास्ते पर बहुत कम लोग चलते हैं क्योंकि शिव जी का भक्त होना कोई आम बात नहीं होती।

#4. शिव जी देंगे सभी समस्याओं का समाधान।

अधिकांश लोगों को लगता है शिव की पूजा करने से उन्हें फलानी चीजों को चढाने से हमारे इच्छाएं पूरी होंगी। पर हकीकत ये है की शिव ने पहले से ही आपको अपनी हर परेशानी का समाधान करने की शक्ति दी है।

बताइए क्या चीज़ है दुनिया में इन्सान नहीं कर सकता, पैसा कमाना हो, दुनिया में मान सम्मान पाना हो, संतान का सुख पाना हो, ऐशो आराम हो। सब कुछ दुनिया में पाया जा सकता है।

अतः वे लोग जो शिव जी को सिर्फ इसलिए पूजते हैं ताकि उनकी इच्छाएँ पूर्ण हो उन्हें तो समझ जाना चाहिए की शिव जी ने तो तुम्हें पहले से ही सब सुखों को पाने की शक्ति दी है, बस आपको मेहनत और प्रयास करने की जरूरत है।

शिव के पास तो आपको इस भाव से जाना चाहिए की हे शिव। मेरे भीतर जो लालच है, क्रोध है, मोह है उसे हटाकर मुझे हमेशा सच्चाई के रास्ते पर चलने की शक्ति देना क्योंकि सच्चाई में ही ताकत है और सत्य ही शिव है।

#5. सच्चे कर्म को करके मिलेगी शिव जी से शक्ति।

शिव कौन हैं? उनकी भक्ति कैसे करें? ये जानने के बाद अब बारी आती है शिव जी के बताये रास्ते पर चलने की, वे लोग जो जान लेते हैं की शिव कौन हैं?

फिर शिव की बताई राह में वो आगे बढते हैं, वो कहते हैं की मुझे एक ही जिन्दगी मिली है और मैं इसे व्यर्थ नहीं गवाऊंगा। मैं इस जिन्दगी को सिर्फ खाने पीने, मौज मस्ती मारने में नहीं बिताऊंगा।

मैं आज के समय में वो काम करूँगा जो कठिन जरुर है पर जिसे करना ही मेरा धर्म है। वो कहता है सत्य की राह चलना मेरा धर्म है तो मैं वो काम करूंगा जिसे करना ही जन्म की सार्थकता हूँ।

वो कहता है इस पाप से भरी दुनिया में मैं पाप का भागीदार नहीं बनूँगा मैं तो भोले का भक्त हूँ मैं वो काम करूँगा जिसे करने से दुनिया में पाप कम होता हो और लोगो का और इस प्रकृति का कल्याण होता है।

उदाहरण के लिए आज के समय में पशुपतिनाथ के सामने लाखों करोड़ों बेजुबान जानवरों को काटा जा रहा है, मैं उन निर्दोष प्राणियों की हत्या होते नहीं देख सकता।

मैं अभी से ही उनके लिए कुछ ऐसे करूँगा जिससे की उनकी रक्षा हो सके। तो इस लक्ष्य के साथ भोलेनाथ का भक्त दुनिया में कोई सच्चा काम करने निकल पड़ता है।

वो भले ही दिखने में आम लोगों जैसा हो लेकिन उसके विचार, उसके कर्म, उसकी नियत लोगों से हटकर रहेगी और सही मायनों में शिव जी को भी ऐसे ही भक्त की तलाश है जो सिर्फ शिव का नाम न जपे बल्कि शिव की राह में चले।

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अंतिम शब्द

तो साथियों इस लेख को पढने के बाद 16 सोमवार व्रत के फायदे? अब आप भली भाँती जान गए होंगे। हमें आशा है इस तरह का लेख आपको इन्टरनेट पर शायद कहीं न पढने को मिले।

हमारे पास ये भी विकल्प था की हम आपको कहें की 16 सोमवार का व्रत रखने से आपकी सारी मुसीबत दूर हो जाएगी। भोलेनाथ की कृपा से आपको सन्तान का सुख मिल जायेगा या फिर आपको पैसा और सम्मान मिलेगा।

पर चूँकि सच्चाई ये नहीं है, अतः हमने वो असली बात आपके सामने रखी। अन्यथा और लोगों की तरह हमें भी कोई समस्या नहीं थी आपको वही पाठ पढ़ाने की जो और लोग वर्षों से पढ़ाते आ रहे हैं।

बहरहाल इस लेख में हमें दीजिये इजाजत, हमें आशा है आज का यह लेख आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगा और आप इसे अधिक से अधिक शेयर करेंगे।

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