वे लोग जो शिवभक्त हैं और अक्सर सोमवार के दिन अथवा विशेष मौकों पर शिव मन्दिर जाते रहते हैं ऐसे लोगों को गहरी नींद के दौरान सपने में काला शिवलिंग दिखाई देने का क्या अर्थ होता है?
क्या ये घटना सामान्य है या फिर इस घटना के माध्यम से भगवान शिव, भक्तों को संदेश देना चाहते हैं? आखिर स्वप्न में काले शिवलिंग को देखने के पीछे का सच क्या है?
कहते हैं सपने इन्सान की हकीकत को बयाँ करते हैं, अतः सपनों में छिपे सीक्रेट का पता लगाने के लिए स्वप्न शास्त्र की रचना की गई। जिसमें हमें नींद में दिखाई देने वाली प्रत्येक वस्तु या विषय का अर्थ बतलाया गया है।
हालाँकि बहुत से लोग इन बातों को अर्थहीन बतलाते हैं तो वहीँ कुछ ऐसे भी हैं जो इन बातों का समर्थन करते हैं।
ऐसे में हम बारीकी से इस विषय पर विश्लेष्ण करेंगे और फैक्ट और सबूत के साथ आपके समक्ष कुछ बातें रखेंगे ताकि इस तरह का सपना आने पर आप एक सही फैसला ले सकें।
काला शिवलिंग दिखाई देने का क्या अर्थ होता है?
चूँकि हर इन्सान की परिस्तिथियाँ भिन्न भिन्न होती हैं, अतः स्वप्न शास्त्र के अनुसार इन्सान की उम्र, काम और जीवनशैली के आधार पर शिवलिंग का सपने में दिखाई देने के अर्थ अलग अलग होते हैं।
किसी व्यापारी को काला शिवलिंग दिखाई देने का अर्थ अलग होता है दूसरी तरफ एक कुंवारी कन्या अथवा बेरोजगार व्यक्ति के लिए इसी सपने के अर्थ अलग होते हैं तो आइये जानते हैं भिन्न भिन्न लोगों को सपने में दिखाई देने वाला काला शिवलिंग क्या संकेत देता है।
#1. बेरोजगार व्यक्ति को स्वप्न में काला शिवलिंग दिखना जिन्दगी में चमत्कार होने जैसा है क्योंकि ये घटना दर्शाती है की जल्द ही उसे कोई अच्छी नौकरी मिलने वाली है।
#2. यदि अविवाहित लड़की के सपने में काला शिवलिंग दिखाई देता है तो ये माना जाता है की भगवान शिव की कृपा से उसे किसी अच्छे वर की प्राप्ति होगी।
#3. इसी प्रकार अगर किसी रुग्ण/बीमार व्यक्ति को गहरी नींद में काले शिवलिंग के दर्शन होते हैं तो मान्यताओं के अनुसार ऐसा होने पर जल्द ही उसकी जिन्दगी में मौजूद तकलीफें दूर होने वाली हैं।
#4. वह व्यक्ति जिसका अपना व्यापार है, अगर उसके धंधे में मंदी हो रही है और इस दौरान उसे नींद में काले शिवलिंग के दर्शन प्राप्त हों तो माना जाता है धंधे में आ रही रुकावट दूर होती है।
#5. इसके अलावा वास्तु शास्त्र ये भी कहता है जिस घर में धन की कमी हो रही है, उस घर में काले शिवलिंग का दिखाई देना अपार धन सम्पत्ति हासिल करने का सूचक होता है।
तो ये तो रही मान्यताएं जिनपर बहुत से सारे पढ़े लिखे लोग भी यकीन करते हैं, पर अब हम जरा समझेंगे की इन मान्यताओं में आखिर कितना दम है?
क्योंकी किसी चीज़ पर लोग या समाज विश्वास करता है इसका ये अर्थ नहीं हो जाता वो बात सत्य है, उदाहरण के लिए कोई कहता हो की भूत प्रेत होते हैं तो इसका यह अर्थ तो नहीं की भूत प्रेत वाकई होते हैं।
ये तो मानने की बात है न, जो इन्सान जैसा होता है वो उन्हीं बातों पर यकीन कर लेता है। एक शराबी के लिए जिन्दगी में सुख पाने के लिए शराब ही सबसे बड़ी चीज़ होती है तो वो शराब को सबसे बड़ी चीज़ मानेगा।
इसलिए जरा हम लोग क्या मानते हैं इस बात की परवाह करने की बजाय ये जानने की कोशिश करते हैं आखिर इस बात पर सच्चाई कितनी है।
धर्म के अनुसार सपने में काला शिवलिंग दिखाई देने का मतलब
बहुत से लोग इन सपनों में इसलिए यकीन करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है धर्म ही तो हमें इन बातों पर भरोसा करना सिखाता है।
देखिये धर्म क्या कहता है? ये जानने के लिए हमें धर्मग्रन्थ पढने पढेंगे। अब यूँ तो हिन्दू धर्म प्राचीनतम धर्म रहा है, हजारों वर्षों के इसके इतिहास में कई सारे ग्रन्थ, कई सारी धार्मिक पुस्तकें लिखी गई।
अतः कोई बात धार्मिक है या नहीं ये जानने के लिए हमें देखना होगा की वो बात हमारी मुख्य पुस्तक में लिखी है या नहीं। जी हाँ जिस तरह हर धर्म की एक केन्द्रीय पुस्तक होती है उदाहरण के लिए सिक्खों की केन्द्रीय पुस्तक है गुरुवाणी।
और इसाई की केन्द्रीय पुस्तक का नाम है बाईबल। ठीक इसी तरह हिन्दू धर्म की केद्रीय पुस्तक है उपनिषद।
और किसी भी प्रमुख उपनिषद को आप पढेंगे तो आप नहीं देखेंगे वहां पर काले शिवलिंग को सपने में देखने का कोई अर्थ बताया है, तो चूँकि वहां इस तरह के सपनों का कोई जिक्र नहीं है।
अतः हम कह सकते हैं की ये बात धार्मिक नहीं है। यहीं नहीं उपनिषदों का सार कही जाने वाली श्रीमदभगवदगीता को भी आप पढेंगे तो आप पाएंगे गीता जी के सपूर्ण अध्याय के 700 श्लोकों में कहीं भी इस बात का उल्लेख नहीं किया है।
जो ये दर्शाता है की ये बात धार्मिक तो बिलकुल नहीं है, ये महज एक मान्यता है जिसे लोग मानते आए हैं, इसके पीछे का कोई भी ठोस कारण उपलब्ध नहीं है।
अतः वे लोग जो धर्म के नाम पर इस तरह की बातों पर यकीन करते हैं उन्हें हम हाथ जोड़कर निवेदन करते हैं किसी भी बात को धार्मिक कहने से पूर्व देख तो लीजिये उसका वास्तव में धर्मग्रंथो से है की नहीं।
या मुंह उठाकर कोई भी किसी भी बात को धार्मिक कह देगा। इससे धर्म की हानि होने के सिवा कुछ नहीं हो सकता।
दुर्भाग्य से आज लोगों ने धर्म के नाम पर अनेक ऐसे अंधविश्वासों को मानना शुरु कर दिया है जिसका परिणाम ये हुआ है की जो थोडा पढ़ लिख लेते हैं वो धर्म से दूर भागते नजर आते हैं।
विज्ञान के अनुसार सपने में काला शिवलिंग दिखाई देने का अर्थ
ऊपर हमने जाना की शिवलिंग वाकई धर्म का प्रतीक है लेकिन सपने में शिवलिंग के दिखाई देने से जिन्दगी में चमत्कार होने की बात धर्म स्वीकार नहीं करता।
अब सवाल आता है की क्या विज्ञान इन बातों पर यकीन करता है? क्या विज्ञान किसी तरह का दावा करता है जिससे ये पुष्टि हो जाए की वाकई नींद में काले रंग के शिवलिंग को देखने से इन्सान की जिन्दगी बेहतर होती है?
तो देखिये सच्चाई ये है की आज तक ऐसी कोई रिसर्च नहीं की गई है और न ही ऐसी कोई रिपोर्ट सामने आई है जो इस बात को सच साबित कर सके।
तो संक्षेप में कहें तो विज्ञान इस बात को नहीं मानता। हालांकि ये जानते हुए भी बहुत से लोग इस बेतुकी बात पर यकीन करते हैं।
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अंतिम शब्द
तो साथियों अब आप जान गए होंगे की सपने में काला शिवलिंग देखना क्या दर्शाता है? और आपको इन बातों पर यकीन करना चाहिए? या नहीं यदि आप हमसे इस बारे में हमारी राय पूछें।
तो हम आपको यही कहेंगे की किसी बात की सच्चाई जाने बिना उस बात को मानने से आप गहरी परेशानी में पड़ सकते हैं। सोचिये उस इन्सान की हालत क्या होगी जो मेहनत किये बिना ही ये सोचने लगे की मेरे पास बहुत सारा पैसा आ जायगा।
बुरी होगी न। इसी तरह ये सोचना की सपने में भगवान के दिखने से मेरी जिन्दगी में बहार आ जाएगी ये बात कितनी बेतुकी है न। निश्चित रूप से आपकी जिन्दगी अच्छी हो सकती है यदि आप स्वयं अपनी लाइफ को बेहतर करने का प्रयास करें।
ऐसे नहीं की आप सपनों के भरोसे बैठे रहें। और याद रखें किसी ऐसी बात को जिसमें कोई दम नहीं है अगर उसे समाज में 100 लोग मानते हैं तो इसका यह अर्थ नहीं की वो पूरी तरह सच्ची होगी।
सच्चाई तो तभी आप जान जायेंगे जब आप किसी बात को मानने की बजाय उसका सच जानने की कोशिश करेंगे। समझदार बनें, सच्चाई जानें और सच्चाई में जीना शुरू करें यही हमारा धर्म भी सिखाता है।