चंद्र दोष क्या होता है? लक्षण, नुकसान और समाधान

ज्योतिष शास्त्र में कई तरह के दोषों का वर्णन किया गया है, जैसे मांगलिक दोष, काल सर्प दोष इत्यादि जिनके बारे में हम अक्सर चर्चा करते रहते हैं, इस ब्लॉग में हम जानेंगे आखिर चंद्र दोष क्या होता है? और कब लगता है?

चंद्र दोष क्या होता है

ज्योतिषियों के अनुसार इन्सान की कुंडली में मौजूद ग्रहों की दशा किसी इन्सान के जीवन को प्रभावित करती है, अगर कुंडली में मंगल, चन्द्र, शनि इत्यादि सभी ग्रहों की स्तिथि ठीक रहती है तो इन्सान धन धान्य से भरपूर रहता है और जीवन में सभी तरह के सुख पाता है।

लेकिन अगर ग्रह की स्तिथि बिगड़ी हुई है तो इससे उत्पन्न दोष के कारण इन्सान को अनेक तरह के दुःख झेलने पड़ते हैं, अगर आपकी जन्म कुंडली में चन्द्र दोष दिखाई दे रहा है और इस कारण आपको जीवन में अनेक तरह की तकलीफें नजर आ रही हैं।

तो ये लेख आपके लिए वरदान साबित हो सकता है। इस लेख को 2 श्रेणियों में बांटा है, पहली श्रेणी में हम बात करेंगे चन्द्र दोष को लेकर समाज और ज्योतिषियों की राय क्या कहती है।

जबकि दूसरी श्रेणी में हम आपको चन्द्र दोष से जुडी अनूठी और सच्ची बात बतायेंगे जिससे आपको अपनी समस्या का पूर्ण समाधान मिल जायेगा। अतः निवेदन है इस लेख को अंत तक जरुर पढ़ें।

चंद्र दोष क्या होता है? कैसे लगता है? 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इन्सान की जन्म कुंडली में चन्द्रमा यानि चन्द्र ग्रह की स्तिथि ठीक न होने के फलस्वरूप चन्द्र दोष उत्पन्न होता है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चन्द्रमा नामक ग्रह मन की दशा के लिए उत्तरदाई रहता है, यानि अगर चन्द्र ग्रह की स्तिथि ठीक है तो मन खुश होने के साथ ही सुविचारों से भरा रहता है।

वहीं अगर राहू केतु की तरह ही कुंडली में चन्द्रमा सही स्थान पर नहीं होता तो फिर मनुष्य को चन्द्र दोष के कारण कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

कई बार समस्याएं इतनी भयावह हो जाती है की कितना कुछ करने के बाद भी ठीक नहीं होती।

ऐसे में लोग पंडित या ज्योतिष की मदद लेकर अपनी कुंडली में चन्द्र दोष को ठीक करने के लिए विभिन्न तरह की विधियाँ आजमाते हैं?

चन्द्र दोष के लक्षण 

किसी इन्सान की कुंडली में चन्द्र दोष के नकारात्मक प्रभावों को देखकर उस इन्सान की कुंडली में उत्पन्न इस दोष को मिटाया जा सकता है, ज्योतिशियों के अनुसार चन्द्र दोष होने पर इन्सान के जीवन में यह कुछ सामान्य लक्षण दिखाई देते हैं।

#1. मन बुझा बुझा सा रहता है, मन में अनेक तरह के कुविचार आने के कारण इन्सान तनावग्रस्त जीवन बिताने पर मजबूर हो जाता है।

#2. मानसिक ही नहीं अपितु शारीरिक रूप से इन्सान के शरीर में अनेक तरह की बीमारियाँ जन्म लेने लगती हैं।

#3. घर में अशांति और क्लेश के कारण इन्सान के परिवार के साथ सम्बन्ध खराब होने लगते हैं साथ ही इस बात का असर बाहरी रिश्तों पर भी पड़ता है।

#4. मानसिक तनाव के कारण इन्सान अपने व्यापार या नौकरी में अच्छे से काम नहीं कर पाता जिसके कारण धन सम्बन्धी अन्य समस्याएं भी इन्सान के जीवन में आने लगती हैं।

#5. शरीर में दुर्बलता आ जाती है ठीक से भोजन करने का मन नहीं करता।

#6. चन्द्र दोष के भयावह लक्षणों में से एक ये भी है की कई बार घर में माता पिता को भी अकस्मात किसी बीमारी से जूझना पड़ता है।

तो साथियों यह कुछ प्रमुख लक्षण हैं जिनके आधार पर इन्सान के जीवन में चन्द्र दोष का आगमन हुआ है या नहीं यह पता किया जा सकता है।

चन्द्र दोष दूर करने के उपाय 

अब हम चन्द्र दोष को काटने या इस दोष से उत्पन्न लक्षणों को मिटाने के वो उपाय आपके साथ साँझा कर रहे हैं जो प्रायः पंडित, ज्योतिषियों द्वारा अपनाएँ जाते हैं। पेश हैं चन्द्र दोष को मिटाने की प्रचलित विधियाँ

#1. कुंडली से चन्द्र दोष को गायब करने की सबसे प्रचलित विधियों में से एक है शिव जी की पूजा करना। जी हाँ, चूँकि शिव जी की जटाओं में चन्द्रमा विराजता है तो मान्यता है की वे लोग जो सच्चे दिल से भोलेनाथ को पूजते हैं उनकी कुंडली से चन्द्र दोष का प्रभाव कम होने लगता है।

#2. मान्यता है सोमवार के दिन शिवलिंग पर जल चढाने अथवा रुद्राक्ष की माला से ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्रमसे नमः का जाप करके भी चन्द्र दोष को मिटाया जा सकता है।

#3. चन्द्र दोष को मिटाने के लिए मोती की माला लाभदाई मानी गई है, माना जाता है मोती की माला धारण करने से इन्सान के जीवन में धन वैभव की प्राप्ति होती है।

#4. इसके साथ साथ सोमवार के दिन गरीबों को सफेद चीजों का दान करने जैसे चावल, सफ़ेद वस्त्र, चीनी इत्यादि से भी इन्सान को चन्द्र दोष के दुष्प्रभावों से मुक्ति मिलती है।

तो साथियों यह कुछ प्रमुख उपाय कुंडली दोष को मिटाने के लिए इन्सान द्वारा अपनाए जाते हैं, हालाँकि चन्द्र दोष से मुक्ति पाने की जो विधि हम आपको लेख के दूसरे भाग में बताने वाले हैं इससे आपकी पूरी सोच बदल सकती है।

चन्द्र दोष से मुक्ति पाने का सच जानकर चौंक जायेंगे

आपको जानकर आश्चर्य होगा पर ये सच है की चन्द्र दोष, शनि दोष, मांगलिक दोष इत्यादि सभी तरह के दोष इन्सान को डराकर उसे वश में करने के एक माध्यम हैं।

किसी इन्सान को काबू में करना है तो या तो उसको लालच दे दो या फिर उसको डरा दो। इसलिए ज्योतिष की विधियाँ बताने वाले तथाकथित बाबा या गुरु लोगों को डराने का काम करते हैं।

पर, हम लगातार इस ब्लॉग में आपको धर्म के नाम पर चल रही तमाम तरह की कुप्रथाओं और परम्पराओं को लेकर जागरूक करते हैं ताकि आप जिन्दगी में कोई गलत फैसला लेने से खुद को बचा सको।

और आज हमने ऊपर चन्द्र दोष को लेकर अब तक जो चर्चा की है, जिसमें हमने चन्द्र दोष क्या है से लेकर उसके उपाय को लेकर जितनी भी बातें कहीं, वे सब ज्योतिषियों द्वारा इन्सान को डराने की एक विधि हैं।

ज्योतिष और पंडित चाहते हैं की हम उनके पास अपनी तकलीफ लेकर आयें, उनसे राय लें, और वो फिर पैसे कमायें और वे हमें भ्रमित रख सके ताकि उनकी कमाई हो सके।

आपको जानकर दुःख होगा की इन बातों में कोई सच्चाई नहीं है। सच्चाई तो ये है की इन्सान के जीवन में तकलीफें आती हैं और उस समस्या का समाधान भी इन्सान के पास होता है।

अगर इन्सान के शरीर से जुडी कोई समस्या है तो उसका इलाज डॉक्टर के पास होता है।

दूसरी तरफ अगर इन्सान मानसिक कष्ट से जूझ रहा है तो इसका समाधान ये है की वो अपने दिल की बात ईमानदारी से अपने परिवार या किसी खास व्यक्ति के साथ शेयर करे ताकि उसकी समस्या का कोई उपाय हो सके।

लेकिन ऐसा करने की बजाय अपनी समस्या का कारण अपनी किस्मत को या अपने ग्रहों पर डाल देना तो समझदारी की बात नहीं है न।

पर हम लोग ऐसा ही करते हैं, जैसे ही हमारे जीवन में कोई मुसीबत आती है हमें मालूम नहीं होता की ऐसी स्तिथि में हम क्या करें तो हम जल्दी से अपनी कुंडली का पता करने के लिए पंडित के पास चले जाते हैं।

अरे भाई जब सुख में थे तो तब तो आपने कुंडली नहीं चेक करवाई अब अगर कोई पीड़ा हो रही है तो उसका सही समाधान करना चाहिए या फिर कुंडली पर भरोसा करना चाहिए?

अगर घर में किसी की तबियत खराब हो गई है तो शिव जी को दूध चढाने से वो समस्या ठीक होगी या उस इन्सान का सही तरह से इलाज करवाकर वो समस्या दूर होगी।

दुर्भाग्य से हमने यही तमाम तरह की बेवकूफियों को ही आज धर्म का नाम दे दिया है। ये बातें अगर आपको लगता है की धार्मिक हैं, कुंडली और ये सभी तरह के दोष धर्म शास्त्रों में लिखे गए हैं।

तो मित्र आपको बता दें हिन्दू धर्म के केन्द्रीय ग्रन्थ हैं वेद, और वेदों का सार है उपनिषद, और यदि आप उपनिषद पढ़ते हैं तो आपको पता चलेगा धर्म क्या है? वहां आपको कहीं ये बात नहीं देखने को मिलेगी जिसमें जादू टोना, कुंडली, वास्तु दोष इत्यादि की बात कही गई हो।

पर चूँकि हमने अपने केन्द्रीय ग्रन्थ नहीं पढ़े हैं तो हम सौ फालतू की चीजों को धर्म ग्रन्थ मानकर दूसरे शब्दों में ज्योतिष शास्त्र को ही अपना धर्म मानकर जी रहे हैं।

और इसका परिणाम यह होगा की आप और ज्यादा अन्धविश्वासी हो जायेंगे। इसलिए भलाई इसी में है की अपनी परेशानी को समझिये उसका सही समाधान निकालें। इस काम में यदि आपको हमारी कोई राय या मदद चाहिए तो आप अपनी परेशानी हमें इस whatsapp number 8512820608 पर भेज सकते हैं।

पढ़ें: सनातन धर्म क्या है?

अंतिम शब्द

तो साथियों इस लेख को पढने के बाद चंद्र दोष क्या होता है? इस समस्या का आसान उपाय आपको पता चल गया होगा। इस लेख को पढ़कर जीवन में स्पष्टता आई है तो इस लेख को अधिक से अधिक सोशल मीडिया पर शेयर भी जरुर कर दें।

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