बाल काटना, नाखून काटना और न जाने क्या क्या मंगलवार के दिन करने की मनाही रहती है ऐसे में लोग सोचते है की मंगलवार के दिन क्या नहीं करना चाहिए? आइये इस लेख में सबूत के साथ आपको सच्चाई बताते हैं।
देखिये, हनुमान जी हम सभी को बेहद प्रिय हैं ऐसे में उनकी कृपा हम सब पर बनी रहे। इस आशा के साथ कोई भी बजरंग बली का भक्त उन्हें नाराज नहीं करना चाहता।
इसलिए बचपन से ही हमें परिवार और समाज में मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा पढने, मन्दिर जाने इत्यादि जो बातें बता दी जाती हैं उनका लोग जिन्दगी भर पालन करते हैं।
पर जानकर हैरानी होगी की आज भी बहुत सी ऐसी भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं, जिनका वास्तव में सच्चाई से कोई लेना देना नही।
मंगलवार के दिन क्या नहीं करना चाहिए?
मान्यताओं के अनुसार कुछ ऐसी बातें हैं जो मंगलवार के दिन भूलकर भी नहीं करनी चाहिये।
1. मांस मदिरा का सेवन करना!
बजरंगबली के सच्चे भक्तों को यूँ तो मांस का सेवन करने की मनाही होती है, लेकिन इसके बावजूद जो लोग मीठ खाते हैं उन्हें मंगलवार के दिन मांस, मदिरा का त्याग करना चाहिए।
2. घर परिवार में क्लेश से बचना!
जीवन मंगलमय रहे ये कामना सभी की होती है ऐसे में मंगलवार के दिन घर में वाद विवाद करने, बड़े बुजुर्गों से लड़ाई झगड़ा करने से बचना चाहिए।
3. गलत लेनदेन से बचना!
वे लोग जो शेयर मार्किट या किसी नए व्यापार में निवेश करना चाहते हैं उन्हें इस दिन लेनदेन करने से बचना चाहिए। या फिर बड़ी सावधानी से पैसों का लेनदेन करना चाहिए।
4. बिना अर्थ जाने हनुमान चालीसा का पाठ!
हनुमान चालीसा का पाठ करना शुभ है, लेकिन बहुत से लोग जो बिना समझे बूझे हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं! उन्हें ये समझना चाहिए की हनुमान जी ज्ञान के प्रतीक हैं।
अतः एक सच्चे भक्त का कर्तव्य है की वह हनुमान जी को समझने के लिए हनुमान चालीसा का वास्तविक अर्थ समझें। हनुमान चालीसा के प्रमुख चौपाइयों का अर्थ इस विडियो में सांझा किया गया है! जिसे आपको अवश्य देखना चाहिए।
5. किसी भी तरह के टोटके को अपनाना।
बहुत सारे लोग उपरी हवा, काले जादू या किसी तरह के टोने टोटके के प्रभाव से मुक्त होने के लिए मंगलवार के दिन टोटके का प्रयोग करते हैं।
ऐसे लोगों को बता दें की हनुमान जी काले जादू इत्यादि बातों पर यकीन नहीं रखते! अतः इस दिन ऐसी किसी भी क्रिया को अंजाम देना ठीक नहीं माना जाता! ये चीज़ें हनुमान जी की भक्ति के खिलाफ हैं।
6. “राम” से दूर रहना!
बजरंगबली राम जी के परम भक्त थे ये बात बच्चा बच्चा जानता है, पर हम अक्सर ये भूल जाते हैं की राम का ही दूसरा नाम सत्य है।
अतः जो व्यक्ति सत्यप्रिय नहीं है, जो सच जानते हुए भी झूठ की राह पर चलता है बजरंगबली ऐसे मनुष्य को अपना सेवक नहीं मानते! वहीँ दूसरी तरफ जो व्यक्ति सच्चाई से जीता है उससे हनुमान जी बड़े खुश होते हैं।
7. बिना जाने समझे किसी मान्यता का पालन करना!
वे लोग जो किसी की बातों को जांचे परखे बिना उनपर भरोसा कर लेते हैं, उन्हें अपने जीवन की हकीकत समझ लेते हैं! उदाहरण के लिए बहुत से लोग मंगलवार के दिन बाल, नाखून काटने इत्यादि बातों पर भरोसा करते हैं।
ऐसे लोगों को बजरंगबली का जीवन संदेश देता है की सिर्फ सच्चाई को स्वीकार करें, किसी बात को जांचे परखे बिना उसे मानने की गलती न करें।
8. सत्य की सेवा न करना!
हर इन्सान जानता है की वो कितने पानी में है, उसके भीतर कितना झूठ, लालच बैठा हुआ है और साथ ही हम ये भी जानते हैं की सही क्या है? शुभ क्या है?
पर ये जानते हुए भी जो लोग सच्चाई के सामने सर नहीं झुकाते और मन के कहने पर चलते हैं उनसे बजरंगबली खफा रहते हैं।
9. सच्चाई को न समझना!
सच्चाई में जीने के लिए जरूरी है पहले सच को जानना, जो इन्सान खुद को और इस संसार का सच नहीं जानता।
वो कैसे संसार में सत्य की सेवा कर पायेगा? तो अगर कोई इन्सान हनुमान जी की भाँती अपना जीवन सत्य को समर्पित करना चाहता है ऐसे व्यक्ति को जीवन की हकीकत अवश्य मालूम होनी चाहिए।
10. झूठ को स्वीकार कर लेना!
ये जानते हुए भी की दुनिया में क्या काम सही है क्या गलत? क्या झूठ है क्या सच? ये जानते हुए भी जो व्यक्ति संसार में झूठ की राह पर चलता है ऐसा व्यक्ति अगर खुद को हनुमान जी का भक्त कहता है तो जान लीजिये की हनुमान जी आपको भक्त नहीं मानेंगे।
सोचिये हनुमान जी के भीतर अपार बल, बुद्धि, ज्ञान होने के बाद भी उन्होंने अपना जीवन सच्चाई को समर्पित किया था क्या वो हमें झूठ में जीने के लिए प्रेरित करेंगे?
मंगलवार के दिन क्या नहीं खरीदना चाहिए?
पंडितों और ज्योतिषियों के अनुसार मंगलवार के दिन कुछ चीज़ों को खरीदने से बड़ी मुसीबत आ सकती है। कहते हैं ऐसे समय में घर, प्लाट, मकान खरीदना या ग्रह प्रवेश नहीं करना चाहिए ऐसा करने से घर में लोगों को शारीरिक बीमारियों का सामना करना पड़ता है।
साथ ही ज्योतिषियों की मानें तो ऐसे समय में काले रंग के वस्त्र पहनना शुभ नहीं माना जाता! मान्यता है दूध का कारक चन्द्रमा होता है और चूँकि चन्द्रमा और मंगल एक दूसरे के विरोधी हैं अतः इन्हें खरीदने से परहेज करना चाहिए।
यही नहीं मांस मदिरा के शौक़ीन लोगों के लिए मंगलवार का दिन उपयुक्त नहीं माना जाता, कहा जाता है न सिर्फ मांस मदिरा के सेवन से बजरंगबली नाराज होते हैं बल्कि इन्हें उस दिन खरीदना भी नहीं चाहिए।
हालाँकि ज्योतिषियों की इन बातों का आप समर्थन करें या नहीं ये आपकी मर्जी है, पर हम आपको ऐसा करने की सलाह नहीं देंगे।
मंगलवार को क्या दान करना चाहिए
कई सारे लोग हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए मंगलवार के दिन दान दक्षिणा देने के उपाय सर्च करते हैं, आइये जानते हैं ऐसी कौन सी चीज़ें हैं जिन्हें मंगलवार के दिन दान करने से हनुमान जी शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
कहते हैं जिन घरों में वास्तु दोष के कारण अक्सर तकलीफें आती रहती हैं ऐसे लोगों के लिए तुलसी के पौधे का दान करना शुभ माना जाता है। और कुछ ये भी मानते हैं की मंगलवार के दिन गरीबों को भुने हुए चने दान करना शुभ माना जाता है।
हालाँकि मान्यताओं से परे हटकर जो लोग वाकई दान करने के इच्छुक हैं, उन्हें हम यही कहेंगे की मंगलवार के दिन सबसे बड़ा त्याग होगा भीतर के लोभ और लालच का।
जी हाँ, वही लोभ जो पहले इंसान को किसी चीज की तरफ ललचाता है, और फिर उसे पाने की चाहत में उसे तमाम तरह के कष्ट झेलने पर मजबूर करता है।
और ध्यान से देखें तो यही लोभ इन्सान को पूरा जीवन अपनी इच्छाओं की पूर्ती करने में मजबूर कर देता है।
जो व्यक्ति ये बात समझ लेता है वो फिर मंगलवार के दिन छोटी छोटी चीजों का त्याग नहीं करता, वो नहीं कहता की मैं गाली करना छोड़ दूंगा या आज बाल नहीं कताऊंगा वो कहता है मैंने अपना लालच ही दान में दे दिया।
जी हाँ, कोई व्यक्ति मिले आपको और कहे की मैं अब सिर्फ अपने स्वार्थ की खातिर धन इक्कट्ठा नहीं करूंगा! मैं धर्म के लिए, सच्चाई के लिए धन एकत्रित करूँगा तो जान लीजिये उसने महादान कर दिया।
इसकी विपरीत कोई है जो ये जानता है की उसके पास खूब सारा धन है और उस धन का इस्तेमाल वह सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए करेगा।
और लोगों की नजर में अच्छा बने रहने के लिए वो अगर चंद गरीबों को मंगलवार के दिन खाना भी खिला देता है तो इससे वो दानी नहीं कहलायेगा।
असल में दानी तो वो है जो अपना जीवन ही सच्चाई को समर्पित कर दे, जो कहे की सत्य की रक्षा के लिए! सच्चे काम के लिए मैं अपना समय, पैसा, ताकत सब कुछ त्यागने के लिए तैयार हूँ तो जान लीजिये उसने दान किया।
बाकी दान के नाम पर ढोंग करके मन को संतुष्टि देने का कोई फायदा नहीं, पर लोग अक्सर ऐसा खूब करते हैं।
मंगलवार के दिन सरसों का तेल क्यों नहीं खरीदना चाहिए ?
वे लोग जो बजरंगबली का आशीर्वाद पाकर जीवन में धन वैभव, समृद्धि पाना चाहते हैं उनके लिए मंगलवार के दिन सरसों का तेल खरीदना शुभ नहीं माना जाता। ऐसा करने पर घर में आर्थिक तंगी आने के आसार रहते हैं।
इसके बजाय इस दिन चमेली का तेल खरीदना और हनुमान जी को अर्पित करना लाभदाई माना जाता है। ऐसा करने से इन्सान के जीवन में मौजूद सभी तरह के कष्टों का निवारण होता है और जीवन में सुख शांति आती है।
हालाँकि इस तरह की बातों में कितना दम है, कितनी सच्चाई है ये कोई नहीं जानता! पर इतना तय है समाज में बहुत से लोग इन चीजों पर भरोसा करते हैं अतः हम ऐसे लोगों को सावधान रहने की बात करेंगे।
मंगलवार के दिन क्या करें क्या न | अंतिम बात
देखिये मंगलवार के दिन क्या करना चाहिए अथवा क्या नहीं ये निर्धारित करने का फैसला आपका है।
अगर आपका इरादा नेक है, तो आप कोई भी काम मंगलवार के दिन कीजिये बजरंगबली आपसे अवश्य खुश होंगे।
फिर चाहे उस काम को लोग करते हो या नहीं, आपको उस बात का ध्यान नहीं रखना है आपको जो सही है वही करना है।
उदाहरण के लिए आप किसी कोर्स की पढ़ाई कर रहे हैं और उस कोर्स में काले रंग की कोई ड्रेस पहननी अनिवार्य है तो क्या आप ये सोचेंगे की मंगलवार के दिन ये नहीं पहननी चाहिए इससे हनुमान जी नाराज हो जायेंगे।
नहीं न, क्योंकी इस समय आपका जो धर्म है आप वही करेंगे। और यही बात तो सनातन धर्म भी सिखाता है की जिस समय मनुष्य को जो काम करना चाहिए उसे करना ही उसका धर्म होता है।
उदाहरण के लिए आप भले डॉक्टर न हो लेकिन सडक पर आप चल रहे है और दुर्घटना में घायल कोई व्यक्ति आपको सडक पर पड़ा दिखाई देता है तो उस समय उसे बचाना ही आपका धर्म है।
अब सवाल आता है की इन्सान के लिए जो करना उचित है वही उसका धर्म है तो फिर हमें धर्म के नाम पर इतनी सारी मान्यताएं क्यों बताई जाती है?
क्यों कहा जाता है की इस दिन, इस वार को ये काम करो, भगवान को ये चीजें चढाओ तब भगवान खुश होंगे ये मत खरीदो भगवान नाराज हो जायेंगे।
देखिये, अधिकांश जिन बातों को हम धर्म समझकर जीते हैं वे सभी पुराणों से आई हैं, और पुराणों में कही गई बातों को समझने के लिए हमें वेदों को पढना होगा।
क्योंकी हिन्दू धर्म वैदिक है, और चूँकि वेदों के भी अनेक भाग हैं और उनमे कई तरह का ज्ञान शामिल है।
अतः वेदों के सार है वेदांत जो वेदांत समझ लेता है उसे सनातन धर्म समझ आ जाता है। पर यदि आप सनातन धर्म को समझे बिना किसी भी मान्यता का पालन करते हैं तो सब व्यर्थ है।
पौराणिक कहानियों के मर्म को समझने के लिए ये विडियो देखें
तो साथियों संक्षेप में कहें तो मन से ये डर निकाल दीजिये की मंगलवार के दिन काले रंग के कपड़े पहनने से, हनुमान जी नाराज हो जायेंगे या घर खरीदने से कोई नुकसान हो जायेगा।
बिलकुल नहीं, बस आपके अन्दर ये डर होना चाहिए की चाहे वार कोई भी हो हनुमान जी तो सदा मौजूद है न तो आपको कोई भी ऐसा काम या ऐसी चीज़ नहीं खरीदनी चाहिए जिससे की आपको बाद में पछताना पड़े।
शार्ट में कहें तो आप जो चाहे वो कर सकते हैं, ये आपकी मर्जी है। पर कोई भी काम जिसे करके आपको बाद में अशांति मिले, आपका मन बेचैन रहे वो काम बिलकुल मत कीजियेगा।
FAQ~ मंगलवार के दिन से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
पहला खुद सच्चाई से दूर रहना दूसरा सच्चाई से दूसरे को दूर करना और तीसरा सच्चाई जानकर सत्य में न जीना ये तीन काम मंगलवार को बिलकुल नहीं करने चाहिए!
झूठी मान्यताओं को मानकर उस मान्यता को दूसरे तक पहुंचाने का काम व्यक्ति को बिलकुल नहीं करना चाहिए!
मंगलवार का दिन इसीलिए विशेष है क्योंकी इसी दिन हमारे अराध्य बजरंगबली हमें जीवन में सच्चाई के रास्ते पर चलने की सीख देते हैं!
संबंधित पोस्ट पढ़ें:-
अंतिम शब्द
तो साथियों इस लेख को पढने के बाद अभी भी मंगलवार के दिन क्या नहीं करना चाहिए? और क्या करना चाहिए? इस बात को लेकर कोई सवाल है तो बेझिझक आप अपना सवाल 8512820608 whatsapp नम्बर पर शेयर करें।
साथ ही इस लेख में दी गई जानकारी आपके लिए फायदेमंद साबित हुई है तो इसे अधिक से अधिक शेयर भी कर दें। ताकि अन्य लोग भी इस लेख का लाभ ले सकें।