तांत्रिक कैसे बनें? सफल तांत्रिक बनने की विधि

तांत्रिक कैसे बनें: यह जानकर यदि आप चमत्कारिक शक्तियाँ के बल पर खुद का और समाज का भला करना चाहते हैं तो आज हम आपको तांत्रिक बनने की पूरी प्रक्रिया बताने जा रहे हैं।

तांत्रिक कैसे बनें

तांत्रिकों के चमत्कारों की कहानियां तो हमें अक्सर सुनने को मिलती है। आज भी धर्म पर विश्वास रखने वाले व्यक्ति के जीवन में कोई अनहोनी घट जाती है, जैसे उसे सांप, बिच्छु जैसा जीव काट ले या फिर उसपर भूत प्रेत का साया मंडराने लगे।

तो लोग इस तरह की किसी भी घटना का तुरंत समाधान पाने के लिए तांत्रिक के पास जाते हैं। माना जाता है तांत्रिकों को कठिन साधना के फलस्वरुप कुछ ऐसी शक्तियाँ मिली होती हैं जो आम इन्सान को कभी नहीं मिल सकती

तो अगर आप इन्सान के जीवन की परेशानियों को खत्म करने के उद्देश्य से तांत्रिक बनने के लिए तन्त्र साधना करना चाहते हैं तो इस लेख में आपको तांत्रिक बनने की पूरी जानकारी दी जा रही है।

तांत्रिक कौन होता है?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कठिन साधना करके मन्त्रों के बल पर जो लोग आलौकिक शक्तियाँ प्राप्त करते हैं उन्हें तांत्रिक कहते हैं। इन आलौकिक शक्तियों के माध्यम से तांत्रिक किसी भी अच्छी या बुरी घटना को अंजाम देने में समर्थ हो जाते हैं।

प्रायः तांत्रिक अपनी शक्तियों का उपयोग सामजिक कल्याण के लिए करते हैं। वे लोग जिन्हें शारीरिक, मानसिक कष्ट हैं और वे तांत्रिक की शरण में जाते हैं। तांत्रिक कछ ऐसी विधियों को अंजाम देते हैं जिससे पीड़ित व्यक्ति को तुरंत लाभ हो जाता है।

यही नहीं अगर तांत्रिक की किसी से दुश्मनी हो या कोई व्यक्ति अनैतिक कार्य कर रहा है तो उसे अपने वश में करने की शक्ति भी उनके पास होती है। यही नहीं विद्वेषण शक्ति अर्थात किसी के बीच झगड़ा करवाने जैसी जादुई शक्तियाँ उनके पास होती है, और इस साधने के लिए वे लगातार अपनी साधना में लीन रहते हैं।

वे विभिन्न देवताओं की पूजा करते हैं जो आम पाठ पूजा से भिन्न होती है। तांत्रिकों द्वारा किये जाने वाले इन विशेष कार्यों को देखते हुए कई सारे लोगों के मन में ख्याल आता है की काश हम भी तांत्रिक बनते और अपनी शक्तियों का सदुपयोग करते। तो आइये जानते हैं

तांत्रिक कैसे बनें? सीक्रेट बातें आप भी जानें!

तांत्रिक बनने का सफ़र कुछ प्रक्रियाओं से होकर गुजरता है। अगर आप एक सफल तांत्रिक बनना चाहते हैं तो आपको निम्न बातों पर गौर करना चाहिए।

वे लोग जो सच्चाई जाने बिना तंत्र विद्या हासिल करने के लिए निकल पड़ते हैं उनके समय की बर्बादी तो होती ही है, साथ में उन्हें कुछ मिलता भी नहीं है। तो आपके साथ ऐसा न हो इसके लिए तांत्रिक बनने की प्रक्रिया को जानें।

#1. तांत्रिक के करीब जाकर सच्चाई जानें।

दुर्भाग्य है पर सच ये है की अधिकाँश बातें जो हमने तांत्रिकों को लेकर सुनी होती हैं। उनमें कोई सच्चाई नहीं होती। पर चूँकि समाज के लोग तांत्रिकों के नाम से भी डरते हैं। उन्हें लगता है अगर इस व्यक्ति से ज्यादा सवाल जवाब किये या इससे बातचीत की तो यह हम पर कोई बुरी शक्ति डाल देगा।

परन्तु सच्चाई तो यह है की तांत्रिकों के पास कोई ऐसी आलौकिक शक्तियाँ नहीं होती जिससे की वो मुर्दे को जिन्दा कर सके या किसी व्यक्ति के ऊपर आये हुए भूत प्रेत के साए को गायब कर दें।

अब आप कहेंगे ये बात सच नहीं है, हमने खुद ये देखा या सुना है और लोगों को ठीक होते देखा है। तो बिलकुल आपकी बात सच्ची है पर समझना जरूरी है आखिर ऐसा क्यों होता है?

समझिएगा इसके पीछे का मनोविज्ञान क्या है? चूँकि तांत्रिकों का रूप रंग, उनके रहने की जगह और उनके जीवन जीने का तरीका आम इंसानों से अलग होता है।

अतः आम व्यक्ति को लगता है जरुर उनके पास कोई दिव्य शक्ति होगी। अतः जब मनुष्य अपनी समस्या को लेकर किसी तांत्रिक के पास जाता है तो उसके मन में ये उम्मीद रहती है की जरुर मेरी समस्या ठीक होगी। तांत्रिक मन्त्रों का जाप करके मेरे कष्टों को हर लेंगे।

और ठीक वैसा होता भी है, इंसान अपनी समस्या तांत्रिक को बताता है। और फिर तांत्रिक झट से कोई विधि का इस्तेमाल करता है और मनुष्य को यह भरोसा दिलाता है की तेरी समस्या ठीक हो जाएगी।

बस इतना करते ही मन में जो मनुष्य का भ्रम होता है वो मिट जाता है। उसे यकीन हो जाता है जो पीड़ा मुझे हो रही थी, जो उपरी हवा मुझे लगी थी वो तांत्रिक बाबा ने गायब कर दी।

इस प्रकार जब इन्सान अपनी समस्या के बारे में सोचता नहीं है तो उसे फिर वो समस्या परेशान भी नहीं करती।

संक्षेप में कहें तो हमारा मन ही हमें डराता है, और इसी मन को जब भरोसा मिल जाता है की सब ठीक है तो यही मन फिर शांत हो जाता है।

इस तरह तांत्रिक किसी भी आम व्यक्ति की मदद करते हैं। और उनकी परेशानी को खत्म करते हैं।

पर समझने वाली बात यह है की तांत्रिकों के पास कोई विशेष आलौकिक शक्तियाँ नहीं होती वे मन्त्र मारकर उड़ नहीं सकते, वे बिना भोजन किये नहीं रह सकते। उन्हें जीने के लिए वो सब करना पड़ता है जो एक आम इंसान को करना पड़ता है।

सोचिये दिव्य शक्तियाँ होती तो फिर उन्हें भोजन की जरूरत ही नहीं पड़ती। है न। पर चूँकि हम लोग कभी तांत्रिकों के पास जाकर उनके जीवन का हाल समझने की कोशिश ही नहीं करते।

परिणाम यह होता है की हमें लगता है दूर बैठे रुद्राक्ष की माला पहने वह बाबा बहुत ज्ञानी हैं जिनके पास चमत्कारिक शक्तियाँ हैं।

#2. तांत्रिक बनने के लिए आत्मज्ञान जरूरी।

तांत्रिक की हकीकत जानने के बाद यदि अभी भी आप तांत्रिक कैसे बनें? जानना चाहते हैं तो फिर सच्चे तांत्रिक बनें। ऐसे तांत्रिक बनें जो लोगों की वास्तव में मदद कर सके।

और सच्चे तांत्रिक से मेरा आशय उस इन्सान से है जिसके पास आत्मज्ञान हो। जिसे मालूम हो की मैं कौन हूँ, ये मन क्या है? आत्मा क्या है? संसार क्या है? और ये मन संसार में इतना दुःख क्यों झेलता है?

अर्थात जो इन्सान खुद को जान लेता है और समझ लेता है ये दुनिया क्या चीज़ है? वो ये भी जान लेता है भूत प्रेत, जादू टोना, चमत्कारिक शक्तियों जैसा कुछ भी नहीं होता। ये सब मन की उपज है और एक इन्सान का मन दूसरे इन्सान को डराने के लिए इनका इस्तेमाल करता है।

अन्य शब्दों में कहें तो एक आत्मज्ञानी वो इंसान होता है जिसे हकीकत मालूम होती है और यही हकीकत उस इन्सान को दुनिया में झूठा जीवन जीने से बचाती है।

पढ़ें: आत्मज्ञान क्या है? आत्मज्ञानी कैसे बनें।

#3. धर्मग्रन्थों को पढ़ें।

अब चूँकि हमने समझ लिया है तांत्रिकों का सच क्या है? और आम लोगों के मन में उनको लेकर क्या छवि बनी होती है। अब यहाँ पर गौर करने वाली बात है यह है की अगर आप हिन्दू हैं और धर्म पर विश्वास रखते हैं तो आप अपने धर्मग्रन्थों को पढ़ें वहां पर कहीं भी भूत प्रेत की बात नहीं की गई है।

धर्मग्रन्थ से हमारा आशय श्रेष्ठ ग्रन्थों से है, हमारा कथन गरुण पुराण और तमाम तरह की उन हजारों धार्मिक किताबों से नहीं है। जहाँ धर्म के नाम पर किसी ने कुछ भी लिख दिया है। ये सब किताबें वेदों के हजारों वर्ष बीतने के बाद आई।

अगर वाकई समझना है हिन्दू धर्म या सनातन धर्म क्या है? तो वेदान्त के पास आइये, भगवद्गीता पढ़िए, उपनिषदों को पढ़ें। वहां आपको मालूम होगा की वास्तविक धर्म क्या है? वहां आप पाएंगे कहीं पर भी भूत प्रेत, जादू टोने की बात कही नहीं है।

तो अगर वाकई भूत प्रेत जैसी कोई चीज़ होती तो भगवदगीता में इसका उल्लेख तो किया होता। ये वो धर्मग्रंथ है जिस पर हाथ रखकर लोग अदालत में अपनी बात कहते हैं, तो आप समझ सकते हैं इसकी महत्वता क्या है?

पढ़ें: भगवद्गीता में क्या लिखा है?

पढ़ें: उपनिषद क्या है?

#4. तुम्हें सिद्धि नहीं मुक्ति चाहिए।

एक बात हमेशा ध्यान रखें इन्सान को चमत्कार और आलौकिक शक्तियों की नहीं अपनी समस्याओं से मुक्ति चाहिए होती है। आप अपने जीवन को देखिये, कितनी तकलीफें हैं? और उनके पीछे क्या कारण हैं?

क्या आपको लगता है जिन परेशानियों से आप जूझ रहे हैं वाकई उसके लिए ईश्वरीय शक्ति की जरूरत है? आप खुद से कुछ नहीं कर पायेंगे?

ऐसा है क्या? नहीं न आपको घर परिवार में, नौकरी में, दोस्तों से, पत्नी से जिससे भी कोई समस्या है आप खुद ही उससे निपटने की शक्ति रखते हैं।

पर चूँकि इंसान के मन में कोई डर या लालच सदा मौजूद रहता है। और इन्हीं दो चीजों की वजह से वो अपनी समस्या से मुक्त नही हो पाता।

एक इन्सान जो गलत नौकरी में फसा हुआ है वो चाहे तो कभी भी उस नौकरी से मुक्त होकर एक आजादी भरा जीवन जी सकता है, पर मन में पैसे का लालच उसे घटिया नौकरी करने के लिए भी मजबूर कर देता है।

पर यदि वह ठान ले की मुझे पैसों से ज्यादा आजादी प्यारी है और मैं घटिया नौकरी करने की बजाय कोई अच्छी नौकरी करना ज्यादा पंसद करूँगा जिसमें पैसे थोड़े भले कम हों। तो बताइए कौन उसे ऐसा करने से रोक सकता है।

तमाम तरह की सौ बातें जो जिन्दगी में आपकी अशांति पैदा करती हैं, आपको खुद का और दूसरे का शोषण करने पर मजबूर करती हैं, आपको सच्चाई की तरफ बढ़ने से रोकती है समझ लीजिये वो आपका बंधन है।

और उन्हीं बन्धनों से आपको मुक्ति चाहिए। फिर आपका जीवन आनन्द से भर जायेगा। यही कारण है की जानने वालों ने कहा की तुम्हें सिद्धियों और चमत्कारों की नहीं मुक्ति की जरूरत है।

#4. किसी फर्जी गुरु या किताब को न पढ़ें।

बाजार में सैकड़ों किताबें हैं जो आपको तन्त्र विद्या सिखाकर एक सफल तांत्रिक बनाने का दावा करती हैं। पर दुर्भाग्य से अधिकांश किताबें इन्सान के भ्रम और झूठ को बढाने का काम करती हैं।

और यही नहीं कई लोगों का तो व्यापार ही लोगों को तन्त्र मन्त्र का झूठ बताने से चल रहा है, बहुत से गुरु मिल जायेंगे जो कहेंगे तांत्रिक बनना है तो हमारे पास आइये हमें 40 वर्षों से ज्यादा का अनुभव है।

ऐसे ठग लोगों से दूर रहें जीवन में जो बची खुची शान्ति है वो भी गायब हो जाएगी। इसके बजाय तांत्रिको का सच जानने में जीवन बिताइए।

#6. तांत्रिक बनकर शक्तियों का इस्तेमाल ऐसे करें।

एक बार आप सच जान गये तांत्रिकों का तो अब आपको दया आएगी उन निर्दोष लोगों को देखकर जो इन बाबाओं और तांत्रिकों के पास जाकर फँस जाते हैं।

आपके मन में ये भावना भी उठेगी की काश। जो सच मैंने जाना है ये सच ये लोग भी जान लेते तो इन तांत्रिकों के चक्कर में पड़कर अपना समय, पैसा बर्बाद नहीं करते।

तो अब आप चाहें तो अब आप एक ऐसे तांत्रिक बन सकते हैं जो दिखने में तो आम तांत्रिक जैसा ही हों, पर जिसके विचार, जिसके कर्म का उद्देश्य लोगों का भला करना हो।

अब आप तांत्रिक इसलिए नहीं बने हैं क्योंकि आपको चमत्कारिक शक्तियाँ मिलेंगी और आप अपने दुश्मन को काबू में कर लेंगे, जैसे की आम तांत्रिक सोच रखते हैं।

आप तांत्रिक बनेंगे लोगों की सेवा करने के लिए, लोगों के मन में जो भूत प्रेत और तांत्रिकों को लेकर छवि है है उसे हटाने के लिए।

आप चाहें तो इसके लिए विधियाँ अपना सकते हैं, जिन विधियों को अपनाकर उनके मन का भ्रम दूर हो और वो सच्चाई तक आ सके। इस काम में आपकी सहायता ये विडियो कर सकता है।

एक अनूठा तांत्रिक

#7. देखें तांत्रिक ज्ञान की आवश्यकता कहाँ पर है।

यह समझने के बाद की तांत्रिक का असली मकसद लोगों को सच्चाई तक लाना होता है, उन्हें उनकी परेशानियों से मुक्ति देने के लिए उनके भ्रम को काटना होता है।

ये जानते हुए आप यदि तांत्रिक बनने का सफर शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको लोगों की मदद के लिए हरिद्वार या किसी तीर्थ स्थल पर जाने की जरूरत नहीं है।

सम्भव है आप जिस क्षेत्र में, समाज में रहते हैं वहीँ लोगों के बीच इस तरह का अन्धविश्वास प्रचलित हो, तो आप चाहें तो बिलकुल बतौर तांत्रिक काम करना शुरू कर सकते हैं। और अपने ही समाज से लोगों की भलाई शुरू कर सकते हैं।

और बाद में इसी काम को इन्टरनेट, वीडियोस के साथ आप और आगे बढ़ा सकते हैं।

#8. तांत्रिक का अंतिम उद्देश्य।

जाहिर है एक तांत्रिक के रूप में आपने जो सच जाना है उस सच के माध्यम से आप लोगों का भ्रम काटकर उन्हें हमेशा के लिए भूत प्रेत इत्यादि से मुक्ति दे सकते हैं।

और शुरू में इस काम को करने के लिए आपको अनेक तरह की विधियाँ भी लगानी होंगी आपको सोचना पड़ेगा की कैसे लोगों को उनकी पीड़ा से राहत मिल सकती है।

एक बार आपने ये विधियां लगानी शुरू कर दी तो इस काम को करते हुए एक बात सदा याद रखें आपका उद्देश्य बाकी तांत्रिकों की तरह लोगों को भटकाना नहीं है।

बल्कि उन्हें अंतिम सच तक लेकर आना है और वो अंतिम सच यही है की भूत प्रेत, जादू टोना, और तमाम तरह की परेशानियां सिर्फ मन का भ्रम होती हैं।

मन ही है जो आपको डराता है और आपको अपनी समस्या के लिए इधर उधर भगाता है। इसलिए जो इन्सान मन को साध लेता है उसे अपनी समस्याओं से भी मुक्ति मिल जाती है।

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 अंतिम शब्द

तो साथियों इस लेख को पढने के बाद तांत्रिक कैसे बनें? इस विषय पर विस्तार से जानकारी मिल गई होगी। अगर अभी भी तांत्रिक बनने को लेकर मन में कोई सवाल है तो बेझिझक आप 8512820608 इस whatsapp नम्बर पर हमसे सम्पर्क कर बातचीत कर सकते हैं।

साथ ही ध्यान दें आपका एक शेयर किसी इन्सान की जिन्दगी बदल सकता है।

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